देश के किसानों की आय को दोगुना कर उन्हें आर्थिक सशक्तिकरण प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय बागवनी मिशन और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना को चलाया जा रहा है। इसके तहत किसानों को कृषि के साथ बागवानी क्षेत्र के विकास के लिए प्रेरित किया जा रहा है। देश के अधिक से अधिक किसान बागवानी क्षेत्र से जुड़ें, इसके लिए केंद्र सरकार हर प्रकार से किसानों की आर्थिक मदद भी कर रही है। देश की लगभग सभी राज्यों की सरकार राष्ट्रीय बागवानी मिशन और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना को अपने स्तर पर लागू कर किसानों को बेहतर लाभ देने का प्रयास लगातार कर रही है। इसी कड़ी में पंजाब राज्य की भगवंत मान सरकार ने बागवानी को बढ़ावा देने का बड़ा फैसला लिया है। सरकार प्रदेश के किसानों को बागवानी के लिए प्रेरित कर रही है, जिसके लिए किसानों को सरकार की ओर से भारी सब्सिडी के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। ऐसे में पंजाब में संगरूर जिले के किसानों का रूझान बागवानी की ओर करने के लिए जिला प्रशासन संगरूर किसानों को आर्थिक सहायता दे रही है। जिला प्रशासन का मानना है कि इससे जिला में बागवानी क्षेत्र का विकास होगा और किसानों की इनकम में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी। आज देशभर में बागवानी उत्पादों की मांग काफी ऊंचे लेवल है, जिसके कारण आने वाले समय में बागवानी से किसानों की जबरदस्त इनकम हो पाएगी। आईए, ट्रैक्टरगुरू के इस लेख के माध्यम से इस पूरी खबर के बारे में जानते हैं।
जिला प्रशासन संगरूर राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत जिले के किसानों की आय को दोगुना करने के लिए उन्हें बागवानी क्षेत्र से जुड़ने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। इसके लिए संगरूर जिला प्रशासन ने 4.07 करोड़ रुपये की कार्य योजना भी शुरु की है। योजना जिले के किसानों की मांग पर तैयार की गई है, जिसके तहत किसानों को बागवानी के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। बागवानी की अपार संभावना देखते हुए संगरूर जिला प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों को अमरूद, किन्नू, स्ट्रॉबेरी, आड़ू के साथ-साथ फूल, नेट हाउस, उच्च गुणवत्ता वाली सब्जियां, मधुमक्खी पालन और अन्य उत्पादों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए हैं। अतिरिक्त उपायुक्त (विकास) वरजीत वालिया ने कहा कि इस कार्य योजना को तैयार करने का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय में बढ़ोतरी कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
मिली जानकारी के अनुसार, संगरूर जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई योजना के तहत जिले में किसानों के साथ-साथ सजावटी फूलों की खेती या नर्सरी करने किसान या गैरकिसानों को लाभ दिया जा रहा है। इस योजना का लाभ वे किसान भी उठा सकते हैं, जो बागवानी में अमरूद, क्विनोआ और स्ट्रॉबेरी का उत्पादन करना चाहते हैं, लेकिन पैसों की वजह से बागवानी नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा, किसानों और गैरकिसानों को मशरूम उत्पादन बीज अधोसंरचना इकाई, प्याज भंडारण, वर्मी कम्पोस्ट जैसी कई अन्य विभिन्न इकाईयों और कृषि उपकरण के लिए अनुदान का लाभ दिया जा रहा है।
जिला प्रशासन का कहना है कि इस कार्य योजना से जिले के किसानों का रुझान परंपरागत खेती के स्थान पर बागवानी की ओर बढ़ेगा। इस बदलते तकनीक के दौर में किसान बागवानी में फल, सब्जी और औषधिय पौधों की खेती के साथ प्याज भंडारण और वर्मी कम्पोस्ट यूनिट इकाईयां स्थापित कर अच्छा करोबार शुरू सकता है। इसके अलावा, कार्य योजना से बागवानी क्षेत्र में किसानों की पैदावार भी बढ़ेगी। साथ ही उनके आर्थिक हालात भी बदलेंगे।
संगरूर जिला प्रशासन के मुताबिक, राष्ट्रीय बागवनी मिशन और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना की शुरुआत भारत सरकार द्वारा की गई है, जिसके माध्यम से किसानों काे बागवानी के प्रति जागरूक किया जा रहा है। किसानों को बागवानी क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई समस्या न हो इसके लिए उन्हें विभिन्न कार्यक्रमों के तहत समय-समय पर जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा, बागवानी में उत्पन्न होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए कृषि विशेषज्ञों को सलाह एवं प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। राज्य सरकारें भी बागबानी के महत्व को किसानों को समझाने के लिए अपने-अपने स्तर पर जागरुक अभियान, प्रशिक्षण और तकनीकों की जानदारी दे रही है।
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