यह बात सभी जानते हैं कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है। देश की लगभग 60 प्रतिशत तक जनसंख्या खेती-बाड़ी से ही अपना जीवन यापन करती है। किसानों को खेती में विभिन्न प्रकार समस्याओं जैसे फसल उत्पादन से लेकर फसल की कटाई, फसल का विक्रय, भण्डारण एवं प्राकृतिक आपदा इत्यादि परेेशानियों का सामना करना पड़ता है। किसान इन परेेशानियों का सामना कर जैसे-तैसे अपनी खेती से अच्छी फसल तो पा लेता है, लेकिन अपनी फसलों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर बेचने के लिए उनके पास साधन नहीं होते हैं। जिससे उन्हें स्थानीय स्तर पर कम दामों पर ही फसल बेचनी पड़ जाती है। किसानों को उनकी फसल का बेहतर दाम दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने साल 2020 में कृषि उड़ान योजना शुरू की। इस योजना के तहत किसानों को अपनी फसलों को दूसरी जगह पर आसानी से बेचने के लिए वाहनों की सुविधा प्रदान की जाती है। इससे किसान अपनी फसलों को सही समय पर बाजारों में पहुंचा सकता है। जिससे किसान को अपनी फसल का अच्छा मूल्य प्राप्त होता है।यदि आप भी इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो ट्रैक्टर गुरु की इस पोस्ट के माध्यम से योजना के बारे में जानकारी दी जा रही है।
कृषि उत्पादों के परिवहन में किसानों की सहायता करने के उद्देश्य से अगस्त 2020 में अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय मार्गों पर कृषि उड़ान योजना शुरू की गई थी ताकि कृषि उत्पादों का उचित मूल्य प्राप्त किया जा सके। केन्द्र सरकार की इस योजना को दोबारा अक्टूबर 2021 में अपग्रेड कर इसे कृषि उड़ान 2.0 का नाम दिया गया। इस योजना को अपग्रेड करने का मुख्य उद्देश्य जल्दी खराब होने वाले उत्पाद हवाई माध्यम से देश-विदेश में निर्यात कर किसानों को भारी मुनाफा देना है। इस योजना का फायदा उठाकर किसान अपनी फसलें बर्बाद होने से बचा सकते हैं। कृषि उड़ान (2.0) योजना के तहत किसानों को सब्सिडी आधारित हवाई सेवाएं मुहैया कराने की योजना बनाई गई है। यह योजना अंतरराज्यीय तथा अंतरराष्ट्रीय दोनों मार्गों पर लागू है। इस योजना के फसल देश-विदेशों में बेचने के लिए हवाई जहाज की आधी सीटें किसानों को रियायती दरों पर दी जाएगी एवं इन सीटों पर सब्सिडी भी मुहैया कराई जाएगी। व्यवहारता फंडिंग के नाम से किसानों के लिए एक निश्चित मात्रा में राशि मुहैया कराई जाएगी। इस धनराशि को केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार दोनों द्वारा प्रदान किया जायेगा।
कृषि उड़ान 2.0 योजना 2022 के तहत वित्तीय प्रोत्साहन चुनिंदा एयरलाइंस को दिया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत दूध ,मछली ,मास आदि अन्य खराब होने वाली चीजो को हवाई माध्यम से जल्द से जल्द बाजार पहुंचाया जायेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मछली उत्पादन, दूध उत्पादन और डेयरी उत्पाद, मांस आदि व्यापार से जुड़े किसानों को इस योजना में प्राथमिकता दी गई है। इन प्रकार के व्यापार से जुड़े किसान अपने उत्पादन को देश-विदेश के बाजारों में सही समय पर आसानी से पहुंचा सकेंगे। कृषि उड़ान 2.0 योजना से किसानों को खेती के अलावा अन्य व्यवसाय के लिए भी बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो सके।
