आज जिस तेजी से जनसंख्या बढ़ रही हैं उसके तुलना में कृषि उत्पादों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। देश में आज अधिकांश किसान जिनके पास खेती के लिए जमीन उपलब्ध है। वह पारंपारिक खेती के स्थान पर बागवानी में फलों और सब्जियों की खेती पर विशेष ध्यान केंद्रीत कर रहे है। इन सब में केंद्र एवं राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर अपना-अपना पूरा योगदान दे रही है। ऐसे में किसानों की आय बढ़ाने एवं अच्छी फसल उत्पादन के लिए विभिन्न प्रकार की नर्सरी से सब्जियों और फलों के पौधें प्रदान किए जा रहे है। किसानों को अच्छे फसल उत्पाद के लिए फसलों की नर्सरी पूरी तरह से बीमारी एवं रोग मुक्त उत्पलब्ध करवाने के लिए देश भर में करीब 6 हजार नर्सियां हैं। आज सब्जी पौध नर्सियां और फल के साथ ही सजावटी फसल नर्सियां विकसित करने के लिए नए-नए अनुसंधान हो रहे है, जिसके तहत नई-नई कृषि से संबंधित तकनीकों आविष्कार हो रहा है। ऐसे में सब्जी, फल और सजावटी फसलों की विकसित नर्सियों के लिए नई-नई तकनीक पर आधारित यंत्रों को भी विकसित किया गया है। ये कृषि यंत्र कम लागत में अच्छी फसल उत्पादन के लिए फसलों की रोगी एवं बीमारी मुक्त नर्सरी तैयार करने में काफी मददगार साबित हो रहे है। इस पोस्ट में हम आपको कुछ ऐसे ही सब्जियों, फलों एवं सजावटी फसलों की नर्सरी के यंत्रों की जानकारी देगे, जो नर्सरी तैयार करने में काफी मददगार है।
खेती से अच्छे फसल उत्पादन के लिए फसलों के बीजों एवं पौधों का रोग मुक्त होना काफी आवश्यक है। फसलों की अच्छी नर्सरी तैयार करने के लिए आज नई-नई कृषि संबंधित यंत्रों का इस्तेमाल किया जा रहा है। आज फल, सब्जी और सजावटी फसलों की उन्नत नर्सरी तैयार करने के लिए मोटर युक्त सीवर, मोटर युक्त मीडिया मिक्सर, प्रोट्रे के लिए डिबर कम सीडर, नर्सरी के लिए बैग फिलर और स्वचालित प्रोट्रे फिलिंग, डिबलिंग, सीडिंग ओर वाटरिंग मशीनों के लिए किया जा रहा है। मोटर युक्त सीवर का उयोग गोबर की खाद, रेत, मृदा, केंचुआ खाद और कोकोपीट को छानने में किया जा रहा है। मोटर युक्त मीडिया मिक्सर का उपयोग गोबर खाद, रेत, मृदा, वर्मीकुलाइट खाद और कोकोपीट को मिश्रित करने, प्रोट्रे भरने और सभी फसलों के लिए प्रोट्रे में नर्सरी उगाने के साथ ही बीज रोपण के लिए प्रोट्रे डिबलर कम सीडर और फल, सब्जी और सजावटी फसल नर्सियों के लिए एक बैग भरने के लिए बैग फिलर मशीन का उपयोग किया जा रहा हैं। ये पौधशाला के यंत्र किसानों के लिए बहुत ही लाभदायक हैं।
सब्जी, फल और सजवटी फसल नर्सरी की पौध उत्पादन-क्षमता को 5 मजदूरों के साथ बढ़ाकर हर रोज एक हजार प्रोट्रे किया जा सकता है। प्रोट्रे भरने एवं बीज डालने में लगने वाली मैनुअल लागत 1.50 को घटाकर 0.25 रुपए प्रति प्रोट्रे किया जा सकता है। बैग भरने के लिए कम लागत के साथ फल एवं सजवटी नर्सियों की उत्पादन-क्षमता को बढ़ा सकते है। वहीं, स्वचालित चोभने व बीज बोने का पौधशाला यंत्र से सब्जियों के पौध तैयार 98 खाने वाले प्रोट्रे में आसानी से कर सकते है। इस मशीन से प्रति घण्टे में 150 प्रोट्रे भरने एवं बीजों की बुवाई की जा सकती है। वहीं, प्रति घंटे में 10 प्रोट्रे में मैनुअल सीडिंग के लिए करीब 8 से 10 श्रमिकों की जरूरत होती है। इस मशीन की मदद से टमाटर, शिमला मिर्च, बैंगन और मिर्ची के पौध तैयार किये जा सकते है। पौध की उत्पादन-लागत कम होती है, जिससे खेती की उत्पादक-सामग्रियों पर लगने वाली कुल लागत कम होती है।
Website - TractorGuru.in
Instagram - https://bit.ly/3wcqzqM
FaceBook - https://bit.ly/3KUyG0y