प्याज, पान और चाय की खेती पर 50 प्रतिशत सब्सिडी, अभी करें आवेदन

पोस्ट -14 सितम्बर 2022 शेयर पोस्ट

बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार का प्रयास, किसानों से मांगे आवेदन

पिछले कुछ वर्षों में किसानों के बीच बागवानी फसलों की खेती का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। खेती की लागत कम करने, आधुनिक खेती और बागवानी को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को कृषि और बागवानी में कार्य के लिए कृषि यंत्रों सहित बीज, खाद आदि के लिए सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। इसी बीच बिहार सरकार ने राज्य में बागवानी में फलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक अहम कदम उठाया है। बिहार सरकार राज्य बागवानी फसलों में अपार संभावना को देखते हुए किसानों को फल से लेकर फूल, सब्जी और दूसरे बागवानी कार्यों के प्रोत्साहन के लिए राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत एकीकृत बागवानी विकास मिशन चला रही है। इन योजनाओं के जरिए किसानों को बागवानी फसलों की खेती के लिए इकाई लागत पर सब्सिडी दी जाती है, ताकि खेती में खर्च को कम करके मुनाफा बढ़ाया जा सके। बिहार कृषि विभाग और उद्यान निदेशालय की तरफ से एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत किसानों को मगही पान, चाय और प्याज की खेती के लिए 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है। इसके लिए बिहार कृषि विभाग द्वारा अपने सूबे के किसानों से ऑनलाइन आवेदन भी मांगे हैं। बिहार राज्य के किसान इन बागवानी फसलों और उनके उत्पादन पर सब्सिडी के लिए अपना ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। तो आइए ट्रैक्टरगुरु के इस लेख के माध्यम से बिहार बागवानी विभाग द्वारा मगही पान, चाय और प्याज की खेती पर उपलब्ध सब्सिडी एवं सब्सिडी का लाभ लेने के लिए योजना में आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानते हैं। 

इन बागवानी फसलों पर 50 फीसदी की सब्सिडी

बिहार बागवानी विभान राष्ट्रीय बागवानी मिशन और मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के अंतर्गत ड्राई हॉर्टिकल्चर योजना का संचालन कर रही है। इसके तहत बिहार सरकार राज्य में कृषि और बागवानी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए बागवानी फसलों की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहन दे रही है। बिहार बागवानी विभाग की योजनाओं के अनुसार चाय का क्षेत्र विस्तार, मगही पान का क्षेत्र विस्तार और प्याज का क्षेत्र विस्तार करने के लिए किसानों को इनकी खेती करने पर एक निर्धारित लागत की 50 फीसदी रकम सब्सिडी के तौर पर दी जा रही है। योजना के तहत यह अनुदान न्यूनतम 0.1 हेक्टेयर एवं अधिकतम 4 हेक्टेयर भूमि पर कम पानी में होने वाले शुष्क फलों की खेती के लिए दिया जाएगा। 

बिहार कृषि विभाग, बागवानी निदेशालय तय प्रतिशत के अनुसार इन विशेष उद्यानिकी फसल में चाय की खेती के लिए 4 लाख 94 हजार प्रति हेक्टेयर पर 50 प्रतिशत यानि 2 लाख 47 हजार तक की सब्सिडी 75: 25 के अनुपात में दो किस्त बनाकर किसानों को दी जाएंगी। 

मगही पान की खेती के लिए 70 हजार 500 प्रति 300 वर्गमीटर के लिए 50 प्रतिशत तक सब्सिडी यानी इकाई लागत का अधिकतम 35,250 रुपये प्रति 300 वर्गमीटर अनुदान का प्रावधान है। प्याज की खेती के लिए 98 हजार की अधिकतम इकाई लागत पर 50 प्रतिशत तक अनुदान यानी 49,000 रुपये का आर्थिक अनुदान दिया जाएगा।

बिहार के इन जिलों के किसान को मिलेगा सब्सिडी का लाभ

बिहार के उद्यान विभाग ने राज्य में प्याज समेत अन्य कृषि उत्पादों की खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष उद्यानिक फसल योजना शुरू की है। इस योजना के तहत उद्यान विभाग मगही पान, प्याल और चाय की खेती के लिए किसानों को एक हेक्टेयर पर 50 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है। बिहार सरकार के उद्यान विभाग की तरफ से शुरू की विशेष उद्यानिक फसल योजना के तहत इन विशेष उद्यानिक फसलों की खेती पर सब्सिडी का लाभ बिहार के चुनिंंदा जिलों के किसान ही ले सकते हैं। योजना के तहत बिहार के औरंगाबाद, भागलपुर, बेगूसराय, दरभंगा, गया, कैमूर, कटिहार, मधुबनी, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नवादा, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, पूर्णिया, रोहतास, समस्तीपुर, सारण, सीतामढी, सिवान और वैशाली जिलों के किसान इनकी खेती पर सब्सिडी के लिए आपना ऑनलाइन आवेदन देकर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

यहां आवेदन कर सकते हैं किसान

बिहार राज्य सरकार द्वारा संचालित ड्राई हॉर्टिकल्चर योजना के तहत राज्य में विशेष उद्यानिकी फसल पर आर्थिक अनुदान का लाभ लेने के लिये कृषि विभाग, उद्यान निदेशालय की ऑफिशियल वेबसाइट http://horticulture.bihar.gov.in/  पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए नजदीकी जिले में सहायक निदेशक, उद्यान से संपर्क करके भी आर्थिक अनुदान का फायदा ले सकते हैं। 

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