राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2024 : डेयरी पशुपालन क्षेत्र में नवाचार (innovation) करने वाले पशुपालकों को राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। इसके तहत स्वदेशी गौवंशीय पशुओं की नस्लों में सुधार, संरक्षण एवं दुग्ध उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता बढ़ाने में आधुनिक तकनीकों के सर्वश्रेष्ठ उपयोग करने वाले प्रगतिशील किसानों /पशुपालकों को प्रोत्साहन राशि पुरस्कार के रूप में दी जाती है। केंद्रीय पुशपालन एवं डेयरी मंत्रायलय द्वारा यह पुरस्कार हर साल 26 नवंबर के दिन “राष्ट्रीय दुग्ध दिवस” के अवसर पर दिया जाता है। इस बीच डेयरी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वर्ष 2024 के लिए गोपाल रत्न पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की जा चुकी है। जिसके तहत इस साल भी स्वदेशी गाय- भैंस की नस्ल पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन और सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति (डीसीएस) /दूध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन के विजेताओं को पुस्कार के रूप् में पांच लाख रुपए का नकद राशि देकर सम्मानित किया जाएगा । आइए, गोपाल रत्न पुरस्कारों के लिए चयनित पशुपालकों के नाम एवं उनको मिलने वाले पुरस्कार के बारे में विस्तार से जानते हैं।
हाल ही में केंद्रीय पशुपालन और डेयरी विभाग ने साल 2024 के लिए पुरस्कारों का ऐलान किया है। जिसके तहत मंत्रालय की ओर से विजेताओं की लिस्ट भी जारी की गई। पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा जारी लिस्ट के अनुसार, इस वर्ष राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार योजना के अंतर्गत देशभर में कुल 15 लोगों गोपाल रत्न पुरस्कार दिए जाएंगे। 26 नवंबर 2024 के दिन राजधानी नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय दुग्ध दिवस कार्यक्रम में केंदीय पुशपालन एवं डेयरी मंत्री सभी विजेताओं को ये पुरस्कार देंगे। इस वर्ष के लिए राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कारों में पूर्वोत्तर राज्यों के लिए अलग से एक खास श्रेणी को जोड़ा गया है, जिसका उद्देश्य पशुपालन क्षेत्र में डेयरी पशुपालन विस्तार को बढ़ावा देना है। राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते है। इनमें जिनमें देशी पशुओं को पालने वाले किसानों, कृत्रिम गर्भाधान (एआई) तकनीशियनों, पशुपालन और डेयरी के क्षेत्र में काम करने वालीं डेयरी सहकारी समितियों, दूध उत्पादक कंपनी, डेयरी किसान उत्पादक संगठनों (DFPO) को प्रोत्साहित करने के मकसद से दिए जाते हैं।
इस वर्ष राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए देशभर से कुल 2574 आवेदन ऑनलाइन आवेदन पोर्टल awards.gov.in के माध्यम से प्राप्त हुए थे। प्राप्त आवेदनों में से सरकार द्वारा विभिन्न श्रेणियों के लिए कुल 15 विजेताओं का चयन किया गया है। इस साल भी सर्वश्रेष्ठ स्वदेशी पुशओं / गाय-भैंस की नस्लों को पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान / कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (AIT) / डेयरी सहकारी समिति / दुग्ध उत्पादक कंपनी / डेयरी किसान उत्पादक संगठन के विजेता पशुपलकों गोपाल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। विजेताओं को पुरस्कार में प्रथम स्थान के लिए 5 लाख रुपए, द्वितीय स्थान के लिए 3 लाख रुपए, तृतीय स्थान के लिए 2 लाख रुपए और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए विशेष पुरस्कार के तहत 2 लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की लिस्ट के मुताबिक, सर्वश्रेष्ठ स्वदेशी गाय/ भैंस नस्ल रखाने वाले किसानों में हरियाणा के झज्जर निवासी रेणु को प्रथम, मध्य प्रदेश के शजापुर के देवेंद्र सिंह परमार का द्वितीय एवं बिजनौर, उत्तर प्रदेश के सुरभि सिंह का तृतीय सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान पुरस्कार दिया जाएगा। पूर्वोत्तर राज्यों (NER) के लिए खास कैटेगिरी में जूना तमुली बर्मन, बजाली, असम और जुनुमा माली, मोरीगांव असम को स्वदेशी गाय/ भैंस नस्लों का पालन करने के लिए सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान पुरस्कार मिलेगा।
सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति/ दुग्ध उत्पादक कंपनी/ डेयरी किसान उत्पादक संगठन क्षेत्र में दो प्रथम पुरस्कार के लिए द गैबट मिल्क प्रोड्यूसर्स कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, अरावली, गुजरात तथा दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति लिमिटेड बिसानल, बागलकोट, कर्नाटक को चुना गया है। द्वितीय पुरस्कार के लिए प्रतापपुरा दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति लिमिटेड प्रतापपुरा, भीलवाड़ा, राजस्थान और तृतीय पुरस्कार टीएनडी 208 वदापथी एमपीसीएस लिमिटेड, कुड्डालोर, तमिलनाडु को दिया जाएगा। इसके अलावा, पूर्वोत्तर राज्यों के लिए खास कैटेगिरी में कामधेनु दुग्ध उत्पादक समबाय समिति लिमिटेड नित्यानंद, बजाली, असम को चुना गया है।
राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार लिस्ट के अनुसार, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) क्षेत्र में दो प्रथम पुरस्कार ओडिशा के सुबरनपुर के भास्कर प्रधान और राजस्थान के हनुमानगढ़ के डेयरी किसान राजेंद्र कुमार को दिया जाएगा। दूसरा पुरस्कार राजस्थान के हनुमानगढ़ के वीरेंद्र कुमार सैनी एवं तीसरा पुरस्कार के लिए आंध्र प्रदेश के अन्नामय्या के वी अनिल कुमार को मिलेगा। एनईआर के लिए खास कैटेगिरी में असम के कामरूप के किसान मोहम्मद अब्दुर रहीम को सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) के लिए पुरस्कार मिलेगा। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की तरफ राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार के अंतर्गत प्रत्येक श्रेणी में प्रथम पुरस्कार के लिए 5 लाख, दूसरे रैंक के लिए 3 लाख रुपए और तीसरे स्थान के लिए 2 लाख रुपए की नकद राशि पुरस्कार स्वरूप दी जाती है। साथ ही विजेता को प्रमाण–पत्र और स्मृति चिंह भी दिया जाता है। सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान की कैटेगरी में गोपाल रत्न पुरस्कार 2024 के विजेता को केवल प्रमाण-पत्र और स्मृति चिन्ह दिया जाएगा।
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