केंद्र की मोदी सरकार ने गरीब और आर्थिक से कमजोर वर्ग के श्रमिकों के भरण-पोषण एवं समाजिक सुरक्षा के लिए साल 2020 में ई-श्रम कार्ड योजना को शुरू किया गया था। इस योजना का मूल उद्देश्य असंगठित क्षेत्र से जुड़े श्रमिक और कामगारों को दैनिक जीवन के गुजर बसर करने के लिए प्रतिमाह आर्थिक मदद देना हैं। सरकार द्वारा पंजीकृत श्रमिकों के खातें में एक हजार रूपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता राशि डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की जाती है। इसके लिए श्रमिकों को इस योजना के तहत खुद को रजिस्टर करना होता है। सरकार द्वारा ई-श्रम पोर्टल भी लॉन्च किया गया है, जिस पर पात्र श्रमिक अपना पंजीकरण करवा कर ई-श्रम कार्ड बनवा सकते है। ई-श्रमिक कार्ड बनवाने के लिए पोर्टल या कॉमन सर्विस सेंटर की मदद ली जा सकती है। यदि आप इस योजना के तहत पात्र होते है, तो केंद्र सरकार की ओर से एक ई-श्रम कार्ड उपलब्ध कराया जाता है। जिस पर श्रमिकों को पेंशन के रूप में हर महीने 1 हजार से लेकर 3 हजार रुपए तक पेंशन देने का प्रावधान है। ऐसे में समय-समय पर ई-श्रम कार्ड योजना के तहत अपना स्टेटस चेक करते रहना जरूरी है। यदि आप भी इस योजना के पंजीकृत लाभार्थी है, तो ये चेक कर सकते हैं कि आपका ई-श्रम कार्ड का पैसा अकाउंट में आया है या नहीं। ट्रैक्टरगुरू के इस लेख के माध्यम से हम आपको ई-श्रम कार्ड योजना के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे है। संबंधित जानकारी के लिए इस पोस्ट को ध्यान पूर्वक अंत तक जरूर पढ़े।
असंगठित कामगारों को भरण-पोषण में किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना ना करना पड़े। इसके लिए सरकार द्वारा ई-श्रम कार्ड योजना के तहत पंजीकृत कामगारों को हर महीने 1-3 हजार रुपए तक की पेंशन राशि उनके खाते में डायरेक्ट ट्रांसफर करती है। इस योजना के तहत अलग-अलग राज्य में श्रमिकों को अलग-अलग पेंशन देने का प्रावधान किया गया हैं। इसमें कुछ राज्य सरकारें इस कार्ड पर 500 रुपए से लेकर 3 हजार रुपए तक महीना देती है। श्रम कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड और बैंक अकाउंट होना अनिवार्य है। बैंक अकाउंट इसलिए अनिवार्य है क्योंकि लाभार्थी के खाते में पैसा डायरेक्ट ट्रांसफर किया जाता है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले ही ई-कार्ड में पैसे जारी किए थे। इस योजना में पंजीकृत कागारों के खाते में पेंशन के रूप एक-एक हजार रूपये ट्रांसफर किए गए थे। सरकार द्वारा इस योजना के तहत 1000 रूपए की राशि करीब 2 करोड़ पंजीकृत कामगारों के खाते में ट्रांसफर की गयी थी। योजना के तहत सरकार दूसरे चरण में करीब 2.31 करोड़ों मजदूरों के खाते में राशि जल्द ही ट्रांसफर करेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ई-श्रम कार्ड योजना के तहत दूसरे चरण में राशि ट्रांसफर का कार्य जल्द शुरू हो सकता है।
सरकार द्वारा यह पैसा केवल उन्हीं श्रमिकों को दिया जा रहा है, जिनका ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण हो चुका है। सरकार द्वारा ई-श्रम कार्ड धारको को सिर्फ आर्थिक सहायता ही नहीं मिलती है, बल्कि दर्जनों सरकारी सुविधाओं का लाभ भी दिया जाता है। सरकार द्वारा ई-श्रम कार्ड धारकों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत 2 लाख रूपए के बीमा की सुविधा दी जाती है। यदि किसी श्रमिक की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार को 2 लाख रुपये मिलते हैं। वहीं, अगर व्यक्ति विकलांग हो जाता है, तो 1 लाख रुपये की राशि मिलती है। इस योजना की सबसे बड़ी खासियत ये है कि जब आप 60 साल के होंगे तो आपको 3,000 रुपये की पेंशन मिल सकती है। इसके अतिरिक्त पंजीकृत श्रमिक को श्रम विभाग की सभी योजनाए जैसे- मुफ्त साइकिल, मुफ्त सिलाई मशीन, बच्चों को छात्रवृत्ति, आपके काम के लिए मुफ्त उपकरण आदि का लाभ भी दिया जाता है।
