MSP 2024-25 : किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य मिले, इसके लिए सभी राज्य सरकारें न्यूनतम मूल्य समर्थन योजना के तहत फसल पैदावार की खरीदारी करती है। साथ ही इसके एवज में उनके डीबीटी पंजीकृत बैंक खाते में खरीद राशि का भुगतान सीधे करती है। हालांकि, निर्धारित एमएसपी (मिनिमम सपोर्ट प्राइज) पर किसानों को अपनी उपज विक्रय करने के लिए राज्य के खाद्य एवं रसद विभाग की वेबसाइट पर पहले पंजीयन करना होता है। इसके लिए सभी राज्य सरकारें खाद्य एवं रसद विभाग के माध्यम से एमएसपी पर फसलों की खरीद के लिए पहले से तैयारियां शुरू कर पुख्ता इंतजाम करती है, ताकि किसानों को फसल बेचने में कोई परेशानी नहीं उठानी पड़े। यह सभी तैयारियां फसल कटाई से पहले की जाती है।
इस वर्ष खरीफ फसलों की बुवाई का कार्य पूरा किया जा चुका है और अभी किसान फसलों की सिंचाई करने का काम कर रहे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के धान किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना (Minimum Support Price) के तहत उत्तर प्रदेश में धान की खरीद एक अक्टूबर से शुरू होगी। राज्य खाद्य एवं रसद विभाग ने इस संबंध में समय-सारिणी जारी कर दी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक अक्टूबर और पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक नवंबर से न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर धान का क्रय किया जाएगा।
खाद्य एवं रसद विभाग के अनुसार, धान की खरीद के लिए समय-सारिणी को लेकर अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। ई-टेंडर के माध्यम से ठेकेदारों की नियुक्ति व परिवहन के लिए ई-टेंडरिंग की प्रक्रिया पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों के लिए 25 अगस्त और पूर्वी उप्र के लिए 31 अगस्त तक पूरी कर ली जाएगी। क्रय केंद्रों पर कंप्यूटर, लैपटाप, आइपैड, इंटरनेट व अन्य आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता पश्चिमी उप्र में 15 सितंबर और पूर्वी यूपी के जिलों के लिए 15 अक्टूबर तक की जाएगी। इसी अवधि में क्रय केंद्रों पर बोरे की पर्याप्त उपलब्धता, कर्मचारियों की तैनाती, इलेक्ट्रानिक कांटा, जनरेटर, बैनर, नमी मापक यंत्र की व्यवस्था और धान व चावल के गुणवत्ता परीक्षण के लिए उपकरण की व्यवस्था पूरी की जाएगी। हालांकि, शासन की ओर से अभी धान खरीदी के लिए लक्ष्य जारी नहीं किया है।
खाद्य एवं रसद विभाग की इस संबंध में जानकारी के अनुसार, राज्य के इच्छुक किसान अगर न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) पर अपनी उपज बेचना चाहते हैं, तो उन्हें पहले खाद्य एवं रसद विभाग उत्तर प्रदेश की वेबसाइट https://fcs.up.gov.in/ पर ऑनलाइन पंजीयन कराना होगा। यह आधार कार्ड के माध्यम से कराया जा सकेगा। रजिस्ट्रेशन के दौरान संबंधित किसान को खेत विवरण के साथ खतौनी / खाता संख्या, प्लाट/खसरा संख्या, भूमि का रकबा (हेक्टेयर में) और फसल (धान/अन्य) का रकबा आदि दर्ज करना होगा। अधिक जानकारी के लिए किसान टोल फ्री नंबर 1800-1800-150 पर संपर्क कर सकते हैं। किसान मित्र (UP KISAN MITRA) मोबाइल ऐप के माध्यम से भी किसान रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
खाद्य आयुक्त उप्र के अनुसार, खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए भारत सरकार ने सामान्य (कॉमन) धान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रुपए प्रति क्विंटल और ए ग्रेड धान का 2320 रुपए प्रति क्विंटल एमएसपी तय किया है। इस प्रकार भारत सरकार द्वारा बाजरा का न्यूतम समर्थन मूल्य 2625 रुपए प्रति क्विंटल, रागी का 4290 प्रति क्विंटल, ज्वार (हाइब्रिड) का 3371 रुपए प्रति क्विंटल, ज्वार (मालदंडी) का 3421 रुपए/क्विंटल, मक्का का 2225 रुपए प्रति क्विंटल अहर (तुर) का 7550 रुपए प्रति क्विंटल, मूंग के लिए 8682, उड़द का 7400 रुपए प्रति क्विंटल और मूंगफली का 6783 रुपए/क्विंटलल निर्धारित किया गया है, जिसके तहत फसलों की खरीदी की जाएगी।
खाद्य एवं रसद विभाग यूपी सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से राज्य में किसानों से गेहूं, धान, बाजरा, मक्का, ज्वार और कोदों की उपज की सरकारी खरीद एमएसपी पर करता है। इसके लिए विभाग और अन्य एजेंसियों द्वारा सभी जिलों में करीब चार हजार क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। किसानों से खरीदी गई धान को प्रदेश में स्थित 814 धान मिलों को दिया जाएगा, जिसे राज्य सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत गरीबी की रेखा से नीचे गुजर बसर कर रहे लोगों को वितरण करेगी। किसानों से धान की खरीद एमएसपी पर 3752 क्रय केंद्रों पर प्रतिदिन प्रात: 9 बजे से शाम 5.00 बजे तक की समय अवधि में की जाएगी।
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