देश के संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं आरंभ की गयी है। जिससे कि सभी श्रमिकों को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाया जा सके। सरकार की योजनाओं से श्रमिक परिवारों के बच्चों की पढ़ाई, शादी एवं मकान बनवाने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। वर्तमान में केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकारें अपने अपने राज्य के श्रमिकों के लिए कई प्रकार की योजनाओं का संचालन कर रही हैं। आपको बता दें की हाल ही में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने श्रमिकों को धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए श्रवण कुमार श्रमिक परिवार धार्मिक पर्यटन यात्रा योजना को शुरू किया है। योजना के तहत प्रदेश सरकार अब श्रमिकों को धार्मिक स्थलों के दर्शन कराएगी। वहां ले जाकर उन्हें अपने धर्म और संस्कृति से परिचित कराया जाएगा। साथ ही इन स्थलों के निर्माण की स्थापत्य कला की जानकारी भी दी जाएगी। राज्य सरकार की श्रवण कुमार श्रमिक परिवार धार्मिक पर्यटन यात्रा योजना के अंतर्गत ऐसे श्रमिकों और उनके स्वजन को धार्मिक स्थलों की यात्रा कराई जाएगी जो कम से कम छह माह से एक फैक्ट्री में काम कर रहे हों और उनका वेतन 15 हजार रुपये से कम हैं। पुरुष श्रमिक अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ-साथ माता-पिता को भी साथ ले जा सकेंगे। जबकि महिला श्रमिक अपने सास-ससुर, पति और बच्चों को ले जा सकेंगे। योजना के तहत एक परिवार के छह सदस्य यात्रा कर सकेंगे। एक परिवार के यात्रा करने पर 12 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। श्रमिकों को आनलाइन आवेदन करना होगा और आवेदन की एक कॉपी श्रम विभाग कार्यालय में जमा करनी होगी। तो आईये ट्रैक्टरगुरू की आज की इस पोस्ट के माध्यम से योजना के बारे में जानें।
इस यात्रा के लिए श्रम कल्याण परिषद ने श्रमिक परिवारों को आर्थिक मदद दी है। वहीं महादेवी वर्मा पुस्तक क्रय धन योजना में 7500 रुपये, राजा हरिश्चंद्र मृतक आश्रित योजना में 10 हजार रुपये, श्रवण कुमार श्रमिक परिवार धार्मिक पर्यटन यात्रा योजना में प्रति सदस्य को 2-2 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की जाती है। वहीं इस योजना में एक परिवार के 6 सदस्य होने पर 12 हजार रुपये तक की सहायता मिलती है।
श्रम विभाग के मुताबिक इस योजना का लाभ कोई भी असंगठित क्षेत्र के श्रमिक जो कंस्ट्रक्शन वर्कर, स्ट्रीट वेंडर, प्रवासी मजदूर, घरेलू कामगार, कृषि श्रमिक और भी दूसरा कर्मचारी अपना रजिस्ट्रेशन कर योजना का लाभ उठा सकता है।
यह योजना केवल उन वर्कर्स के लिए है, जो ऑर्गनाइज्ड सेक्टर में काम करते हों और उनकी महीने की सैलरी 15 हजार रूपये से कम हो इस योजना में आपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
श्रमिक कारखाना अधिनियम, 1948 के अंतर्गत पंजीकृत संस्थानों में कार्यरत श्रमिकों को।
श्रमिक ने संस्थान/कारखाने में कम से कम छह माह लगातार सेवा की हो तो तथा आवेदन करते समय भी सेवारत हो।
जहां पर श्रमिक एवं पत्नी दोनों ही कारखानों/संस्थानों में कार्यरत श्रमिक है, तो दोनों में से किसी एक को ही यह सुविधा मिलेगी।
इस योजना के तहत दिया जाने वाला लाभ केवल उन्ही श्रमिक लाभार्थियों को दिया जाएगा जो उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण बोर्ड के अंतर्गत रजिस्टर्ड होंगे।
