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दुनिया की सबसे महंगी सब्जी, 1 किलो सब्जी के देने पड़ सकते है 85 हजार रुपए

दुनिया की सबसे महंगी सब्जी, 1 किलो सब्जी के देने पड़ सकते है 85 हजार रुपए
पोस्ट -29 नवम्बर 2022 शेयर पोस्ट

Hopshoots : सब्जियों की श्रेणी मे सबसे महंगी सब्जी, बाजार में कीमत 80,000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपए प्रति किलो तक 

देश-विदेश में जलवायु की विभिन्नता के आधार पर हर प्रकार की खेती देखी जा सकती है। भारत सहित पूरें विश्व भर में जलवायु के अनुसार अलग-अलग विभन्न दुर्लभ किस्मों की खेती देखने को मिलती है। जिनमें कमर्शियल फसलें, फलों की प्रजातियां और सब्जियों की प्रजातियों की खेती शामिल है। हम अक्सर अपने स्थानीय क्षेत्र के बाजारों में कई तरह की सब्जियां देखते है। अक्सर बाजारों में देश-विदेश से आई कई ऐसी दुर्लभ किस्मों की सब्जियां भी देखने को मिलती  है जिनका अलग-अलग स्वाद होता हैं और हर सब्जी के दाम भी अलग-अलग होते हैं। आमतौर पर मार्केट में बिकने के लिए आई सब्जियों की कीमत 20, 40, 60, 80, 100 या 500 से 1000 रूपए किलो तक हो सकती है। परंतु तब क्या होगा जब हम आपसे कहें कि सब्जियों में एक सब्जी ऐसी भी होती है, जो हजार, 10 हजार नहीं बल्कि 85 हजार रूपए प्रति किलो बिकती है। क्यों जानकर हैरानी हो रही है। लेकिन यह पूरी तरह से सत्य बात है। हम जिस सब्जी के बारे में जिक्र कर रहे हैं उसका नाम हॉप शूट्स (Hopshoots) है। ये सब्जी यूपरोपीय देशों में पाई जाती है। भारत में यह पहाड़ी क्षेत्र हिमाचल प्रदेश में उगाई जाती थी। इसके फूल का इस्तेमाल मादक पेय (बीयर) बनाने के लिए किया जाता है।

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अलग अलग देशों में ये 85 हजार से 1 लाख तक में बिकती है।

हालांकि रिपोर्ट्स ये भी कहती है कि यह सब्जी यूरोपीय देशों में पाई जाती है। इसे विश्व की सबसे महंगी सब्जी माना जाता है और विदेशों में इसकी कीमत करीब 1000 यूरो प्रति किलो है यानि भारतीय मुद्रा में 85 हजार रुपए प्रति किलो होते हैं। यह अलग अलग देशों में 85 हजार से 1 लाख रुपए किलो तक में बिकती है। रिपोर्ट्स ने ये भी कहा गया है हॉप शूट्स सब्जी सोने से भी महंगी है और इसे खरीदने के लिए आपको 85 हजार से 1 लाख रुपए तक खर्च करने पड़ सकते है। यानि बैंक से लोन भी लेना पड़ सकता है।

मादक पेय (बीयर) बनाने के लिए किया जाता इस्तेमाल

रिपोर्ट्स के अनुसार हॉप शूट्स पहले हिमाचल प्रदेश में उगाई जाती थी। इसे उगाना कोई आसान काम नहीं। इस सब्जी को उगाने का प्रोसेस इतना लंबा होता है कि इसकी कटाई तक में 3 साल लग जाते हैं। इसे तोड़ना भी काफी मुश्किल है, छोटे छोटे बल्ब के आकार की सब्जी को तोड़ने में खासी मेहनत लगती है। ‘हॉप शूट्स’ (Hopshoots) के फूल को ‘हॉप कोन्स’ कहते है, जिसका इस्तेमाल बीयर बनाने में किया जाता है। इसके फूलों की कटाई के बाद हॉप शूट के पौधों को हटाया नहीं जाता हैं। इसके फूलों की कटाई के बाद हॉप शूट के पौधों को हटाया नहीं जाता हैं। इसकी बाकी टहनियों को खाने के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। यह स्वाद में काफी तीखा होता है। इसे कच्चे सलाद के रूप में भी खाया जाता है और इसका अचार भी बनता है। देश-विदेश के बाजारों में इसका एक अलग ही स्थान बन गया है।

औषधीय गुणों का भंडार है हॉप शूट्स

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई मेडिकल स्टडी में पाया गया है यह काफी पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसमें कई तरह के एंटीबॉयटिक गुण पाए जाते हैं और इसी कारण इसका इस्तेमाल जड़ी बूटियों में भी किया जाता है। हॉप शूट्स के औषधीय गुणों की पहचान सदियों पहले हो गई थी। हॉप शूट्स उपयोग टीबी और कैंसर जैसी बीमारी की दवा बनाने में भी होता है। इसके अलावा इसका उपयोग दांत के दर्द से लेकर स्ट्रेस, नींद न आना, घबराहट, चिड़चिड़ापन, बेचौनी और डेफिसिट-हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर के इलाज में भी किया जाता है। इसे सलाद सब्जी, हर्बल चाय व एंटी वायरल, मधुमेह, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी ‐कार्सिनोजेनिक बनाने में भी किया जाता है।

18वीं सदी में इस पर टैक्स भी लग चुका है

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हॉप शूट्स सब्जी में मौजूद औषधीय गुणों के चलते इसका उपयोग औषधी निर्माण में किया जाता है। यह विश्व की बहुत ही महंगी सब्जी है। इसके शंकुओं को पेय पदार्थो का परीक्षण व उन्हें सुगंधित बनाने के लिए किया जाता है। यूरोपीय देशों में इसकी खेती आज से नहीं बल्कि सन 1700 से होती चली आ रही है। इसकी खेती सबसे ज्यादा ब्रिटेन और जर्मनी जैसे यूरोपीयन देशों में होती है। 18वीं सदी की शुरुआत में इंग्लैंड में इस सब्जी पर टैक्स भी लगाया गया था। उस समय इंग्लैंड में इसकी खेती काफी बड़े पैमाने पर होती थी। इसकी खूबियों को देखते हुए अन्य देशों में भी इसकी खेती होने लगी।

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