Krishi Yantrikaran Mela (Agro Bihar 2024) : पटना के गांधी मैदान में राज्य स्तरीय कृषि यांत्रिकरण मेला (एग्रो बिहार 2024) का आयोजन किया गया है। 29 नवंबर से 2 दिसंबर तक आयोजित इस एग्रो बिहार कृषि यांत्रिकरण मेला सह प्रदर्शनी में देश के प्रमुख कृषि यंत्र निर्माताओं द्वारा आधुनिक यंत्रों/उपकरणों का प्रदर्शन किया गया। इस कृषि मेले में बिहार के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के कृषि यंत्र निर्माता और किसान शामिल हुए। पटना में लगे कृषि यांत्रिकरण मेला में इस बार राज्य के किसानों को कृषि यंत्र और उपकरण खूब भा रहे हैं। कृषि मेला के दूसरे दिन लगभग 47 हजार से अधिक किसानों और आम लोगों ने खेती-किसानी में उपयोगी आधुनिक मशीनों के बारे में जानकारी हासिल की और किसान पाठशाला में किसानों को कृषि के तरीकों और मशीनों को चलाने का प्रशिक्षण (Training) भी दिया गया। एग्रो बिहार में किसानों ने 2 दिन में करीब 306 कृषि यंत्रों (Krishi yantro) की खरीदारी की, जिस पर उन्हें 185 लाख रुपए से अधिक की छूट (अनुदान) का लाभ मिला।
बिहार के पटना के गांधी मैदान में आयोजित राज्यस्तरीय कृषि यांत्रिकरण मेला (एग्रो बिहार 2024) में दूसरे दिन पटना, सारण, सिवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, सीतामढ़ी, वैशाली एवं शिवहर जिले के किसानों ने हिस्सा लिया। इस कृषि यांत्रिकरण मेला सह प्रदर्शनी में राज्य के 47 हजार से अधिक किसान और लोग पहुंचे। इस प्रदर्शनी मेले में किसी प्रकार की कोई एंट्री फीस (प्रवेश शुल्क) नहीं रखी गई। मेले (mela) के दूसरे दिन किसानों को कृषि यंत्रों के प्रदर्शन, उनके बारे में तकनीकी जानकारी और उन्हें कृषि यंत्रों पर अनुदान (Discount) का लाभ दिया गया है।
कृषि विभाग बिहार और सीआईआई के सहयोग से चार दिवसीय (29 नवंबर से 2 दिसंबर तक) राज्य स्तरीय कृषि यांत्रिकरण मेला (एग्रो बिहार 2024) का आयोजन किया गया है। इस मेले में कृषि यंत्रों के निर्माताओं एवं विक्रेताओं की व्यावसायिक बैठक (B to B Meet) तथा यंत्र निर्माताओं एवं विभागीय पदाधिकारियों के साथ बैठक (B to G Meet) भी आयोजित की गई। इसमें कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय, पूसा समस्तीपुर तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद पटना के वरिष्ठ वैज्ञानिकगण मौजूद रहे।
एग्रो बिहार 2024 (कृषि यांत्रिकरण मेला सह प्रदर्शनी) में कृषि गतिविधियों को नये तरीके से करने के लिए उन्नत तकनीक से लैस कई आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रदर्शन किया गया है। एग्रो बिहार कृषि मेला में सौर ऊर्जा (Solar Energy) से चलने वाली सोलर बैट्री स्प्रेयर (Solar Battery Sprayer) मशीन प्रदर्शित की गई। यह मशीन 6 से 12 कतारों में 2 फीट से लेकर 5 फीट ऊंचाई तक छिड़काव करती है।
यह हार्वेस्टर मशीन गन्ना उत्पादकों के लिए काफी उपयोगी है। सुगर केन हार्वेस्टर मशीन गन्ने की हार्वेस्टिंग कर छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर सीधे ट्रैक्टर की ट्रॉली में लोड कर देती है।
