भारतीय किसान खेती के अलावा दुग्ध उत्पादन से अपनी आजीविका चलाते हैं। दुग्ध उत्पादन के लिए गाय, भैंस, बकरी आदि पशुओं को अधिक संख्या में पाला जाता है। गाय का दूध अपने गुणों के कारण लगातार लोकप्रिय हो रहा है। गाय का घी ज्यादा महंगे दामों पर बिकता है। जैविक खेती का प्रचलन बढ़ने के कारण गाय पालन किसानों के लिए ज्यादा मुनाफे का सौदा साबित हो रही है। सरकार व कृषि विशेषज्ञों के अनुसार गाय पालन से किसानों की आय में वृद्धि करके उनकी आय को दोगुना किया जा सकता है। केंद्र व राज्य सरकारें गाय पालन पर सब्सिडी देती है और कई योजनाएं चला रही है।
देशी गाय का दूध अपनी A2 क्वालिटी के कारण महंगे दामों पर बिकता है। कई बीमारियों में काम आने के कारण गाय के दूध, गौमूत्र और गोबर की मां बढ़ती जा रही है। गाय पालन करने वाले किसानों के लिए पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना सबसे लोकप्रिय है। इस योजना में कम ब्याज दर पर लोन की सुविधा मिलती है। मध्यप्रदेश में देशी गाय पालने पर सरकार की ओर से 900 रुपए प्रतिमाह की सब्सिडी दी जाती है। हरियाणा पशुपालन योजना में किसानों को 25 फीसदी सब्सिडी मिलती है। राजस्थान कामधेनु डेयरी योजना में देशी गायों की हाईटेक डेयरी फार्म खोलने पर 30 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है।
केंद्र : डेयरी उद्यमिता विकास योजना
हरियाणा : पशुपालन योजना
मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री गौ सेवा योजना, देशी गोपालन योजना
राजस्थान : कामधेनु डेयरी योजना
बिहारी : समग्र ग्रव्य विकास योना
महाराष्ट्र : गाय म्हैस अनुदान योजना
गुजरात : मुख्यमंत्री गौ माता पोषण योजना
झारखंड : गोधन न्याय योजना
उत्तरप्रदेश : गोपालक योजना, मुख्यमंत्री सहभागिता योजना