National Milk Day : देश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र व राज्य की सरकारें कई तरह की जनहितकारी योजनाओं चला रही है। इन योजनाओं के माध्यम से देश के ग्रामीण इलाकों में पशुपालकों को स्वदेशी नस्ल की गाय-भैंसों के पालन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। ताकि दुग्ध उत्पादन को बढ़ाकर ग्रामीण इलाकों में रोजगार के नए अवसर का सृजन किया जा सके। केंद्र और राज्य की सरकारें द्वारा किए जा रहे प्रयासों का रुझान अब सामने आने लगा है। इस बीच नेशनल मिल्क डे अवसर पर एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है कि दूध उत्पादन के मामले में उत्तर प्रदेश देश में नंबर वन राज्य बनकर सामाने आया है। मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय भारत सरकार के मुताबिक, वर्ष 2022-23 में दूध उत्पादन में भारी बढ़ोतरी हुई है। बीते एक साल में दूध उत्पाादन 9.52 मिलियन टन बढ़ा है। आईए जानते है कि देश में कितना दुग्ध उत्पादन बढ़ा है।
देश में कुल दूध उत्पादन 230.58 मिलियन टन
नेशनल मिल्क डे के मौके पर केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के मंत्री पुरषोत्तम रूपाला ने कहा कि दुनिया में कुल दूध उत्पादन में भारत की बादशाहत बरकरार है। देश में बीते दस साल में दूध उत्पादन 230 मिलियन टन पर पहुंच गया है। 2022-23 के दौरान देश में कुल दूध उत्पादन 230.58 मिलियन टन अनुमानित है, जिसमें पिछले 5 साल में 22.81 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। केंद्रीय मंत्री रूपाला ने बताया कि साल 2018-19 में कुल दूध उत्पादन 187.75 मिलियन टन था, जबकि साल 2021-22 में 221.6 मिलियन टन तक दुध उत्पादन हो गया था। उन्होंने कहा बीते कुछ साल में घी और बटर का एक्सपोर्ट भी बढ़ा है। डेयरी एक्सपर्ट का मानना है कि यदि आने वाले समय में दूध उत्पादन सरप्लास होता है, तो वो बेकार नहीं जाएगा। क्योंकि हमारे आस-पास के देशों में दूध से बने उत्पादों की बहुत डिमांड है।
दूध उत्पादन के मामले में भारत सबसे अव्वल
मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय भारत सरकार के मुताबिक दूध उत्पादन के मामले में भारत विश्व में सबसे अव्वल है। आंकड़े के अनुसार भारत में साल 2022-23 में कुल दूध का उत्पादन 230.58 मिलियन टन है। वहीं, साल 2021-22 में दूध का कुल उत्पादन 221.06 मिलियन टन था। इसी प्रकार, भारत में साल 2020-21 में दूध का कुल उत्पादन 209.96 मिलियन टन था। मिली जानकारी के अनुसार देश में सभी नस्ल की लगभग 5.75 करोड़ गाय 11 करोड़ टन दूध का उत्पादन कर रही हैं। वहीं, सभी नस्ल की लगभग 4.62 करोड़ भैंस 9.53 करोड़ टन दूध का उत्पादन देश में कर रही हैं।
देश के इन राज्यों में सबसे अधिक दूध उत्पादन
26 नवम्बर 2023 के दिन श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन की याद में “राष्ट्रीय दुग्ध दिवस” मनाया जाता है। इस वर्ष नेशनल मिल्क डे यानी राष्ट्रीय दुग्ध दिवस कार्यक्रम का आयोजन मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा गुवाहाटी में किया गया। इस मौके पर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला ने पशु एकीकृत नमूना सर्वेक्षण मार्च 2022 से फरवरी 2023 पर आधारित बुनियादी पशुपालन आंकड़े 2023 जारी किए। डेयरी मंत्रालय की साल 2022-23 में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक,भारत दुनिया में सबसे अधिक दूध उत्पादन वाला देश बन गया है। देश में कुल दूध उत्पादन 230.58 मिलियन टन हुआ था। इसमे सबसे ज्यादा 15.72 फीसद योगदान उत्तर प्रदेश का है। इसके अलावा, देश के कुल दुध उत्पादन में राजस्थान की हिस्सेदारी 14.44 प्रतिशत, मध्यप्रदेश की हिस्सेदारी 8.73 प्रतिशत, गुजरात की देश के कुल दूध उत्पादन में हिस्सेदारी 7.49 प्रतिशत और आंध्र प्रदेश द्वारा देश के कुल दूध उत्पादन में हिस्सेदारी 6.70 प्रतिशत का है।
दुध उत्पादन में उत्तर प्रदेश बना नंबर वन राज्य
पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा 26 नवम्बर के दिन आँकड़े जारी कर बताया कि देश में दुग्ध उत्पादन में सबसे अधिक योगदान उत्तर प्रदेश का है। इस बार देश में कुल दुध उत्पादन में सबसे ज्यादा 15.72 प्रतिशत की हिस्सेदारी कर उत्तर प्रदेश देश का नंबर वन राज्य बना है। देश में कुल दूध उत्पादन में सबसे ज्यादा 15.72 प्रतिशत का योगदान उत्तर प्रदेश का है, जबकि बीते वर्ष उत्तर प्रदेश -देश के कुल दूध उत्पादन में हिस्सेदारी 14.93 प्रतिशत की थी। वहीं, बीते साल 15.05 प्रतिशत की हिस्सेदारी देकर राजस्थान दुध उत्पादन में नंबर वन राज्य बना था। वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और ग्रामीण इलाकों में रोजगार के नए अवसर बनाने के लिए स्वदेशी नस्ल की गायों के प्रति किसानों और गौ पालकों प्रोत्साहित कर रही है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी नाथ की मंशा के अनुसार, राज्य में नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत लागू की गई तीन योजनाओं का संचालित किया जा रहा है। इसके तहत सरकार चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के शेष माह के लिए 31 करोड़ रुपए खर्च करने का प्लान बनाया है। प्रदेश का पशुपाल विभाग नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत स्वदेशी गायों की नस्ल सुधार के लिए अलग-अलग जनपदों में काम करेगा। वहीं, मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ संवर्धन योजना के तहत अच्छी नस्ल की स्वदेसी गाय जैसे गिर, साहीवाल, थारपारकर और साहीवाल आदि की खरीदने पर गौ पालकों को सरकार की ओर से 80 हजार रुपए तक की सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है।
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