देश के जो किसान मछली, दूध, डेयरी, मांस उत्पाद आदि व्यापार से जुड़े हैं और कृषि उड़ान 2.0 योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो उन्हें इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। उसके बाद ही किसानों को कृषि उड़ान 2.0 योजना का लाभ मिलेगा। कृषि उड़ान 2.0 योजना सरकार से देश के विभिन्न हिस्सों में कृषि उत्पादों के परिवहन के लिए हवाई जहाजों का उपयोग होगा। इस योजना के तहत उड़ानों में कम से कम आधी सीटें सब्सिडी वाले किराए पर दी जाएगी और इसमें भाग लेने वाले वाहकों को एक निश्चित मात्रा में व्यवहार्यता गैप फंडिंग (वीजीएफ) प्रदान की जाएगी। वीजीएफ धनराशि राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों के द्वारा वहन किया जायेगा।
कृषि उड़ान 2.0 योजना से सभी गरीब किसान अपनी फसल आसानी से एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा सकते हैं ।
इस योजना में मछली उत्पादन, दूध उत्पादन और डेयरी उत्पाद, मांस आदि व्यापार से जुड़े किसानों को विदेश में अपने उत्पाद बेचने के लिए हवाई वाहनों की सुविधा आसानी से मिलती है।
कृषि उड़ान 2.0 योजना के लाभ से कोई किसान अपनी फसल को विदेश में बेचना चाहता है तो यह भी कर सकता है।
विदेश में किसानों की फसलों के निर्यात से देश में उन्नति होगी साथ ही किसानों को फसलों की अच्छी कीमत भी मिलेगी।
कृषि उड़ान 2.0 योजना के लाभ से गरीब किसान कम कीमत पर अपनी फसलों को छोटे क्षेत्र में जाकर नहीं बेचेंगे।
आधार कार्ड
आय प्रमाण पत्र
खेती संबंधित दस्तावेज
मछली उत्पादन, दूध उत्पादन और डेयरी उत्पाद, मांस आदि व्यापार संबंधित दस्तावेज
निवास प्रमाण पत्र
मोबाइल नंबर
राशन कार्ड
सबसे पहले आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट http://agriculture.gov.in/ को ओपन करना होगा ।
आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल कर आ जायेगा।
इस होम पेज पर आपको ‘ऑनलाइन आवेदन’ वाले विकल्प पर क्लिक करना होगा।
ऑनलाइन आवेदन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने ऑनलाइन आवेदन का फॉर्म खुलकर आ जायेगा।
इस फॉर्म में आपको मांगी गयी जानकारी जैसे: नाम, आधार नंबर आदि को ठीक-ठीक भरना होगा।
मांगी गयी सभी जानकारी को ठीक-ठीक भरने के बाद आपको ‘सबमिट’ बटन पर क्लिक करना होगा। और आवेदन फॉर्म को सबमिट करना होगा।
आवेदन फॉर्म सबमिट होने के पश्चात आपका कृषि उड़ाना 2.0 योजना में सफलता पूर्वक आवेदन हो जायेगा।
सर्वप्रथम आपको कृषि विभाग में लॉगिन करने के लिए सबसे पहले इसकी आधिकारिक वेबसाइट में जाना होगा।
आपके सामने होमपेज खुलकर आ जायेगा।
होम पेज पर आपको लॉगिन वाले ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
इसके बाद आपके सामने लॉगिन वाला पेज खुल कर आ जायेगा ।
अब आपके सामने लॉगिन पेज खुल कर आएगा। जिसमें आपको अपना यूजरनेम, पासवर्ड तथा कैप्चा कोड दर्ज करना होगा।
इसके पश्चात आपको लॉगिन के लिंक पर क्लिक करना होगा।
इस तरह से आप सफलतापूर्वक लॉगिन कर पाएंगे।
केन्द्र सरकार की कृषि उड़ान 2.0 योजना में लगभग 8 मिनिस्ट्री साथ में मिलकर काम कर रही हैं। जिसमें नागरिक उड्डयन मंत्रालय, कृषि और किसान कल्याण विभाग, पशुपालन और डेयरी विभाग, मत्स्य विभाग, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, वाणिज्य विभाग, जनजातीय मंत्रालय मामले और उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्रालय आदि शामिल हैं। जानकारी के अनुसार फिलहाल के लिए किसानों की मदद करने में 53 एयरपोर्ट को कृषि उड़ान योजना से जोड़ा गया है और साथ ही यह योजना डोमेस्टिक के साथ अंतरराष्ट्रीय हवाई मार्गों पर भी काम कर रही है। जिसकी मदद से निर्धन और ग्रामीण किसान को काफी फायदा पहुंच रहा हैं। इसके अलावा वह अपनी फसल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजकर अधिक लाभ कमा रहे हैं।
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