श्रम विभाग ने इसके लिए रजिस्ट्रेशन करने शुरू कर दिए हैं। श्रम कल्याण परिषद की ओर से श्रमिक परिवार के अधिकतम छह सदस्यों को श्रवण कुमार श्रमिक धार्मिक पर्यटन यात्रा के लिए 12 हजार रुपये दिए जा रहे हैं।
इस योजना से श्रमिक परिवारों के पढ़ाई कर रहे बेटे-बेटियों को पुस्तकें खरीदने में आर्थिक मदद मिलेगी।
योजना में रजिस्ट्रेशन करने के बाद श्रमिक धार्मिक स्थल पर नहीं जाते तो उनके खातों में 12 हजार रूपये यात्रा के लिए भेजे जाएंगे।
योजना का लाभ श्रमिक के सहित छह स्वजन उनके साथ इस यात्रा का लाभ उठा सकेंगे।
योजना के तहत श्रमिकों को धार्मिक स्थलों के दर्शन करने को मिलेगा। तथा श्रमिकों अपने धर्म और संस्कृति को जानने का मौका मिलेगा। साथ ही इन स्थलों के निर्माण की स्थापत्य कला की जानकारी भी दी जाएगी।
श्रवण कुमार श्रमिक धार्मिक पर्यटन यात्रा योजना के तहत यात्रा से श्रमिक को बोरियत महसूस एवं शाररिक थकान जैसी समस्याओं से राहत मिलेगी।
श्रमिक कार्ड (यूपी श्रमिक कल्याण बोर्ड से मान्यता प्राप्त)
राशन कार्ड
पासपोर्ट साइज फोटो
मूल निवास प्रमाण पत्र
पहचान पत्र
बैंक पासबुक
आधार कार्ड
मोबाइल नंबर
अगर आप असंगठित क्षेत्र के श्रमिक है और आपकी आयु 18 से अधिक है और इस योजना के तहत अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना चाहते है, तो आप इस प्रक्रिया के माध्यम से इस योजना में अपना आवेदन खुद कर सकते है।
आपको इस योजना के तहत यूपी सरकार की आधिकारिक वेबसाइट https://www.skpuplabour.in/ पर रजिस्ट्रेशन करना होगा।
आधिकारिक वेबसाइट पर जानें के बाद आपके सामाने आपकी स्क्रीन पर वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
होम पेज पर आपको मेन्यू में योजना का विकल्प दिखाई देगा, उस पर जाकर क्लिक करें।
क्लिक के बाद आपके सामने कई ऑप्शन आ जायेंगे यहाँ आपको समस्त योजनाएं के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
इसके बाद अगले पेज में आपको स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना का चयन करना होगा।
अब आपके सामने योजना एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करने का लिंक आएगा उस पर क्लिक करें।
लिंक पर क्लिक करते ही आपके सामने आवेदन फॉर्म पीडीएफ फॉर्मेट में खुल जाता है।
इसके बाद आपको ऊपर दिए गए सेव के आइकॉन पर क्लिक करके फॉर्म सेव कर लेना है।
इसी प्रकार आपको ऊपर दिए गए प्रिंट के आइकॉन पर क्लिक करके फॉर्म का प्रिंट निकल लेना है।
उसके बाद एप्लीकेशन फॉर्म में सारी डिटेल्स सही-सही और ध्यानपूर्वक भरें।
अब आपको योजना हेतु ,आगे गए सभी जरूरी डाक्यूमेंट्स की छायाप्रति फॉर्म के साथ संलग्न करने होंगे।
फॉर्म को पूरी तरह से तैयार करने के बाद श्रम विभाग कार्यालय में जाएँ और फॉर्म जमा कर दें।
इसके बाद आपके आवेदन पत्र और दस्तावेजों का सत्यापन किया जायेगा और सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपके बैंक खाते के माध्यम से राशि दे दी जाएगी।
प्रदेश सरकार श्रमिक परिवारों के पर्यटन और उनके खिलाड़ी बेटों को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक मदद देगी। इसके अलावा श्रमिकों के पढ़ाई कर रहे बेटे-बेटियों को पुस्तकें खरीदने में भी मदद की जाएगी। इन लाभों से जुड़ीं-स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा, चेतन चौहान क्रीड़ा प्रोत्साहन और महादेवी वर्मा पुस्तक क्रय आर्थिक योजनाएं जल्द लागू होने जा रही हैं। इनका प्रदेश के डेढ़ करोड़ से अधिक श्रमिकों को लाभ मिलेगा। वहीं, कुछ पुरानी योजनाओं में मदद राशि बढ़ाई गई है।
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