IMD Weather Update : फरवरी का महीना चल रहा है। इस दौरान देश के अधिकांश हिस्सों के मौसम में बदलाव हो गया है। बारिश, कड़ाके की ठंड और जानलेवा घने कोहरे से भी लोगों को फिलहाल राहत है। लेकिन इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग यानी आईएमडी ने कहा है कि यह राहत अधिक दिनों तक नहीं रहने वाली है क्योंकि दो-तीन बाद फिर से उत्तर भारत सहित देश के कई अन्य हिस्सों में बारिश और ठिठुरन भरी ठंड का दौर फिर से शुरू हो सकता है। साथ ही कई इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। इसके बारे में आईएमडी ने जानकारी देते हुए कहा है कि अभी मौसम में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के कारण 9 से 11 फरवरी के बीच उत्तर भारत के कई हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की जा सकती है। इससे न्यूनतम तापमान में गिरावट से ठिठुरन का दौर शुरू हो सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू संभाग और पंजाब पर बना हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और आसपास के निचले स्तरों पर बना हुआ है। दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश और उसके आसपास एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश पर बने चक्रवाती परिसंचरण से लेकर विदर्भ और मराठवाड़ा होते हुए उत्तरी आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी संभव है। पूर्वी असम, नागालैंड और मेघालय में हल्की बारिश, ओडिशा के तटीय इलाकों में 1 या 2 स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। उत्तर पश्चिम भारत में 15 से 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही हवाएं चलने की संभावना है। असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छा सकता है। मौसम बदलाव को देखते हुए आईएमडी ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
मौसम विभाग ने कहा है कि 08 और 09 फरवरी के दौरान असम, मेघालय, मिजोरम, और त्रिपुरा में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। अगले 2 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम, पूर्व और मध्य भारत के कई अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट संभव है। इसके बाद मौसम में कोई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। चक्रवाती परिसंचरण के चलते अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़ और दिल्ली के कई अलग-अलग स्थानों पर शीतलहर की स्थिति रहने की संभावना है। आईएमडी (IMD) के अनुमान के मुताबिक उत्तरी पाकिस्तान में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने उत्तर प्रदेश में फिर से बारिश के आसार बन रहे हैं, जिसका असर 12 फरवरी के आसपास दिखाई देगा। हालांकि 12 फरवरी तक मौसम के साफ रहने के की बात मौसम विभाग द्वारा कही जा रही है।
निजी वेदर एजेंसी स्काईमेट की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में अलग-अलग हिस्सों में बारिश, बर्फबारी और घना कोहरा छाये रहने की मौसमी हलचल दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों के दौरान अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी दर्ज की गई, जबकि पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम राजस्थान में कुछ स्थानों पर और ओडिशा के उत्तरी तट पर 1 या 2 जगहों पर हल्की बारिश हुई। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और विदर्भ में दिन और रात के तापमान में 3 से 5 डिग्री की गिरावट आई। ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छाया रहा।
आईएमडी के मौसम पूर्वानुमान को देखते हुए उप-हिमालयी, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, असम-मेघालय, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर में बगीचे के पौधों को यांत्रिक क्षति से बचाने के लिए ओला कैप या ओला जाल का उपयोग करने की सलाह है। किसान तैयार फलों की तुड़ाई समय से करें। पपीते व केले के गुच्छों को स्कर्टिंग बैग से ढकने की सलाह दी गई है। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तरी मध्य प्रदेश में काटी गई उपज को सुरक्षित स्थानों पर रखें। हिमाचल प्रदेश, पश्चिम यूपी, पूर्वी राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश में फलों के पौधों को यांत्रिक सहायता देने के लिए कहा गया है। तेज हवाओं के दौरान सिंचाई व उर्वरक के इस्तेमाल को स्थगित करें। साथ ही खुले में खड़े होने या खेतों में काम करने से बचें। इसके अलावा आंधी / बिजली की समयावधि के दौरान अपने पालतु मवेशियों / जानवरों को घर या पशुबाड़े के अंदर ही रखें। तेज हवाओं के कारण सब्जियों को गिरने से रोकने के लिए सहारा लगाएं।
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