Pashu Kisan Credit Card : पशुपालन एवं डेयरी सेक्टर को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं चलाकर पशुपालकों एवं किसानों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जा रही है। इस कड़ी में हरियाणा सरकार राज्य में किसानों की आमदनी बढ़ाने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर सृजन करने के लिए खेती के साथ- साथ डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming) और पशुपालन (Animal Husbandry) पर जोर दे रही है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा कई घोषणाएं भी की जा रही है। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन करने और किसानों की आय बढ़ाने में पशुपालन काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हालांकि, पशुपालन क्षेत्र में किसानों को काफी अधिक पैसा निवेश करना होता है। पशुपालन (Animal Husbandry) क्षेत्र से अच्छी कमाई करने के लिए पशुपालक के पास पर्याप्त पैसा होना चाहिए। पशुपालकों की इस जरूरत को देखते हुए राज्य सरकार ने राज्य में पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना (Pashu Kisan Credit Card Yojana) की शुरूआत की है। इसके तहत पूरे राज्य में आठ लाख पशुपालकों को गाय, भैंस और बकरी पालन के लिए सस्ती ब्याज दर से लोन दिया जाएगा। राज्य पशुपालन विभाग द्वारा इसके लिए लक्ष्य भी तय कर दिया गया है, जिसके तहत राज्य के पशुपालक पशु किसान क्रेडिट कार्ड (Pashu Kisan Credit Card) बनवा सकेंगे।
राज्य में कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों के लिए वित्त वर्ष 2024-25 के जारी किए गए अपने बजट में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कई घोषणाएं की। बजट में सरकार ने किसानों के लोन का ब्याज और जुर्माना माफ करने की घोषणा से लेकर राज्य में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने हेतु मोबाइल जल परीक्षण प्रयोगशाला वैन और 4000 एकड़ भूमि को मत्स्य तथा झींगा पालन के अन्तर्गत लाने का प्रस्ताव रखा। वहीं, सरकार ने अपने बजट में पशु पालकों को घर बैठे पशु चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए 8 नये पशु अस्पताल और 18 नये राजकीय पशु औषधालय खोलने की घोषणाएं की। इस बीच राज्य में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन बढ़ाने एवं किसानों की आय बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा पशु किसान क्रेडिट कार्ड (Pashu kisan Credit Card) स्कीम लागू की गई है। राज्य में 8 लाख पशुपालकों को इस योजना का लाभ देने का लक्ष्य जारी किया गया है। अब तक करीब डेढ़ लाख पशु पालक इसका लाभ उठा चुके हैं। इस योजना के तहत शेष साढ़े 6 लाख पशुपालकों को पशु किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ दिया जाएगा। पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा हरियाणा में कुल दुधारू पशुओं की संख्या 36 लाख से अधिक बताई गई है।
राज्य में गाय, भैंस और बकरी पालन के लिए पशुपालकों को वित्तीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना (KCC) की शुरूआत की गई है, जिसके तहत अब तक 1.56 लाख पशु किसान क्रेडिट कार्ड बैंकों द्वारा मंजूर किए जा चुके हैं और इन लाभार्थियों को पशुओं की खरीद हेतु विभिन्न बैंकों की मदद से 2 हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि का लोन भी दिया जा चुका है। इस योजना के तहत अब 6.50 लाख पशुपालकों को कार्ड दिए जाने है। कहा जा रहा है कि पशु किसान क्रेडिट स्कीम के तहत कार्ड बनवाने के लिए पांच लाख से अधिक पशुपालकों ने आवेदन किया था। पशु किसान क्रेडिट कार्ड (Pashu Kisan Credit Card) के माध्यम से राज्य के पशुपालक लोन प्राप्त कर पशुओं का पालन-पोषण अच्छे से कर पाएंगे और अपनी कमाई बढ़ा पाएंगे।
दरअसल, किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) धारकों को पशुपालन के लिए 2 लाख रुपए तक का लोन मिलता है, लेकिन राज्य सरकार ने जिस पशु किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम (Pashu Kisan Credit Card Scheme) की शुरुआत की है, उस पर कार्ड धारकों केवल 4 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर 3 लाख रुपए तक की राशि का लोन दिया जाता है। वैसे तो यह ऋण खाताधारकों को 7 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर से दिया जाता है। हालांकि, केंद्र सरकार खाताधारकों को समय पर ऋण का भुगतान करने पर ब्याज दरों में 3 प्रतिशत का ब्याज अनुदान देती है, जिससे पशु किसान क्रेडिट कार्डधारकों को यह ऋण मात्र 4 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर मिलता है। केसीसी की तरह ही इस कार्ड से पशुपालन के लिए गाय, भैंस और बकरी खरीदने के लिए बैंक द्वारा प्राप्त किया जा सकता है।
हरियाणा सरकार पशु किसान क्रेडिट कार्ड (Pashu kisan Credit Card) धारकों को विभिन्न बैंकों एवं सहकारी संस्थानों के माध्यम से गाय, भैंस, भेड़-बकरी और मुर्गीपालन के लिए सस्ते ब्याज पर लोन देती है। इस योजना के तहत पशुपालकों को 1.60 लाख रुपए तक के लोन पर कोई गारंटी देने की जरूरत नहीं होती है। यानी कार्ड धारकों को यह लोन बिना गारंटी के मिलेगा। इससे अधिक के लोन पर पशुपालकों को पशुओं के अतिरिक्त जमीन या अन्य संपत्ति के दस्तावेज गारंटी के लिए देने होंगे। यही शर्त सामान्य किसान क्रेडिट कार्ड (kisan Credit Card) पर भी लागू होती है। पशु किसान क्रेडिट कार्ड से प्रति भैंस के लिए 60,249 रुपये, प्रति गाय के लिए 40,783 और प्रति भेड़-बकरी के लिए 4063 रुपये का लोन उठाया जा सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड पर उपलब्ध केसीसी ऋण सेवाओं को आसानी से किसानों तक पहुंचाने के लिए हाल ही में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग (DFS), पशुपालन और डेयरी विभाग (DAH&D), मत्स्य विभाग (DoF), भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) के सहयोग से किसान ऋण पोर्टल भी तैयार किया गया है। इसके तहत किसान क्रेडिट कार्ड (kisan Credit Card) पर उपलब्ध केसीसी ऋण सेवाओं को किसानों तक पहुंचाया जा रहा है। किसान केसीसी बनवाने के लिए अपने नजदीकी किसी भी बैंक समिति या वित्तीय संस्थान में आवेदन कर सकते हैं। पशु किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए लाभार्थी के पशुओं का हेल्थ सर्टिफिकेट होना चाहिए। इस योजना के तहत जिन पशुओं का बीमा है उन्हीं पर लोन दिया जाएगा। पशुपालक 300 रुपए का शुल्क देकर अपने पशुओं का बीमा करा सकते हैं। बैंकर्स समिति आवेदनों का सत्यापन करने के पश्चात कार्ड के लिए स्वीकृति जारी करती है। पशुपालकों को बैंकर्स समिति पशु किसान क्रेडिट कार्ड पशुओं की संख्या और उनकी मालियत ( वास्तविक कीमत) के आधार पर जारी करेगी।
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