सोलर रूफटॉप योजना के तहत सरकार 70 से 80 प्रतिशत अनुदान के साथ उपभोक्ताओं की छत पर या खुली जगहों पर सोलर पैनल लगाती है। उपभोक्ता अपनी जरूरत के हिसाब से बिजली का उपयोग कर बाकी बची बिजली को नजदीकी विद्युत कंपनी को बेच देते हैं। इससे उपभोक्ता मुफ्त बिजली का तो लाभ उठाते ही हैं साथ ही इससे अतिरिक्त कमाई भी कर पाते हैं। हाल ही में सोलर रूफटॉप पैनल लगाने वाले घरेलू उपभोक्ताओं और सोलर पैनल लगाने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी निकलकर सामने आ रही है। सरकार अब उपभोक्ताओं से 40% ज्यादा रेट पर बिजली की खरीदी करेगी। जिससे बिजली उत्पादक उपभोक्ताओं को बड़ा लाभ मिलेगा। अब उपभोक्ताओं की बची बिजली बेचने से 40% ज्यादा कमाई होगी। सोलर रूफटॉप योजना सरकार और आम जनता की सबसे पसंदीदा और सफलतम योजनाओं में से एक है।
टैक्टर गुरु की इस पोस्ट में हम सोलर रूफटॉप योजना से होने वाले फायदे, बिजली बेचने से होने वाली कमाई के साथ आवेदन करने और लाभ लेने के प्रोसेस के बारे जानकारी दे रहे हैं।
क्या है इस योजना का लाभ ( What is the benefit of solar rooftop scheme )
इस योजना का आमजन को काफी लाभ है। सरकार भी इस योजना में खुलकर निवेश कर रही है। क्योंकि देश और राज्य को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह एक बड़ा कदम है। इस योजना से न केवल उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली मिलती है, बल्कि बची हुई अतिरिक्त बिजली बेचकर अच्छी कमाई भी हो जाती है। चूंकि सोलर पैनल एक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत का निर्माण करता है। सूरज की रोशनी से बिजली निर्माण होने से प्रदूषण भी नहीं होता, यही वजह है कि सरकार भी उपभोक्ताओं को सोलर पैनल लगाने पर 70 से 80% तक का भारी अनुदान देती है। इससे उपभोक्ताओं के लिए कम कीमत में पैनल का इंस्टॉलेशन हो जाता है और उन्हें मुफ्त बिजली के साथ-साथ अतिरिक्त कमाई का भी मौका मिल जाता है। इससे सरकार को भी फायदा होता है। क्योंकि इससे देश में ऊर्जा निर्माण को बल मिलता है और सरकार बिजली का एक्सपोर्ट करके विदेशों से अच्छी कमाई कर पाती है।
अभी उपभोक्ताओं को कितनी होती है बिजली बेचने से कमाई ( Now how much does the consumer earn by selling electricity in solar rooftop scheme )
सोलर बिजली उत्पादक उपभोक्ता, जो डिस्कॉम को बिजली की सप्लाई करते हैं, उन्हें बिजली खरीद के बिडिंग रेट 2.61 रुपए प्रति यूनिट की दर से भुगतान किया जाता था। यानी बिजली उत्पादक उपभोक्ता अगर 1000 यूनिट बिजली का निर्माण करते हैं और महीने का 100 यूनिट बिजली का उपभोग करते हैं तो 900 यूनिट बिजली डिस्कॉम को सप्लाई करके 2349 रुपए हर महीने अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं। लेकिन सरकार के एक निर्णय के बाद इस सोलर बिजली खरीद रेट में 40% का इजाफा किया गया है।
अब बिजली बेचने से कितनी होगी कमाई ( Now how much will be earned from selling electricity in solar rooftop scheme )
