Mustard Price : 6100 रुपए प्रति क्विंटल पहुँचा सरसों का भाव, जानें मंडियों में क्या चल रहे हैं दाम?

पोस्ट -28 मई 2024 शेयर पोस्ट

सरसों का भाव : सरसों के भाव में जबरदस्त उछाल, जानें मंडियों में क्या चल रहे हैं दाम ?

Mustard Market Price : देश के अधिकांश राज्यों में रबी विपणन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना एवं सरसों फसल की खरीदी चल रही है। राज्य में निर्धारित किए गए सहकारी केंद्रों पर पंजीकृत कृषकों से उनकी उपज समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा खरीदी जा रही है। वहीं, कई राज्य सरकारों द्वारा उपार्जन खरीद के के लिए पुनः पंजीयन प्रारंभ किए जा रहे हैं, तो कहीं अंतिम तिथि को आगे बढ़ाया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक कृषक समर्थन मूल्य पर फसल की बिक्री के लिए पंजीयन कराकर लाभान्वित हो सके। इन सब के बीच राजस्थान के धौलपुर शहर की कृषि उपज मंडी में सरसों के भाव में एकदम से बड़ा उछाल देखने को मिला है, जिससे किसान और उपज का स्टॉक करने वाले अन्य कृषकों के चेहरों पर मुस्कान आ गई है। पिछले सप्ताह से सरसों के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने किसानों सहित व्यापारियों को भी चौंका रखा है। कृषि उपज मंडी में अभी सरसों के दामों में 600 से 700 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी देखी जा रही है, जिससे सरसों किसानों के चेहरे खिले हुए हैं और वे सहकारी क्रय-विक्रय केंद्र के स्थान पर सीधे फसल की बिक्री उपज मंडी में करते नजर आ रहे हैं। आइए, जानते हैं वर्तमान में सरसों का मंडी भाव क्या चल रहा है।

मंडी में एमएसपी से अधिक मिल रहे भाव (Prices are higher than MSP in the market)

केंद्र सरकार ने रबी विपणन सीजन 2024-25 के लिए रेपसीड, सरसों के समर्थन मूल्य में 200 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि करते हुए 5,650 रुपए प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। इस मूल्य पर राज्य सरकार द्वारा किसानों से सरसों का उपार्जन किया जा रहा है। धौलपुर जिले की कृषि उपज मंडी में लगभग एक सप्ताह पहले 42% तेल की मात्रा वाली सरसों के भाव 5300 से 5400 रुपए प्रति क्विंटल थे। बीते  शुक्रवार को सरसों के भाव समर्थन मूल्य यानी एमएसपी खरीद के दाम 5650 रुपए की रेखा को भी पार करते हुए 6100 रुपए क्विंटल तक पहुंचे गए, जबकि 44 फीसदी तेल कंडीशन वाली सरसों के दाम 5820 रुपए प्रति क्विंटल रहे हैं, जिसके कारण उपज मंडी में 1 हजार कट्टे सरसों की आवक प्रतिदिन हुई है। किसानों का मानना है कि सरसों के भाव यह तेजी आगामी दिनों में भी बनी रहेगी, जिससे उन्हें मंडी में उपज के एमएसपी से अधिक दाम मिल सकते हैं। सरसों के दामों में एकदम आई उछाल से आढ़तिए भी खुश हैं और किसानों के चेहरे पर रौनक बनी हुई है।

सरसों के तेल के दामों में भी हो रही तेजी (Mustard Oil prices are also increasing)

आढ़तियों का अनुमान है कि कृषि उपज मंडी में सरसों के लिए 6100 रुपए प्रति क्विंटल के दाम मिलने के चलते किसान समर्थन मूल्य के बजाए सीधे मंडी में उपज की बिक्री कर रहा है, जिससे उन्हें उसकी फसल के लिए नकद भुगतान भी मिल रहा है। वहीं, दूसरी ओर सरसों के भाव में आई इस तेजी से बाजार में सरसों तेल के दाम में भी लगातार बढ़ोत्तरी होना शुरू हो गया है। बीते शुक्रवार बाजार में सरसों तेल का भाव  130 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गया है, जो कि बीते कुछ दिनों पहले 110 रुपए प्रति लीटर ही था। इस प्रकार सरसों के दाम बढ़ने से तेल के दामों में भी तेजी हो रही है।

किस कारण सरसों के भाव में आई तेजी? (What caused the rise in the price of mustard?)