इस मेले में थ्री-व्हील ट्रैक्टर (तिपहिया ट्रैक्टर) का प्रदर्शन किया गया है। मेले के अंदर यह तीन पहिये वाला ट्रैक्टर किसानों के बीच मुख्य आकर्षण का केंद्र बना रहा। यह तिपहिया ट्रैक्टर 10 हार्स-पावर (एचपी) इंजन के साथ पुराने ट्रैक्टर की तरह ही सभी तरह के कृषि कार्य करने में सक्षम है। यह ट्रैक्टर जुताई के साथ-साथ बुआई, कटाई एवं माल ढुलाई करने के लिए उपयुक्त है। छोटे आकार में होने के चलते यह ट्रैक्टर उद्यानिक फसलों में छोटे खेतों में भी बहुत ही आसानी से काम करता है। मानवचालित प्लांटर मशीन पंक्ति में बुआई के लिए काफी उपयुक्त है। इससे मक्का, सोयाबीन, चना, मटर आदि फसलों के बीजों की बुआई की जा सकती है। ट्रैक्टर चालित बेड बनाने की मशीन खेतों के मेड़ काफी आसानी से किसान की जरूरत के हिसाब से बना देती है।
एग्रो बिहार कृषि मेला में 205 कृषि यंत्रों की खरीदारी पर किसानों को सरकार की ओर से 62.807 लाख रुपए का अनुदान दिया गया, जिनका बाजार मूल्य लगभग 1.62 करोड़ रुपए अनुमानित है। कृषि मेले में 2 दिनों में कुल 306 कृषि यंत्रों की बिक्री पर किसानों को कुल 185 लाख रूपए से अधिक अनुदान (Subsidy) दिया गया। मेले में किसान पाठशाला में प्रतिभागी किसानों को कृषि वैज्ञानिकों एवं विभागीय पदाधिकारियों द्वारा बागवानी में कृषि यंत्रों (farm equipment) को चलाने की विधि, रखरखाव और मरम्मत, दलहनी और तलहनी फसलों की वैज्ञानिक खेती (Scientific Farming) और कृषि उत्पादों (agricultural products) की प्रॉसेसिंग के लिए इस्तेमाल में आने वाले मशीनरी (Machinery) की तकनीकी जानकारी दी गई।
उल्लेखनीय है कि किसानों को खेती के कामों को समय और कम लगात पर पूरा करने के लिए बिहार सरकार द्वारा कृषि यंत्रों पर भारी छूट दी जाती है, जो किसानों को राज्य कृषि विभाग से संबंधित योजनाओं के तहत प्रदान की जाती है। अधिक से अधिक किसान कृषि यंत्रों पर छूट (सब्सिडी) का लाभ उठा सकें, इसके लिए बिहार सरकार द्वारा कृषि यांत्रिकरण योजना के तहत सभी जिलों के लिए लक्ष्य जारी कर किसानों से ऑफिशियल OFMAS पोर्टल www.farmech.bih.nic.in पर ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। बिहार सरकार कृषि यंत्रीकरण योजना के अंतर्गत वर्ष 2024-25 में कुल 75 प्रकार के कृषि यंत्रों/उपकरणों पर अनुदान देय है। इनमें फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित कृषि मशीनें एवं खेती संबंधित अन्य कृषि यंत्र शामिल है। ऑफिशियल OFMAS पोर्टल https://farmech.bih.nic.in/FMNEW/State_Plan_2024-25_Subsidy_rate.pdf पर प्रस्तावित कृषि यंत्र और इन पर देय अनुदान का विवरण देखा जा सकता है।
कृषि विभाग, बिहार सरकार की कृषि यंत्रीकरण योजना 2024-25 के तहत किसानों को कुल 75 प्रकार के कृषि यंत्रों की बिक्री पर छूट दी जा रही है। योजना के तहत स्वीकृति पत्र प्राप्त किसानों को कृषि यंत्र की खरीदारी करने पर 40 से लेकर 80 प्रतिशत तक सरकारी अनुदान देने का प्रावधान है। खात बात यह है कि इस योजना में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन-जाति और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के कृषकों को अधिक अनुदान देने का प्रावधान भी किया गया है। कृषि यंत्र निर्माताओं द्वारा निर्मित सूचीबद्ध कृषि मशीनरी पर अनुदान प्रतिशत और अनुदान की अधिकतम सीमा में 10 फीसदी की वृद्धि कर कृषको को सब्सिडी लाभ दिया जाता है। किसी भी परिस्थिति में अनुदान दर यंत्र की कीमत के 80 प्रतिशत से अधिक नहीं होगी। चालू वित्तीय वर्ष में अनुदानित कृषि यंत्रों/उपकरणों पर किसानों से प्राप्त योग्य आवेदन में से आवेदक का चयन ऑनलाइन लॉटरी प्रक्रिया से किया जाता है। लॉटरी की तिथि को ही परमिट (स्वीकृति पत्र) जारी किया जाता है, जिसकी वैद्यता 21 दिनों की होगी।
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