सोलर पैनल लगाकर जो उपभोक्ता अब अपनी पूरी बिजली डिस्कॉम को सप्लाई कर देंगे उन्हें 40% ज्यादा रेट मिलेगा। यानी जो बिडिंग रेट 2.61 रुपए प्रति यूनिट है, वह अब 40% बढ़कर 3.67 रुपए प्रति यूनिट हो जाएगी। यानी जो उपभोक्ता 1000 यूनिट बिजली डिस्कॉम को सप्लाई करेंगे अब उनकी कमाई 3670 रुपए प्रति महीना होगी। सोलर रूफ टॉप योजना से बहुत सारे उपभोक्ताओं के हित साधे गए हैं। आज के दौर में उपभोक्ता, बिजली के बिल बढ़ने की वजह से काफी परेशान है। बिजली का बिल लगातार बढ़ता जा रहा है, ऐसे में अगर उपभोक्ता सोलर पैनल लगाते हैं। तो उन्हें बिजली की बिल से पूरी तरह राहत मिलेगी और अतिरिक्त कमाई भी हो सकेगी।
किन्हें मिलेगा लाभ / पात्रता शर्तें ( Eligibility Criteria of Solar rooftop scheme )
सोलर रूफटॉप योजना का लाभ पूरे देश के उपभोक्ताओं को मिल रहा है। लेकिन योजना का क्रियान्वयन और बिजली की खरीदी पर सबसे ज्यादा काम जिस राज्य में हो रहा है वो टॉप 4 राज्य गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और राजस्थान है। इन 4 राज्यों में बिजली खरीद की प्रक्रिया बहुत स्मूथ है और प्रॉपर इंफ्रास्ट्रक्चर भी विकसित कर लिया गया है। अगर खुद के उपयोग के लिए सोलर पैनल लगाना चाहते हैं तो पूरे देश के किसी भी राज्य से इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
लेकिन अगर खुद के उपयोग के अलावा उत्पादित बिजली को डिस्कॉम में सप्लाई भी करना चाहते हैं और अतिरिक्त कमाई करना चाहते हैं तो अगर आप राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्य से हैं तो यह प्रक्रिया बहुत सरल होगी। आप आसानी से योजना का लाभ उठा सकेंगे और अतिरिक्त कमाई भी कर सकेंगे। अगर राजस्थान की बात करें तो सोलर बिजली उत्पादन में यह भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। गुजरात में 2842 मेगावाट सोलर बिजली, महाराष्ट्र में 1667 मेगावाट, कर्नाटक में 1562 मेगावाट, राजस्थान में 996 मेगावाट सोलर बिजली का निर्माण किया जाता है। राजस्थान में सोलर एनर्जी के क्षेत्र में तेजी से काम किया जा रहा है।
सोलर रूफ टॉप बनाने पर कितना मिलेगा अनुदान ( How much grant will be given for making solar roof top)
केंद्र सरकार की ओर से छत पर सोलर पैनल लगाने पर 40% का अनुदान दिया जाता है। जबकि कई जगहों पर राज्य सरकार भी 20 से 40% तक अनुदान देती है। इस प्रकार 60 से 80% तक अनुदान उपभोक्ताओं को प्राप्त हो जाता है। आमतौर पर 40 से 50 रुपए प्रति वाट से सोलर पैनल लगाने में लागत आती है। अगर आप 1000 वाट यानी एक किलोवाट का सोलर पैनल लगाते हैं तो 40 हजार से 50 हजार रुपए का लागत आएगा।
कैसे करें आवेदन / लाभ लेने की प्रक्रिया ( How to apply / Process to avail benefits )
रूफटॉप सोलर पैनल के लिए आवेदन करने के लिए आप सोलर रूफ टॉप योजना की ऑफिशियल वेबसाइट https://solarrooftop.gov.in/ पर जा सकते हैं। योजना के लिए खुद को रजिस्टर कर सकते हैं। अगर आप अपने राज्य के डिस्कॉम की लिस्ट जानना चाहते हैं तो अपने ब्राउज़र में इस लिंक https://solarrooftop.gov.in/grid_others/discomPortalLink को कॉपी करके ओपन करें।
योजना से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
अक्सर लोगों को सोलर रूफटॉप स्कीम से जुड़ी सर्च क्वेरी रहती है कि,
तो इन सभी क्वेरी का समाधान इस पोस्ट में कर दिया गया है। सोलर रूफटॉप के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए सोलर रूफटॉप योजना की ऑफिशियल वेबसाइट https://solarrooftop.gov.in/ पर विजिट करें।
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