देश में लगभग 141 मिलियन हैक्टेयर भूमि पर कृषि की जाती है। कुल कृषि भूमि में से वर्तमान समय में लगभग 65 मिलियन हैक्टेयर यानि (45 प्रतिशत) भूमि सिंचाई के तहत कवर है। बाकि वर्षा पर निर्भर है। इन क्षेत्रों में खेती करना जोखिम भरा और कम उत्पादक होता है। ऐसे में इन क्षेत्रों में उत्पादकता में वृद्धि और खेती से होने वाली आय में बढ़त्तोरी के लिए वर्ष 2015 में केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरूआत की थी। इस योजना का शुरू करने का सरकार का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण को उच्च प्राथमिकता देने के अलावा यह सुनिश्चित करना था कि पानी की प्रत्येक बूंद का उपयोग अधिक फसल उत्पादन के लिए लिया जा सकेगा।
इस योजना के तहत सिंचाई उपकरण पर 90 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान भी किया गया है। योजना के अंतर्गत सभी राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर इन सिंचाई यंत्रों पर तय अनुदान में अपना अंश जोड़कर किसानों को सब्सिडी का लाभ देती है। उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में लघु किसानों को 90 और सीमांत किसानों को 80 प्रतिशत तक की सब्सिडी पर ड्रिप और स्प्रिंकल सिंचाई यंत्र प्रदान किए जाते हैं, तो वहीं छत्तीसगढ़ में 75 प्रतिशत की सब्सिडी पर ये यंत्र किसानों को दिए जाते हैं। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा हर खेत को पानी के लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत इस वित्त वर्ष में विभिन्न परियोजनाओं के तहत आवंटित बजट के तहत किसानों को सब्सिडी पर विभिन्न प्रकार के कृषि सिंचाई यंत्र अनुदान पर उपलब्ध कराने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने अपने राज्य के किसानों से आवेदन मांगे थे। इसके तहत राज्य के इच्छुक किसानों ने आवेदन किया था। मध्यप्रदेश के कृषि विभाग द्वारा जिलेवार किसानों का चयन लॉटरी के माध्यम से कर लिया गया है। चयनित लॉटरी लिस्ट को पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। जिन किसानों ने इन योजनाओं के तहत आवेदन किया था। वह किसान पोर्टल पर जाकर इस चयनित सूची में अपना नाम चेक कर सकते है। चयनित किसानों को सब्सिडी पर सिंचाई यंत्र खरीदने के लिए सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाएगा। तो आइए ट्रैक्टरगुरू के इस लेख के माध्यम से चयनित सूची में अपना नाम कैसे खोजे की प्रक्रिया के बारें में जानते हैं।
मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दशकों से भूमिगत जल के लगातार दोहन के कारण जल स्तर नीचे चला गया है, जिसके चलते खेती के लिए पर्याप्त जल नहीं मिल रहा है। इन सभी परेशानियों को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों को खेती की पद्धति में बदलाव करने पर जोर दिया है। कृषि के क्षेत्र में भूमिगत जल के दोहन कम हो और कम पानी से अधिक उत्पादन प्राप्त कर सके और पानी की एक-एक बूंद का सही इस्तेमाल हो सके। इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना को लागू किया किया। बीते दिनों मध्य प्रदेश कृषि विभाग द्वारा वर्ष 2022-2023 हेतु राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के विभिन्न घटकों के तहत जिलेवार सिंचाई यंत्रों के लिए लक्ष्य जारी किए गए थे। इन लक्ष्यों के विरुद्ध सिंचाई उपकरणों हेतु दिनांक 27 जुलाई 2022 से 4 अगस्त 2022 तक पोर्टल पर किसानों से आवेदन माँगे गए थे। प्राप्त आवेदनों में से लक्ष्यों के विरूद्ध लॉटरी ऑनलाइन लॉटरी 05 अगस्त 2022 को निकाल कर चयनित किसानों की सूची पोर्टल पर सम्पादित कर दी गई है, आवेदक किसान इस लिस्ट में अपना नाम देखकर आगे की कार्यवाही कर सकते हैं। इस लिस्ट में जिन किसानों का नाम होगा उन्होंने मध्यप्रदेश कृषि विभाग के द्वारा सिंचाई यंत्रों पर सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा।