यदि आपने अभी तक ई-श्रम के तहत रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है तो तत्काल ही आवेदन कर दीजिये। क्योंकि ई-श्रम के तहत मिलने वाली दूसरी किस्त जल्द ही पात्र लाभार्थियों के खाते मे ट्रांसफर की जाने वाली है। यदि आपका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है, तो आप इस किस्त से वंचित रह सकते हैं। ई-श्रम कार्ड के आवेदन का तरीका बहुत आसान है। इसके लिए श्रम कल्याण विभाग ने ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया हुआ है। श्रम कल्याण विभाग ने इस पोर्टल 26 अगस्त 2021 में लॉन्च किया था। इस पोर्टल की सहायता से आप घर बैठे मोबाइल या कम्प्यूटर की सहायता से इस योजना में पंजीकरण कर ई-श्रम कार्ड बनवा सकत है। इसके अलावा आप कॉमन सर्विस सेंटर की मदद से अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते है। जिलों/उपजिलों में राज्य सरकार के क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
सरकार द्वारा ई-श्रम कार्ड धारको आर्थिक सहायता के अलावा कई अन्य दर्जनों लाभ दिया जा रहा है। ई-श्रम कार्ड योजना से जुड़े ऑफर्स लाभ केवल पंजीकृत कमगारों को ही दिया जाता है। श्रम कल्याण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, ई-श्रम पोर्टल पर अब तक करीब 28 करोड़ मजदूरों ने अपना पंजीकरण कराया है। इसमें कंस्ट्रक्शन वर्कर, स्ट्रीट वेंडर, प्रवासी मजदूर, घरेलू कामगार, कृषि श्रमिक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। यदि आप भी ऐसे श्रमिकों की श्रेणी में आते हैं, और आपकी उम्र 16 से 59 के बीच है, तो आप ई-श्रम कार्ड पोर्टल पर जाकर अपना आवेदन देकर इस योजना जुड़ सकते है। इस स्कीम में आप हर महीने 50-100 रुपये जमा करवा कर सरकार से 3 हजार रुपए की पेंशन प्राप्त कर सकते है। जानकारी के बता दें कि आप जितने रुपये जमा करेंगे, सरकार उतनी ही राशि आपके खाते में जमा करेगी। जिस तरह ईपीएफ खाते में आपका यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) होता है, ठीक वैसे ही ई-श्रम कार्ड के लिए भी आपका 12 अंकों का यूनिक नंबर होता है। इसी नंबर की मदद से हर तरह के ट्रांजैक्शन होते हैं।
ई-श्रम कार्ड योजना के तहत कमगारों को सरकार की तरफ से पंजीकृत श्रमिकों को प्रतिमाह एक हजार रूपये की आर्थिक सहायता एवं कई अन्य दर्जनों लाभ दिया जाता है। जिसमें सुरक्षा बीमा से लेकर श्रम विभाग द्वारा संचालित कई योजनाओं भी शामिल है। इसके लिए कमगारों को योजना के तहत खुद को रजिस्टर करना होता है। ऐसे में समय-समय पर योजना के तहत अपना स्टेटस चेक करते रहना जरूरी है। इससे पता चला जाएगा कि आपके अकाउंट में ई-श्रम कार्ड का पैसा आएंगे या नहीं।
अगर आप यह चेक करना चाहते हैं कि पैसा ई-श्रम पोर्ट से आया है या नहीं, तो आपको कुछ आसान स्टेप्स को फॉलो करना होगा।
आप घर बैठे ही मोबाइल या कम्प्यूूटर की सहायता से योजना की सरकार वेबसाइट https://pfms.nic.in पर जाएं
वहां Know Your Payment के सेक्शन में जाकर अपने बैंक खाता नंबर और बैंक का नाम दर्ज कर ओटीपी भेजे विकल्प को चुना होगा।
ओटीपी से वेरिफाई करने के बाद आपके सामने बैंक की जानकारी आ जाएगी। इससे पता चल जाएगा कि श्रमिक कार्ड के खाते में पैसे आए या नहीं।
साथ ही आप पासबुक में एंट्री करके इसकी पुष्टि कर सकते हैं।
इसके अलावा पोस्ट ऑफिस या बैंक में जाकर आपको इसकी जानकारी मिल जाएगी। बैंक में जाकर भी पासबुक एंट्री की जा सकती है।
जानकारी के लिए बता दें कि मोबाइल पर ओटीपी वेरिफिकेशन तभी होगा जब ई-श्रम कार्ड योजना में आपका मोबाइल नंबर दर्ज होगा। और बैंक खाते में भी वहीं मोबाइल नंबर लिंक होना चाहिए।
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