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भैंस की टॉप 3 नस्लें : 80 लीटर दूध देगी रोजाना, किसान की होगी बंपर कमाई

भैंस की टॉप 3 नस्लें : 80 लीटर दूध देगी रोजाना, किसान की होगी बंपर कमाई
पोस्ट -23 सितम्बर 2023 शेयर पोस्ट

भैंस के इन टॉप 3 नस्लों का करें पालन, प्रतिदिन 80 लीटर दूध के साथ होगी अच्छी कमाई 

पशुपालन किसानों के लिए खेती के बाद दूसरा सबसे बड़ा व्यवसाय है, जिसकी मदद से किसान खेती में अपनी आय बढ़ा सकते हैं। उन किसानों के लिए पशुपालन एक बेहद मुनाफे का सौदा हो जाता है, जो खेती के साथ पशुपालन किया करते हैं। पशुओं में गाय, भैंस और बकरी का पालन प्रमुख है। दूध के उत्पादन के लिए किसान गाय और भैंस का पालन ही मुख्य रूप से करते हैं। किसान अपनी इनकम बढ़ा सकें और दूध का उत्पादन बढ़ा सके इसके लिए जरूरी है कि पशुओं की उचित और सबसे उन्नत नस्लों का चुनाव किया जाए। इससे किसान ज्यादा मात्रा में दूध का उत्पादन कर पाएंगे। देश में दूध की आपूर्ति में भैंस पालन का एक बड़ा योगदान है। 

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ट्रैक्टर गुरु के इस पोस्ट में सबसे ज्यादा दूध देने वाली भैंस की टॉप 3 नस्लों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो किसानों को काफी अच्छा मुनाफा दे सकती है।

ज्यादा दूध देने वाली भैंस की टॉप 3 नस्ल

भैंस का पालन देश में प्रमुखता से किया जाता है। भैंस एक शांत और वजनदार प्राणी है। इसका पालन किसानों के लिए सुविधाजनक होता है क्योंकि इसे गाय की तुलना में कम देखरेख की जरूरत होती है। इसके स्किन मोटे होते हैं जिसकी वजह से ठंड में भी इसकी देखरेख ज्यादा करने की जरूरत नहीं पड़ती है। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता के मामले में भैंस, गाय की तुलना में आगे है। गाय की अपेक्षा भैंस को कम रोग होते हैं, जिससे किसानों की लागत कम होती है। मुनाफा बढ़ता है। ज्यादा उत्पादन और ज्यादा मुनाफा देने के लिए भैंस की टॉप 3 नस्ल के बारे में जानकारी इस प्रकार है।

1. मुर्रा भैंस 

उत्तरप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में मुर्रा भैंस को पाला जाता है। इन्हीं इलाकों में मुर्रा नस्ल के भैंस की उत्पत्ति भी हुई है। इस भैंस की पहचान यह है कि इसके सींग जलेबी के आकार कर तरह ही घूमे हुए होते हैं। साथ ही इस भैंस की त्वचा चिकनी और मुलायम होती है। सबसे ज्यादा दूध देने वाली भैंसों में मुर्रा भैंस काफी लोकप्रिय है। यह भैंस दुनिया की सबसे ज्यादा दुधारू भैंस है। इसे विदेशों में भी बड़े पैमाने पर पाला जाता है। भैंस के दूध की खासियत यह होती है कि यह वसा से भरपूर होती है। भैंस का दूध सेवन करना वजन बढ़ाने में मददगार होता है।

मुर्रा भैंस की पहली ब्यात लगभग 46 से 48 महीनों में होती है। इसके बाद हर अगली ब्यात 15 से 16 महीने के अंतराल में हो जाता है। प्रति ब्यात मुर्रा भैंस 5500 से 6000 लीटर दूध देती है। ब्यात के शुरुआती कुछ महीनों में भैंस प्रतिदिन 65 से 80 लीटर तक दूध देती है। मुर्रा भैंस के दूध में वसा की मात्रा की बात करें तो यह करीब 7.3% लगभग होती है जो अन्य भैंसों की तुलना में ज्यादा है।

2. जाफराबादी भैंस 

भावनगरी, गिर या जाफरी के नाम से जानी जाने वाली इस भैंस की नस्ल गुजरात में विकसित हुई है। गुजरात के गिर जंगल, काठियावाड़ और जाफराबाद में ज्यादातर जगहों पर ये भैंस देखने को मिल जाती है। इस भैंस की पहचान या इसकी विशेषताओं की बात करें तो इस भैंस का रंग काला और उसका सिर या माथा उठा हुआ होता है। इसके सींग काफी चौड़े होते हैं। इसका सिर काफी भारी भरकम होता है।

जाफराबादी भैंस का वजन लगभग 550 किलोग्राम होता है। इस नस्ल के भैंस के पहले ब्यात की बात करें तो 45 से 47 महीनों के बीच इसकी प्रथम ब्यात होती है, जिसके 15 से 16  महीने बाद दूसरी ब्यात ली जा सकती है। जाफराबादी भैंस प्रति ब्यात लगभग 4000 से 5000 लीटर दूध देती है। शुरुआती दिनों में 65 से 70 किलोग्राम दूध रोजाना यह भैंस देती है। इस भैंस का दूध भी वसा से परिपूर्ण होता है। इस भैंस के दूध में मुर्रा भैंस के दूध से भी ज्यादा वसा करीब 7.6% होता है। जबकि मुर्रा भैंस में 7.3% होता है। यह दूध वजन बढ़ाने और वसा की कमी दूर करने में काफी मददगार है।

3. मेहसाना भैंस 

गुजरात के मेहसाना और बनासकांटा जिले में इस नस्ल की भैंस पाई जाती है। इस भैंस की उत्पत्ति मेहसाना से हुई है, इसीलिए इसका नाम मेहसाना भैंस रखा गया है। यह एक क्रॉस ब्रीड है, जो दो भैंस के संकरण से तैयार हुई है। मुर्रा नर और सुरती नस्ल के भैंस के प्रजनन से मेहसाना भैंस की उत्पत्ति हुई है। क्रॉस ब्रीड होने, अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता, और दूध के अच्छे उत्पादन की वजह से यह भैंस किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ है।

मेहसाना नस्ल के भैंस के सींग चौड़े और अंदर की ओर घूमे हुए होते हैं। लंबी गर्दन और काले रंग के इस भैंस की पहली ब्यात 46 महीने बाद होती है। जबकि अगली ब्यात 16 से 17 महीने बाद ली जा सकती है। एक ब्यात में 3500 लीटर से 4000 लीटर दूध का उत्पादन होता है।

आशा है कि भैंस के टॉप 3 नस्लों की जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। इसी तरह के खेती, पशुपालन और ट्रैक्टर से जुड़ी बेहतरीन जानकारी के लिए बने रहें हमारे साथ। 

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