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किसान जून महीने में करें इन सब्जियों की खेती मिलेगा ज्यादा मुनाफा, होगा लाभ

किसान जून महीने में करें इन सब्जियों की खेती मिलेगा ज्यादा मुनाफा, होगा लाभ
पोस्ट -02 जून 2023 शेयर पोस्ट

सब्जी की खेती :बंपर कमाई के लिए जून महीने में लगाएं ये सब्जी, मिलेगा लाभ 

देशभर में गर्मी के मौसम का सीजन है। मई महीने में गर्मी बढ़ने की वजह से सब्जियों के भाव में तेजी देखी गई है। ऐसे में गर्मी शुरू होने से पहले जिन किसान भाईयों ने खेतों में सब्जियों की बुवाई की थी, उन्होंने कई महीनों तक बंपर मुनाफा कमाया है। हालांकि, मौसम में अचानक हुए बदलाव से उनका मुनाफा कुछ हद तक प्रभावित भी हुआ है। लेकिन, अब मई महीना समाप्ति की ओर है और जून महीने के लिए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मानसून की बारिश पहले हफ्ते से ही शुरू हो सकती है। ऐसे में किसान भाई जून के महीने में अपने खेत के कुछ हिस्सों में विभिन्न सब्जी फसल की बुवाई कर 2 से 3 महीने तक मोटी कमाई कर सकते हैं। सब्जियों की खेती के लिए जून का महीना उपयुक्त है। इस महीने में मानसून शुरू होने से तापमान कम रह सकता है, जिससे सब्जी उत्पादन के लिए उपयुक्त वातावरण रहेगा। सीजन के अनुसार किसान इस महीने में सही समय पर सब्जियों की खेती लगाकर अगले 2-3 महीने तक कम समय में बेहतर कमाई कर सकते हैं। ऐसे में हम आपको ट्रैक्टर गुरू की इस पोस्ट के माध्यम से कुछ ऐसी सब्जी फसल की जानकारी दे रहे हैं, जिन्हें जून महीने में बोया जाता है। ये सब्जी फसल बेहद कम दिन में तैयार होती है और अगले 2-3 महीने तक बंपर कमाई देती है। 

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बेलवर्गीय फसल में करेला, लौकी, तोरई और सेम की करें बुवाई 

आने वाले कुछ दिनों के बाद जून का महीना शुरू हो जाएगा। इस महीने में तेजी गर्मी, आंधी-तूफान के साथ बहुत सी जगह पर बारिश का दौर भी शुरू हो जाएगा। जून के महीने से देश के अंदर की बुवाई शुरू हो जाती है, जिसमें बहुत बड़े भू-भाग पर धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, अरहर, मूंग, उड़द, कपास, जूट, मूंगफली और सोयाबीन जैसी परंपरागत फसलों की खेती होती है। इसके अलावा, जून में किसानों द्वारा सब्जी वर्गीय फसल और मसाला वर्गीय फसल की खेती भी शुरू की जाती है। ऐसे में किसान भाई जून के महीने में बेलवर्गीय सब्जी फसलों में करेला, लौकी, तोरई और सेम की बुवाई कर सकते हैं। इस महीने में इन सब्जी फसलों की बुवाई करने से इन्हें वृद्धि करने के लिए उपयुक्त मौसम मिल जाता है। साथ ही बरसात का मौसम होने के कारण फसल की कोई खास सिंचाई भी नहीं करनी होती है। ये बेलवर्गीय सब्जी फसल करीब 35 से 40 दिन में उत्पादन देने के लिए तैयार हो जाती है और यह रोग मुक्त भी होती है। इनकी अच्छे से देखभाल करने पर ये फसल ज्यादा उत्पादन के साथ किसानों को बेहतर लाभ दे सकती है। 

नकदी फसलों में लगाए मेथी, पालक और धनिया फसल

किसान भाई नकदी फसलों के रूप में मेथी, पालक और धनिया फसल की बुवाई कर सकते हैं। इन पत्तेदार सब्जी फसल की खेती बारिश के मौसम में करना उपयुक्त होता है। इन सब्जी फसलों की बुवाई खेतों में जून महीने के मध्य में कर सकते हैं। ये तीनों पत्तेदार सब्जियां कम समय में तैयार हो जाती है। खास बात यह है कि बारिश के समय बाजार में इनका भाव अधिक मिलता है। ये सब्जियां इस मौसम में बिना अतिरिक्त सिंचाई के ही तैयार हो जाती है, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ता है। ऐसे में किसान भाई जून महीने में मेथी, पालक और धनिया जैसी पत्तेदार सब्जियों की खेती कर अच्छा लाभ कमा सकते हैं। इन फसलों के लिए के लिए चिकनी मिट्टी वाली भूमि उपयुक्त होती है। भूमि में जल निकास अच्छा और मिट्टी में पोषक तत्वों की मात्रा सही होनी चाहिए। 

जून में भिंडी, खीरा और प्याज की फसल लगाएं

किसान भाई जून-जुलाई के महीने में खीरा, प्याज और भिंडी की फसल लगाकर मोटी इनकम कर सकते हैं। इन सब्जियों की फसल में खीरा और प्याज की मांग बाजार में साल भर तक बड़े स्तर पर बनी रहती है। ऐसे में किसान भाई इनकी बुवाई कर इससे अगस्त महीने के शुरूआत से उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। खास बात यह है कि प्याज की फसल को तैयार होने में 40 से 50 दिन का समय लगता है और मंडियों में इसकी कीमत हमेशा ठीक-ठाक रहती है। ऐसे में किसान भाई जून महीने में प्याज की खेती लगाकर अगस्त महीने तक बढ़िया पैदावार के साथ बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं। वहीं, भिंडी और खीरा फसल से किसान अक्टूबर से लेकर नवंबर महीने तक लगातार उत्पादन लेकर मोटी कमाई कर सकते हैं। 

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