Improved Variety of Sugarcane : गन्ना देश की एक महत्वपूर्ण नकदी फसल है। जिसकी खेती किसानों द्वारा वाणिज्यिक उद्देश्य से की जाती है। क्योंकि गन्ने से चीनी, गुड, शराब और इथेनॉल उत्पादन के साथ कम्पेक्ट बायोगैस जैसे उत्पाद बनाए जाते हैं। इसकी फसल से देश के उत्तर-प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और हरियाणा जैसे राज्य के किसानों को एक अच्छा बिजनेस मिलता है। ऐसे में केंद्र सरकार और राज्य सरकारें गन्ने की खेती का क्षेत्र बढ़ाने एवं इसकी फसल से अधिक पैदावार लेने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसमें गन्ने की खेती को हाइटेक बनाने एवं खेती में गन्ने की उन्नतशील किस्मों को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिससे देश में गन्ने के औसत उत्पादन को बढ़ाया जा सकें। इस बीच भारत सरकार ने गन्ना उत्पादक किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल, देश में शरद कालीन गन्ना फसल की बुवाई शुरू होने जा रही है। जिसे देखते हुए भारत सरकार ने केंद्रीय बीज समिति के परामर्श के बाद देश में गन्ना किसानों के लिए गन्ने की 10 नई उन्नतशील किस्में जारी की हैं। जिसकी अधिसूचना 25 सितंबर 2023 को कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव पंकज यादव ने जारी की थी। आईए गन्ने की इन 10 नई किस्मों को जानें।
भारत सरकार द्वारा भारत में बिक्री के लिए गन्ने की 10 नई किस्म की सूची
क्र. सं. | फसल | किस्म का प्रकार | किस्म का नाम/ हाइब्रिड | राज्य केंद्र शासित प्रदेशों में अनुशंसित बिक्री |
1. | गन्ना | Open Pollinated Variety | Co 11015 (Atulya) | आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरला, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश। |
2. | गन्ना | Open Pollinated Variety | Co 14005 (Arunima) | आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरला, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश |
3. | गन्ना | Open Pollinated Variety | Phule Sugarcane 13007 (MS 14082) | आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश। |
4. | गन्ना | Open Pollinated Variety | CO 16030 (Karan 16) | हरयाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश। |
5. | गन्ना | Open Pollinated Variety | Ikshu-10 (CoLK 14201) | हरयाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश। |
6. | गन्ना | Open Pollinated Variety | Ikshu-14 (CoLK 15206) (LG 07584) | हरयाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश। |
7. | गन्ना | Open Pollinated Variety | Ikshu-15 (CoLK 16466) | उत्तरप्रदेश, बिहार, पक्ष्चिम बंगाल और असम। |
8. | गन्ना | Open Pollinated Variety | Rajendra Ganna-5 (CoP 11438) | उत्तरप्रदेश, बिहार, पक्ष्चिम बंगाल और असम। |
9. | गन्ना | Open Pollinated Variety | Sugarcane Co 18009 | तमिलनाडु |
10. | गन्ना | Open Pollinated Variety | CoA 17321 | आंध्रप्रदेश |
शरदकालीन गन्ने की बुवाई का समय
बता दें कि देश में गन्ने की खेती लगभग 30 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में प्रति वर्ष की जाती है। देश में आज किसानों द्वारा गन्ने की खेती उन्नत किस्म और हाइटेक विधि से की जा रही है। जिसके परिणामस्वरूप देश में गन्ने का उत्पादन तेजी से बढ़ भी रहा है। किसानों द्वारा गन्ने की बुवाई अक्टूबर से नवंबर महीने के अंत तक और बसंत कालीन गन्ने की बुवाई फरवरी से मार्च महीने में की जाती है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से गन्ना फसल को एक सुरक्षित फसल माना गया है, क्योंकि इस पर जलवायु परिवर्तन का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है। हालांकि गन्ने की खेती में किसानों को थोड़ा सब्र करना पड़ता है, क्योंकि इसकी खेती से उपज लगभग 8-12 महीनों से भी अधिक समय में प्राप्त होती है। परंतु जाे किसान इसकी खेती उन्नतशील हाइब्रिड किस्म और वैज्ञानिक विधि से करते हैं, वे कम समय और कम लागत खर्च में इसकी खेती से बंपर कमाई कर सकते हैं। खास बात यह है कि गन्ना तैयार होने तक किसान भाई गन्ने के साथ लहसुन, अदरक, अलसी और मेंथा जैसी कई अन्य सहायक फसलों की खेती कर अतिरिक्ति कमाई भी कर सकते हैं।
शीतकालीन गन्ने की बुआई के लिए गन्ने की बेहतर किस्म की सूची
क्र. सं. | फसल | किस्म का नाम | उपज क्षमता (प्रति एकड़) | राज्यों के लिए अधिसूचित |
1. | गन्ना | सीओ 0238 (करण-4) | 32.5 टन | पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड |
2. | गन्ना | गन्ने की किस्म CO-0118 (करण-2) | 31 टन | पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड |
3. | गन्ना | सीओ-0124 (करण-5) | 30 टन | पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड |
4. | गन्ना | सीओ -0237 (करण-8) | 28.5 टन | हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य उत्तर प्रदेश |
5. | गन्ना | सीओ 05011 (करण-9) | 34 टन | हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य उत्तर प्रदेश |
अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के मुताबिक, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में चीनी उत्पादन बढ़ाने के लिए गन्ने की कई उन्नत किस्मों को तैयार किया गया है, जिससे गन्ने के पैदावार को बढ़ाया जा सकता है। शीतकालीन गन्ने की बुआई अनुशंसित किस्मों के स्वस्थ बीजों से करने की सलाह कृषि वैज्ञानिक देते हैं। किसान गन्ने की खेती के लिए इस तरह के बीज गन्ना संस्थान या गन्ना मिलों के फार्म/नर्सरी से प्राप्त कर सकते हैं। सलाह में कहा जाता है कि पैड़ी गन्ने के बीज के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
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