भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां मौसम के अनुसार फसलों को मुख्य रूप से दो श्रेणियों में बांटा गया है। 1. रबी की फसल 2. खरीफ की फसल। रबी की फसल की बुवाई अक्टूबर व नवंबर माह में शुरू होती है और कटाई मार्च-अप्रैल महीने में होती है। रबी की फसल को सर्दी की फसल भी कहा जाता है। रबी फसलों की बुवाई सर्दी शुरू होने के साथ शुरू होती है और सर्दी खत्म होने के साथ कटाई शुरू होती है।
रबी सीजन की फसलों को कम पानी की आवश्यकता होती है। रबी सीजन की फसलों के उत्पादन से किसान की उम्मीद जुड़ी होती है। अगर बेहतर उत्पादन होता है तो किसान के घर खुशहाली आती है। कम उत्पादन होने पर किसान को अपनी जिम्मेदारी पूरी करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। भारत की प्रमुख रबी फसलों के नाम यहां दिए गए हैं।
गेंहू
जौ
सरसों
मक्का
चना
मटर
मसूर
जई
तोरिया (लाही)
राई
अलसी
कुसुम
जीरा
धनिया
खरीफ सीजन के मुकाबले रबी सीजन की फसलों को पकने में अधिक समय लगता है। रबी फसलों की बुवाई के समय कम तापमान की आवश्यकता होती है और कटाई के समय अधिक तापमान की आवश्यकता होती है। भारत में पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर आदि राज्यों में रबी फसलों की भरपूर पैदावार होती है।
रबी फसल | एमएसपी 2022-23 |
गेहूं | ₹2015 |
सरसों | ₹5050 |
जौ | ₹1635 |
चना | ₹5230 |
कुसुम | ₹5441 |
केंद्र सरकार ने रबी फसलों का एमएसपी 2022-23 की घोषणा के साथ-साथ रबी फसलों का लागत मूल्य भी जारी किया है। केंद्र सरकार ने गेहू का लागत मूल्य एमएसपी 2022-23 के आधार पर 1008 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। जौ का लागत मूल्य 1019 रुपये प्रति क्विंटल, सरसों के लागत मूल्य 2523 रूपी प्रति क्विंटल, चना का लागत मूल्य 3004 रुपये प्रति क्विंटल, कैनोला और कुसुम के फूल के लागत मूल्य 3627 रुपये और दाल ( मसूर ) का लागत मूल्य 3079 रुपये प्रति क्विंटल प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।