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किसानों को सूक्ष्म सिंचाई पर 85% सब्सिडी लाभ: जानें कैसे करें आवेदन

किसानों को सूक्ष्म सिंचाई पर 85% सब्सिडी लाभ: जानें कैसे करें आवेदन
पोस्ट -21 मार्च 2023 शेयर पोस्ट

किसानों को पानी बचाने पर मिलेगा पैसा: सूक्ष्म सिंचाई सिस्टम पर 85% की सब्सिडी

सब्सिडी ऑफर हरियाणा सरकार : खेती-किसानी में फसलों के उत्पादन के लिए जल सबसे अहम संसाधन है। बिना जल के फसलों का उत्पादन करना संभव नहीं है। इसलिए किसानों के पास फसलों के अधिक उत्पादन के लिए उचित जल संसाधन का होना बेहद जरूरी है, ताकि फसलों की सिंचाई कर बेहतर उत्पादन किया जा सके। लेकिन पिछले कुछ सालों में गिरते भू-जल स्तर ने सरकार और किसानों के सामने फसलों की सिंचाई की गंभीर समस्या को जन्म दिया है। इस समस्या से देश के कई राज्य इस कदर परेशान हैं कि वह फसलों की सिंचाई भी ठीक से नहीं कर पा रहे हैं, उन्हें फसलों के उत्पादन के लिए पर्याप्त जल नहीं मिल पा रहा है। इसे देखते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार फसलों के उत्पादन में जल के प्रभावी उपयोग के लिए सिंचाई की सूक्ष्म पद्धतियों एवं वर्षा जल संग्रहण को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए सभी राज्य सरकारें केंद्र सरकार के सहयोग से अपने राज्यों में कई योजनाएं चलाकर किसानों को प्रोत्साहित कर सब्सिडी भी प्रदान कर रही है। ऐसे में हरियाणा राज्य सरकार भी राज्य में लगातार गिरते भूमिगत जल स्त्रोत एवं जल संचय को लेकर गंभीर है। राज्य सरकार द्वारा किसानों को ड्रिप, मिनी-स्प्रिंकलर और पोर्टेबल-स्प्रिंकलर माईक्रो-इरीगेशन सिस्टम अपनाने और रिचार्जिंग बोरवेल इंस्टॉल करवाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिसके लिए उन्हें भारी सिंचाई सब्सिडी भी दी जा  रही हैं। राज्य सरकार का मानना है कि ये पानी बचाने और जल का संचय करने में काफी मददगार साबित होगी। इससे न केवल भूमिगत जल स्तर को रिकवर किया जा सकेगा, बल्कि सिंचाई के उपयुक्त संसाधन के रकबे में भी बढ़ोतरी होगी। वहीं, किसानों को सिंचाई के उपयुक्त संसाधन प्राप्त होंगे, जिससे फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि होगी और उनकी आय भी बढ़ेगी। आईये, इस पोस्ट की मदद से इस पूरी खबर के बारे में विस्तार से जानते हैं कि हरियाणा सरकार की इस योजना में किसानों को किस प्रकार से लाभ होगा। 

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सूक्ष्म सिंचाई सिस्टम लगवाने के लिए 85% की सब्सिडी

हरियाणा राज्य सरकार जल संचय को लेकर गंभीर नजर आ रही है। हाल के दिनों में हरियाणा के हिसार में आयोजित कृषि विकास मेले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि खेती-किसानी में सिंचाई के लिए सबसे ज्यादा निर्भरता भूमिगत जल स्त्रोत पर ही रहती है। समय को देखते हुए हमें खेती-किसानी में सिंचाई के लिए पानी की खपत को कम करने की आवश्यकता है। इसके लिए हमें अपने सिंचाई पद्धतियों में बदलाव करने के साथ भूमिगत जल संचयन के लिए वर्षा जल संग्रहण करने की आवश्यकता है। कृषि में सिंचाई के लिए जल का प्रभावी इस्तेमाल कर कम जल में अधिक क्षेत्र की सिंचाई की जा सके, इसके लिए किसानों को ड्रिप, मिनी-स्प्रिंकलर और पोर्टेबल-स्प्रिंकलर सिंचाई सिस्टम अपनाने के लिए हमारी सरकार 85 प्रतिशत तक की सब्सिडी भी दे रही है। सीएम ने कहा कि खेती में सबसे ज्यादा निर्भरता भूमिगत जल पर होती है, जिससे बनाये रखने के लिए सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया है। कृषि में ड्रिप, मिनी-स्प्रिंकलर और पोर्टेबल-स्प्रिंकलर माईक्रो-इरीगेशन सिस्टम के उपयोग से पानी की ज्यादा खपत नहीं होगी, बल्कि कम पानी में फसलों से ज्यादा पैदावार किसानों को प्राप्त होगी।

1,000 रिचार्जिंग बोरवेल लगाने का लक्ष्य 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने MyGovHaryana के ट्वीटर अकाउंट पर जल संचय के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि समय को देखते हुए हमें कृषि में फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता के लिए जल की खपत को कम करने की आवश्यकता है। साथ ही लगातार गिरते भूमिगत जल स्त्रोतों के संचयन के लिए वर्षा जल संग्रहण करना होगा। देश में गिरते भूमिगत जल स्तर को पुनः रिकवर करने के लिए कई सरकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिनके माध्यम से वर्षा जल संचयन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इन योजनाओं के अंतर्गत हरियाणा सरकार भी इन  समस्याओं के लिए चलाई जा रही योजना चला रही हैं। गिरते भूमिगत जल स्तर को पुनः रिकवर करने के लिए राज्य सरकार इन योजना के अंतर्गत रिचार्जिंग बोरवेल लगाने की योजना बना रही हैं, जिससे वर्षा के जल वापस भूमिगत जल स्त्रोत में पहुंचाया जा सके। इस काम के लिए राज्य सरकार ने अमूल्य धरोहर पानी को बचाने के लिए चलाई जा रही योजना के पहले चरण में 1,000 रिचार्जिंग बोरवेल इंस्टॉल करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया हैं। इन रिचार्जिंग बोरवेल के लिए किसानों को मात्र  25 हजार रुपये खर्च करने पड़ेंगे। वहीं, शेष राशि का खर्च राज्य सरकार स्वयं करेगी। 

रिचार्जिंग बोरवेल के लिए कैसे करें आवेदन

हरियाणा सरकार द्वारा राज्य में गिरते भूमिगत जल स्तर को पुनः रिकवर करने के लिए अमूल्य धरोहर पानी को बचाने की योजना चलाई जा रही है। इस योजना के जरिये किसानों को वर्षा जल संचयन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भारी सब्सिडी दी जा रही हैं। इसके लिए हरियाणा सरकार ने राज्य में किसानों से रिचार्जिंग बोरवेल पर ऑनालइन आवेदन मांगे है। रिचार्जिंग बोरवेल पर आवेदन की प्रक्रिया के लिए आपको हरियाणा की वेबसाइट https://hid.gov.in/  पर जाना होगा। रिचार्जिंग बोरवेल की अधिक जानकारी के लिए आप अपने जिले के कृषि विभाग में भी संपर्क कर योजना का लाभ ले सकते हैं। अगर आप हरियाणा राज्य के किसान हैं और इसका लाभ उठाना चाहते हैं, तो हरियाणा सरकार की https://hid.gov.in/  पर जरूर विजिट करें। यहां आपको योजना से संबंधित सभी जानकारी विस्तार से मिल जाएगी।  

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