मध्यप्रदेश कृषि विभाग द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत सिंचाई यंत्रों पर अलग-अलग वर्ग के किसानों को तय प्रतिशत के हिसाब से अनुदान का लाभ प्रदान किया जा रहा है। योजना के तहत किसानों को सिंचाई यंत्रों पर लागत मूल्य का 55 प्रतिशत सब्सिडी के रूप में दिया जा रहा है। इसमें लघु या सीमांत वर्ग के किसानों को सिंचाई उपकरण की कुल लागत की 55 प्रतिशत सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाती है और अन्य वर्ग के सभी किसानों को सिंचाई उपकरण की कुल लागत की 45 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। मध्य प्रदेश कृषि विभाग द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के विभिन्न घटकों के तहत निम्न सिंचाई उपकरणों के लिए आवेदन मांगे थे। स्प्रिंकलर सेट, पाइप लाइन सेट, पंप सेट (डीजल/विद्युत), रेनगन सिस्टम के लिए आवेदन मांगे गए थे।
बीते दिनों मध्य प्रदेश कृषि विभाग द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के विभिन्न घटकों के तहत राज्य में किसानों से स्प्रिंकलर सेट, पाइप लाइन सेट, पंप सेट (डीजल/विद्युत), रेनगन सिस्टम के लिए आवेदन मांगे गए थे। इन पर अलग-अलग वर्ग के किसानों को अलग-अलग सब्सिडी दिए जाने का प्रावधान किया गया है। सरकार द्वारा किसानों स्प्रिंक्लर सेट एवं रेनगन पर अधिकतम 55 प्रतिशत तक की सब्सिडी एवं अन्य सिंचाई उपकरणों पर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है। किसान जो भी कृषि सिंचाई यंत्र लेना चाहते हैं वह कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर उपलब्ध सब्सिडी कैलकुलेटर पर सिंचाई यंत्र की लागत के अनुसार उनको मिलने वाली सब्सिडी की जानकारी देख सकते हैं।
स्प्रिंकलर सेट, पाइप लाइन सेट, पंप सेट (डीजल/विद्युत), रेनगन सिस्टम जैसे सिंचाई यंत्रों पर सब्सिडी के लिए मध्य प्रदेश कृषि विभाग द्वारा अलग-अलग जिले एवं किसान वर्ग के अनुसार यह कम्प्यूटरीकृत लॉटरी निकाली गई है। इस लिस्ट में लक्ष्य से अधिक किसानों का नाम है। इसमें यदि चयनित किसान यंत्र नहीं लेते हैं तो वह यंत्र लेने का मौका अन्य किसानों को दिया जायेगा। उदहारण के लिए यदि किसी जिले में 10 किसानों को पंप सेट आंवटन किया गया है, तो उसके अलावा 15 अन्य किसान हैं, जो वेटिंग में है इन किसानों को पंप सेट एवं अन्य सिंचाई यंत्र तब ही दिया जायेगा जब ऊपर के चयनित किसान किसी कारण से सिंचाई यंत्र नहीं लेते हैं।
मध्यप्रदेश कृषि विभाग द्वारा जिलेवार किसानों का चयन लॉटरी के माध्यम से कर लिया गया है और चयनित किसानों की सूची किसान पोर्टल पर 5 अगस्त 2022-23 को अपलोड कर दी गई। जिन किसानों ने आवेदन किया था वह ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर यह लिस्ट देख सकते हैं। किसान भाई उस लिंक को जैसे ही खोलेंगे वैसे ही कृषि अभियांत्रिकी के पोर्टल म-कृषि यंत्र अनुदान पर प्राथमिकता सूची देखने के लिए पेज खुल जाएगा। इसके अलावा किसान अधिक जानकारी के लिए जिला कृषि विभाग अथवा कृषि अभियांत्रिकी संचनालय में संपर्क कर सकते हैं।
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