वर्तमान समय में देश ने कृषि क्षेत्र में काफी उन्नती की है। बदलते समय के साथ देश के किसानों ने खेती करने के परंपरागत तरीकों में काफी बदलाव किया है। किसान बदलते समय के साथ आधुनिक खेती अपनाकर खेती से अधिक लाभ भी अर्जित कर रहे हैं। वर्तमान समय में कृषि क्षेत्र में कई नई तकनीकों का आविष्कार किया जा रहा है, जिससे खेती करना काफी आसान हो गया है। आज के आधुनिक युग में अगर आप भी बागवानी के क्षेत्र में एक सफल किसान बनना चाहते हैं, तो आप बागवानी, सब्जियों की खेती में स्टेकिंग विधि का प्रयोग करके एक सफल किसान बन सकते है। इस विधि के प्रयोग आप बागवानी में एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसी क्रम में हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के किसानों को सब्जियों में बांस व लोहे की स्टेकिंग का प्रयोग करने के लिए 50 से 90 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही है। अगर आप सब्जियों की खेती करते हैं, तो इस खबर से आपको बहुत लाभ होगा। स्टेकिंग विधि से आप अपनी सब्जियों को सड़ने से बचा कर उचित उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। इस विधि पर सब्सिडी लेने के लिए आप बागवानी पोर्टल http://hortharyana.gov.in/en पर जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं। तो चलिए ट्रैक्टर गुरू की इस पोस्ट के माध्यम से आपको इस संबंध में और अधिक जानकारी देते हैं।
वर्तमान समय में कृषि क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक उभरकर सामने आ रही है। इन हाईटेक व अत्याधुनिक तकनीकों से किसानों को काफी हद तक फायदा भी मिल रहा है। कृषि क्षेत्र में जहां किसान पुरानी तकनीक से ही सब्जियों और फलों की खेती करते थे, लेकिन अब किसान सब्जियों और फलों की बागवानी में स्टेकिंग तकनीक का इस्तेमाल कर खेती कर रहे हैं। इस तकनीक से किसान बागवानी में अच्छा मुनाफा भी कमा रहे है, क्योकि यह तकनीक बहुत ही आसान है और इस तकनीक के प्रयोग में बहुत कम सामान का प्रयोग होता है। इस तकनीक के लिए बांस व लोहे के डंडे, पतले तार और रस्सी की आवश्यकता होती है। इस तकनीक में इन सब सामानों से खेती के लिए जाल बनाया जाता है। इस पर पौधों की लताएं फैल जाती है। जिससे फसल की पैदावार जमीन के संपर्क से दूर रही है और सड़ने से बचती है। इस तकनीक का करेला, लौकी, मिर्च, बैंगन और टमाटर सहित कई अन्य सब्जियों की खेती में अधिक पैदावार के लिए प्रयोग कर सकते है। राज्य सरकार बांस स्टेकिंग व लौहे स्टेकिंग पर अलग-अलग सब्सिडी प्रदान कर रही है।
राज्य सरकार द्वारा सब्जियों में बांस और लोहे की स्टेकिंग का प्रयोग करने के लिए किसानों को 50 से 90 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है। फरीदाबाद के जिला उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने बताया कि कृषि वैज्ञानिकों द्वारा खेती में नई - नई तकनीकों का आविष्कार किया जा रहा है। इनमें स्टेकिंग ऐसी विधि है, जिसे अपनाकर किसान अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि बांस और लौह स्टेकिंग पर अलग-अलग अनुदान दिया जा रहा है। राज्य सरकार बांस स्टेकिंग की लागत अगर 62,500 रुपये प्रति एकड़ है तो सरकार इस पर 31,250 से लेकर 56,250 रुपये और लोहे की स्टेकिंग की 1.41 लाख रुपये प्रति एकड़ लागत है, तो 70,500 से एक लाख 26 हजार रुपये तक अनुदान दे रही है। उन्होंने बताया कि दोनों तरह की स्टेकिंग पर अधिकतम अनुदान क्षेत्र 1 से 2.5 एकड़ है। इस बारें में अधिक जानकारी बागवानी पोर्टल http://hortharyana.gov.in/en व 0172-2582322 पर ले सकते हैं।
जिला उद्यान अधिकारी डॉ रमेश कुमार ने बताया कि हरियाणा सरकार राज्य के किसानों को दोनों तरह की स्टेकिंग विधि के लिए अनुदान दे रही है। सरकार यह अधिकतम अनुदान क्षेत्र 1 से 2.5 एकड़ के लिए है। किसान परम्पारिक तकनीक से सब्जियों और फलों की खेती करते थे। इससे किसानों को अधिक लाभ नहीं होता क्योकि किसानों द्वारा पुरानी तकनीक से बागवानी में सब्जी और फल जमीन के सर्म्पक में रहने के कारण खराब हो जाता था, लेकिन अब किसान स्टेकिंग विधि का इस्तेमाल कर खेती कर रहे है। इस विधि से सब्जियों की फसल में सड़न नहीं होती, क्योंकि फसल जमीन पर रहने की बजाए ऊपर लटकी रहती है, जिससे फसलों की पैदावार अधिक और अच्छी मिलती है और किसानों को अच्छा खासा मुनाफा मिलता है। स्टेकिंग तकनीक से सब्जियों की फसल काफी अच्छी मिलती है, किसानों के लिए स्टेकिंग तकनीक का उपयोग काफी लाभकारी साबित हुआ है।
आधुनिक युग में कृषि क्षेत्र में पिछले कुछ दशकों से कई नई तकनीक उभकर सामने आ रही है। इन तकनीकों से खेती करना काफी आसान हो गया है। यही वजह है कि देश के किसान बागवानी की और तेजी से कदम बढ़ा रहा है। इन सब तकनीकों को किसान के बजट के अनुसार तैयार की जाती है। किसान बागवानी में नई-नई तकनीक के प्रयोग करके फसल से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। स्टेकिंग विधि भी इसी नई तकनीक का हिस्सा हैं। इससे किसानों को काफी फायेदा होता है। इसके उपयोग के लिए सरकार इस पर सब्सिडी भी उपलब्ध कराती है। यह तकनीक बहुत ही आसान और सरल है। इस विधि से सब्जियों की पैदावार में भी बढ़ोतरी हो रही है। यदि आप स्टेकिंग विधि के प्रयोग पर सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ऑनलाइन अप्लाई करना होगा। ऑनलाइन अप्लाई के लिए आपको बागवानी पोर्टल http://hortharyana.gov.in/en पर आवेदन करना होगा।
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