किसानों के लिए खुशखबरी - खेती कृषि यंत्रों के मरम्मत की आसान सुविधा

पोस्ट -27 दिसम्बर 2022 शेयर पोस्ट

किसानों के लिए खुशखबरी -  खेती कृषि यंत्रों के मरम्मत सुविधा इस मोबाइल एप के द्वारा, जानें पूरी जानकारी 

कृषि मशीनों की रिपेयरिंग सोल्यूशन : बिहार सरकार कृषि क्षेत्र में कृषि यंत्रों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। सरकार किसानों को कृषि कार्य के लिए कई तरह के उपकरण, खाद और बीजों को खरीदने के लिए मोटी सब्सिडी देती हैं। जिसके लिए कई योजनाएं चला रही है। बिहार सरकार कृषि विभाग को वर्तमान दौर में और अधिक हाईटेक करने की प्रक्रिया में जुटी हुई है। जिसकों लेकर तमाम ऐतिहासिक निर्णय लिए जा रहे है। ऐसे में बिहार सरकार की ओर से किसानों की मुसीबतों को सुलझाने और रोजगार के नए अवसर बढ़ाने के लिए प्लानिंग हो चुकी है। दरअसल खेती के दौरान कृषि यंत्रों के खराब होने पर किसान को बड़े दुकानों या कृषि मुख्यालय के चक्कर लगाने पड़ते है। अक्सर इसके कारण किसानों के फसल पर भी प्रभाव पड़ता है। इसको देखते हुए चौथे कृषि रोड मैप 2023-28 में कृषि यंत्रों की मरम्मत ऑन स्पॉट करने या किसानों के नजदीक क्षेत्र में करने को लेकर योजना बनाई गई है। इसके तहत कृषि विभाग, बिहार सरकार अगले साल 2023 से भोजपुर, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया के वर्कशॉप में प्रशिक्षण शुरू करवाएंगा। बिहार कृषि विभाग का लक्ष्य होगा कि तीन साल के अंदर राज्य में सभी पंचायतों के लिए एक-एक कृषि यंत्र मरम्मत मिस्री तैयार कर लिए जाएं। जिससे किसानों को अपने नजदीक क्षेत्र में खेत पर ही ऑन द स्पॉट तकनीकी समस्याओं के समाधान के लिए हाईटेक सुविधाएं मिले। 

प्रशिक्षण के लिए 2.76 करोड़ का बजट आवंटित

बिहार कृषि विभाग के द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया है कि बिहार सरकार इस साल प्रशिक्षण पर 2.76 करोड़ रुपये राशि का बजट आवंटित करेगा। योजना के तहत कृषि यंत्र मरम्मत के लिए राज्य भर में 8400 प्रशिक्षित तकनीशियन (मरम्मत मिस्त्री) होंगे। यानि कुल मिलाकर सभी पंचायतों में कम से कम एक सहायक मरम्मत मिस्त्री भेजे जाएंगे। कृषि विभाग पंचायत स्तर पर वैसे युवाओं को प्रशिक्षण दिला कर रोजगार दिलाएगा, जिनकी रूचि कृषि यंत्रों को मरम्मत करने में है। योजना के तहत  साइकिल पंक्चर बनाने वाले भी प्रशिक्षण योग्य माने जा सकते हैं। कृषि यंत्र निर्माताओं ने भी प्रशिक्षित मिस्री (तकनीशियन) को अपना प्रतिनिधि बनाने की सहमति दी है। पिछले दिनों कृषि विभाग के अधिकारियों को कृषि यंत्र निर्माताओं ने कहा था कि प्रशिक्षित तकनीशियन को वे मानदेय देकर अपना प्रतिनिधि बना कर और उन्हें अलग से अपने मशीनों की विशेष प्रशिक्षण दिलाकर तैयार करेंगे।

मरम्मत मिस्त्री से संपर्क के लिए तैयार कर रहा है मोबाइल एप

कृषि विभाग, बिहार सरकार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य में लगभग सभी पंचायतों पर कृषि यंत्रों की मरम्मत मिस्त्री से संपर्क के लिए विभाग एक मोबाइल एप भी तैयार कर रहा है। जिससे कृषि यंत्र मरम्मत मिस्त्री और किसानों को जोड़ा जाएगा। अब यदि किसानों को मशीनों के इस्तेमाल में कोई दिक्कत आ रही है या फिर कृषि यंत्र ठीक से काम नहीं करते तो नए मोबाइल एप की मदद से सीधा तकनीशियन से जुड़ सकते हैं और अपने खेतों पर ऑन स्पॉट समस्या का समाधान पा सकते हैं। राज्य की सभी ग्राम पंचायतों में जाकर तकनीशियन किसानों को प्रशिक्षित करने के साथ उनके मशीन को ठीक करेंगे। और किसानों को भी कृषि यंत्रों के बारे में बताएंगे। ये पूरी तरह से किसानों के ऊपर निर्भर करता है कि वो मोबाइल एप की मदद से किसी भी तकनीशियन को मदद के लिए बुला सकते हैं।

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कृषि विभाग ने प्रशिक्षण स्थल का किया चयन

अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक कृषि विभाग, बिहार सरकार ने कृषि यंत्रों की मरम्मत के लिए युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए स्थल का चयन कर लिया है। जिसमें अभी बिहार कृषि विवि सबौर में भागलपुर, कटिहार, मधेपुरा, मुंगेर और बांका जिले के विभिन्न पंचायतों के युवाओं और डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि समस्तीपुर में समस्तीपर, वैशाली, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और बेगूसराय के विभिन्न पंचायतों के युवाओं और किसानों को यंत्रों की मरम्मत के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। युवाओं को 26 दिनों के आवासीय प्रशिक्षण में कृषि यंत्रों के बारे में जानकारी देने से लेकर इसमें आने वाली समस्या और इसे ठीक करने की तकनीक बताई जाती है। राज्य योजना से सबसे अधिक 90 कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है। अब तक 875 प्रशिक्षित हो चुके हैं। 

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प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार का मौका

कृषि विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक कृषि के चौथे रोड मैप 2023 के तहत राज्य के सभी पंचायतों में कृषि यंत्रों की मरम्मत करने के लिए बिहार कृषि विभाग ने एक प्लान भी तैयार किया है, जिसमें 2023 के शुरुआत में भोजपुर, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया के वर्कशॉप में प्रशिक्षण शुरू होगा। 3 साल के भीतर सभी पंचायतों के लिए तकनीशियन तैयार कर दिया जाए। कृषि मंत्री द्वारा दी गई जानकारी में बताया कि 3 साल के अंदर सभी पंचायतों के लिए एक-एक तकनीशियन तैयार कर कृषि यंत्र मरम्मत के लिए उपपलब्ध करवाया जाएगा। किसानों को सस्ती दर पर खेतों में ऑन द स्पॉट कृषि यंत्र मरम्मत की सुविधा होगी और प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।

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