Rooftop Solar System : अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से दिल्ली लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों समेत आम नागरिकों को बड़ा तोहफा दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने देश में ‘प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना’ लॉन्च करने का ऐलान किया। इस योजना के तहत सरकार देशभर में एक करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाएगी, जिससे ऊर्जा संरक्षण क्षेत्र में एक नई क्रांति आएगी। उम्मीद लगाई जा रही है कि इस योजना से देश में आम जनता के साथ-साथ किसान वर्ग को बड़ी राहत मिल सकती है। प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना (Pradhan mantri Suryodaya Yojana) के माध्यम से बिजली की खपत को कम किया जा सकेगा, जिससे देश के गरीब और मध्यम वर्ग के नागरिकों को बिजली बिल में होने वाले खर्च से भी राहत मिलेगी। आईए जानते हैं कि इस योजना का लाभ किन लोगों को मिलेगा और इससे क्या लाभ होंगे।
ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा भारत
प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से लौटने के पश्चात पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना की घोषणा की। इस की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स (X) पर दी है। उन्होंने अपने इस पोस्ट में लिखा है कि, "सूर्यवंशी भगवान श्री राम के आलोक से विश्व के सभी भक्तगण सदैव ऊर्जा प्राप्त करते हैं। आज अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मेरा ये संकल्प और प्रशस्त हुआ कि भारतवासियों के घर की छत पर उनका अपना सोलर रूफटॉप सिस्टम हो। अयोध्या से लौटने के बाद मैंने पहला निर्णय लिया है कि हमारी सरकार एक करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने के लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना प्रारंभ करेगी, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग का बिजली बिल खर्च तो कम होगा ही, साथ ही भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनेगा।"
किसे मिलेगा सूर्योदेय योजना का लाभ?
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के तहत सरकार आर्थिक रूप के कमजोर लोगों के घरों पर रूफटॉप सोलर सिस्टम इंस्टॉल करेगी, जिससे उनकी खुद की बिजली की जरूरत तो पूरी होगी ही, साथ ही अतिरिक्ति बिजली को बेचकर कमाई भी कर सकेंगे। इस योजना की घोषणा के साथ ही पीएम मोदी ने कैंपेन के माध्मय से बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ने की बात कही। इस योजना के अंतर्गत सुदूर क्षेत्र रहने वाले गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों लाभ दिया जाएगा। हालांकि, सरकार की तरफ से योजना को लेकर कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए हैं, लेकिन बताया जा रहा है कि जिन परिवारों की वार्षिक आय 2 लाख रुपए से कम होगी उन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा। क्योंकि ऐसे परिवारों की कमाई का एक बड़ा हिस्सा बिजली बिल पर खर्च होता है। फिलहाल एक करोड़ लोगों को योजना के तहत लाया जाएगा। सोलर पैनल सिस्टम लगने के बाद लोग बिजली के बिल की टेंशन से मुक्त हो जाएंगे।
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना (Pradhan Mantri Suryodaya Yojana) 1 करोड़ से ज्यादा घरों पर रूफटॉप सोलर पैनल लगाये जायेंगे जिसकी मदद से लोगों को ऊर्जा का एक स्वच्छ साधन मिलेगा। इससे लोगों को बिजली के बिल से छुटकारा मिलेगा। इस योजना का उद्देश्य गरीब और मध्य वर्ग के लोगों के बिजली के बिलों में कटौती करना है। साथ ही इसका उद्देश्य ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता लाना है। प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के तहत गरीब और मध्यम वर्ग के व्यक्तियों को रूफटॉप सोलर प्रोग्राम के तहत शामिल किया जाएगा।
सोलर पैनल लगाने पर सरकार देती है सब्सिडी
गौरलतब है कि इससे पहले देश में स्वच्छ ऊर्जा के लिए सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए फिलहाल केंद्र सरकार द्वारा संचालित 'नेशनल रूफटॉप योजना' के तहत सरकारी संस्थानों की छतों एवं आम लोगों के घरों पर रूपटॉप सोलर लगाए जाते है। साथ ही किसानों को भी सौर उर्जा संचालित सोलर पंप दिए जा रहे हैं, जिससे बिजली की खपत को कम किया जा सके। 'नेशनल रूफटॉप स्कीम' के तहत सरकार सोलर एनर्जी के लिए घरों की छत पर 3 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल सिस्टम लगाने पर सरकार की ओर से 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है। यदि योजना के तहत अगर आप 10 किलोवाट क्षमता वाले रूफटॉप सोलर लगाते हैं, तो सरकार आपको 20 प्रतिशत की सब्सिडी देगी। योजना के तहत लाभार्थी का चयन मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रीन्यूएबल एनर्जी (MNRE) विभाग पावर डिस्ट्रिब्यूटर्स की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर करता है।
रूफटॉप सोलर लगाने के लिए इतना आता है खर्च
रूफटॉप सोलर योजना फेज-2 के अंतर्गत देश में रूफटॉप सोलर से 2,651 मेगावाट क्षमता को स्थापित किया जा चुका है। सेंट्रल रीन्यूवेबल एनर्जी मिनिस्टर आरके सिंह ने के अनुसार, रूफटॉप सोलर कार्यक्रम के दोनों फेज से अभी 10,407 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। उन्होंने बताया कि हाल ही में रूफटॉप स्कीम के फेज-2 को 31 मार्च 2026 तक बढ़ाया गया है। इसके तहत सामान्य श्रेणियों के राज्यों के लिए 3 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल के लिए प्रति किलोवाट 14,588 रुपए का अनुदान दिया जा रहा है। सोलर पैनल से बिजली बनाने का खर्च पैनल के मॉड्यूल और इनवर्टर पर निर्भर करता है। 1 किलोवॉट का सोलर पैनल लगाने में 45-85 हजार रुपए तक का खर्च आता है। इसके अलावा बैटरी का खर्च अलग होगा। वहीं, 5 किलोवॉट का सोलर पैनल लगवाने पर 2.25 से 3.25 लाख रुपए तक का खर्च आ सकता है।
रूफटॉप सोलर से बिजली उत्पादन करने वाले राज्य
रूफटॉप सोलर पैनल घरों की छत पर लगाए जाते हैं। इन पैनलों में सोलर की प्लेट लगी होती है, जो सूर्य की किरणों से ऊर्जा सोखकर बिजली प्रोड्यूस करती है। पैनल में फोटोवोल्टिक सेल्स लगे होते हैं जो सौर ऊर्जा को बिजली में बदलने का काम करते है। इससे उत्पादित यह बिजली वहीं काम करती है, जो पावर ग्रिड से आई बिजली करती है। रूफटॉप सोलर स्थापित करने में गुजरात सबसे आगे है। यहां 1956 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो चुका है, जबकि कुल स्टोरेज कैपेसिटी 3174 मेगावाट हो चुकी है। सोलर पैनल से बिजली उत्पादन करने में केरल दूसरे और महाराष्ट्र तीसरे नंबर पर है।
Website - TractorGuru.in
Instagram - https://bit.ly/3wcqzqM
FaceBook - https://bit.ly/3KUyG0y