आढ़तियों का कहना है कि मंडी में बीते कुछ दिनों में सरसों के दाम 10 फीसदी तक बढ़े हैं, जिसके पीछे सबसे बड़ा कारण सोयाबीन उत्पादक देश ब्राजील में बाढ़ आना है। इससे विदेशों में भी दाम बढ़े हैं। क्योंकि वहां से भारत में भी तेल का आयात होता है। दाम बढ़ने और आयात प्रभावित होने से लोकल तेल की भी मांग बढ़ी है। इसके अतिरिक्त सरकार ने इस बार सरसों की बंपर उत्पादन होने की बात कही थी, लेकिन अब ऐसे लग रहा है कि पैदावार अनुमान से 20 फीसदी कम हुई है। आढ़तियों का मानना है कि यह तेजी आगे भी जारी रह सकती है।

क्रय-विक्रय पर पसरा सन्नाटा (Silence over buying and selling)

मंडी आढ़तियों का कहना है कि उपज मंडी में सहकारी क्रय-विक्रय केंद्र पर एक सप्ताह से सन्नाटा पसरा हुआ है। एमएसपी से अधिक दाम मिलने के चलते पंजीकरण कराने के बाद भी किसान क्रय-विक्रय केंद्र पर नहीं पहुंचे है। बीते शुक्रवार को केंद्र प्रभारी ने बताया कि 17 मई को आखिरी बार केंद्र पर सरसों की तुलाई हुई थी। इस दिन पंजीकृत पांच किसानों ने 100 क्विंटल सरसों की बिक्री समर्थन मूल्य पर की थी। इससे बाद किसानों ने केंद्र पर आना बंद कर दिया है। क्रय-विक्रय केन्द्र पर एमएसपी पर सरसों बिक्री करने हेतु करीब 589 किसानों ने अपना पंजीकरण कराया था, जिसमें से 363 किसान सरसों की बिक्री कर चुके है, जिसमें अब तक 7503 क्विंटल सरसों खरीदी जा चुकी है।

राजस्थान की प्रमुख मंडियों में चल रहे सरसों के भाव (Mustard prices in major markets of Rajasthan)

कमोडिटी ऑनलाइन के अनुसार, राजस्थान में सरसों का औसत भाव 5431.26 रुपए प्रति क्विंटल है। सबसे कम मंडी भाव 4500 रुपए प्रति क्विंटल है और सबसे उच्च बाजार भाव 6061 रुपए प्रति क्विंटल है। वर्तमान बाजार दरों के अनुसार, राजस्थान के टोंक जिले की दूनी मंडी में सरसों की न्यूनतम कीमत 5 हजार रुपए प्रति क्विंटल, जबकि अध‍िकतम मंडी भाव 5650 रुपए / क्विंटल चल रहा है। बीकानेर शहर की गुढ़ागोरजी कृषि उपज मंडी में न्यूनतम सरसों भाव 5600 रुपए प्रति क्विंटल और अधिकतम सरसों भाव 5600 रुपए / क्विंटल किसानों को मिल रहा है। अजमेर के विजयनगर मंडी में सरसों का न्यूनतम खरीद भाव 5150 रुपए प्रति क्विंटल, जबकि अधिकतम सरसों के दाम 5300 रुपए प्रति क्विंटल तक है। बारां जिले की छाबड़ा कृषि उपज मंडी में सरसों के दाम 5200 रुपए प्रति क्विंटल और अधिकतम मंडी भाव 5900 रुपए प्रति क्विंटल है। बारां (नाहरगढ़) मंडी में 5755 रुपए प्रति क्विंटल सरसों का अधिकतम भाव चल रहा है, जबकि टोंक की देवोली मंडी में सरसों के लिए किसानों को अधिकतम भाव 5850 रुपए प्रति क्विंवटल तक मिल रहे हैं। बूंदी में सरसों का न्यूनतम भाव 4600 रुपए प्रति क्विंटल, जबकि अधिकतम मंडी भाव 5735 रुपए प्रति क्विंटल है।

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