ट्रैक्टर आज हर किसान की जरुरत बन चुका है। खेती में लागत को कम करने में ट्रैक्टर का सबसे अहम रोल है, इसलिए हर किसान ट्रैक्टर की मेंटनेंस का पूरा ध्यान रखता है। ट्रैक्टर के मेंटनेंस में इंजन के साथ-साथ बैटरी की देखभाल भी जरूरी है। किसी भी ट्रैक्टर को ऑपरेट करने के लिए बैटरी पहली आवश्यकता है। बैटरी की मेंटेनेंस सही तरह से न होने के वजह से बैटरी जल्दी खराब होने लगती है, जिससे स्टार्टिंग में प्रॉब्लम होने लगती है। सामान्यत: बैटरी को ज्यादा मेंटेनेंस की जरूरत नहीं होती है, लेकिन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर बैटरी की लाइफ बढ़ाई जा सकती है। ट्रैक्टर गुरु की इस पोस्ट में आइए जानें कि ट्रैक्टर में बैटरी को कब बदलवाना चाहिए और बैटरी की लाइफ को बढ़ाने के लिए कौन-कौन से उपयोगी टिप्स हैं।
सबस पहले जानिए कि ट्रैक्टर की बैटरी कितने साल चलती है?
आम तौर पर ट्रैक्टर बैटरी की लाइफ 6 से 8 साल होती है। अगर किसान बैटरी का नियमित रूप से सही तरीके से देखभाल करता है तो बैटरी की लाइफ इससे भी ज्यादा हो सकती है। वहीं देखभाल के अभाव में बैटरी समय से पहले बेकार हो सकती है। ट्रैक्टर की बैटरी की मेंटेनेंस के लिए अलग से पैसे खर्च करने की जरुरत नहीं होती है। बस आपको कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना होगा जो इस प्रकार है :
ट्रैक्टर में बैटरी के टर्मिनल की सफाई का हमेशा ध्यान रखें। टर्मिनल को जंग और धूल से बचाकर रखना चाहिए, लेकिन टर्मिनल पर जंग व धूल दिखाई दे तो टर्मिनल को खोलकर बैटरी से अलग करें। इसे बाद थोड़े से बेकिंग सोडा में पानी की कुछ बूंद मिलाकर पेस्ट बनाएं। उस पेस्ट को टूथब्रश पर लगाकर टर्मिनल की अच्छी तरह से रगड़कर सफाई करें और साफ कपड़े से पोंछ लें। इसके बाद ग्रीस या पेट्रोलियम जेली लगाकर टर्मिनल को वापस बैटरी पर टाइट करके कस दें।
ट्रैक्टर की बैटरी का तार हमेशा सही तरीके से फिट होना चाहिए। कई बार केबल ढीली हो जाती है या कहीं से क्रेक हो जाती है या फिर उसमें जंग लग जाती है। केबल के ढीली होने पर उसे कसकर टाइट करें। केबल की लंबाई भी पर्याप्त रखनी चाहिए और यह ज्यादा ढीली नहीं होनी चाहिए। केबल को इस प्रकार एडजस्ट करके रखें जिससे वह घिसें या फंसे नहीं। केबल को तेज किनारों और मेटल के हिस्सों से दूर रखना चाहिए। हमेशा हाई क्वालिटी वाली केबल का उपयोग करें। जंग लगने की स्थिति में बेकिंग सोडा और गर्म पानी के घोल से केबल को साफ करना चाहिए।
ट्रैक्टर की बैटरी में हमेशा डिस्टिल्ड वाटर ही भरना चाहिए। नल या आरओ का पानी डालने से बैटरी खराब हो सकती है। पानी भरने से पहले बैटरी को अनप्लग कर दें और आसपास सफाई करें। बैटरी के ऊपर प्लास्टिक कवर को हटाकर पानी के लेवल की जांच करें। पानी का लेवल प्रत्येक सेल में निशान के बीच में होना चाहिए। डिस्टिल्ड वाटर हमेशा धीरे-धीरे डालना चाहिए। पानी भरने के बाद बैटरी के ऊपर और आसपास के क्षेत्र को साफ कर लें। समय-समय पर पानी भरने से बैटरी के अंदर की प्लेटें सूखने से बच जाती हैं। अगर बैटरी में पानी सूख जाता है तो बैटरी जल्दी खराब हो जाती है। बैटरी में डिस्टिल्ड वाटर भरने के बाद, उसे 30 मिनट से 1 घंटे के लिए बंद रखना चाहिए। इससे पानी बैटरी के अंदर एक समान तरीके से फैल जाता है और बैटरी के सेल्स सक्रिय होते हैं।
ट्रैक्टर का बैटरी बॉक्स हमेशा बैटरी को सुरक्षित रखता है। इसलिए, इसकी देखभाल बहुत जरूरी है। बैटरी बॉक्स की नियमित सफाई करनी चाहिए। इस पर जमा धूल-मिट्टी को हटाने के लिए हल्की या नरम ब्रश का इस्तेमाल करें। इसमें किसी भी तरह के रसायन व पानी का प्रयोग न करें क्योंकि इससे बैटरी बॉक्स को नुकसान पहुंच सकता है। बॉक्स पर जंग लगने की कंडीशन में उसे हटाने के लिए विशेष जंग हटाने वाले उत्पाद का उपयोग करना चाहिए। समय-समय पर बॉक्स के ढीले बोल्ट या स्क्रू को कसें। बैटरी बॉक्स को कंपन से बचाने का प्रयास करें क्योंकि कंपन से बॉक्स के अंदर मौजूद कनेक्शन ढीले हो सकते हैं और बैट्री को नुकसान हो सकता है।
अगर ट्रैक्टर की बैटरी को जरूरत से ज्यादा चार्ज किया जाता है तो उससे बैटरी की लाइफ कम होती है। ओवरचार्जिंग कभी-कभी बैटरी को खराब भी कर देता है। बैट्री खराब होने से ट्रैक्टर स्टार्ट नहीं हो पाता है और आग लगने का खतरा बना रहता है। हमेशा ऑटोमैटिक चार्जर का उपयोग करें। इन चार्जर की खासियत यह होती है कि ये बैटरी को पूरी तरह चार्ज करने के बाद स्वतः ही बंद हो जाते हैं। बैटरी का गर्म होना, बैटरी से पानी निकलना, बैटरी का गर्म होना, बैटरी का फूलना और बैटरी का कम समय तक चलना ओवरचार्जिंग के प्रमुख लक्षण हैं।
किसान भाई उपरोक्त उपयोगी टिप्स को अपनाकर अपने ट्रैक्टर की बैटरी लाइफ को बढ़ा सकते हैं। ऐसी ही उपयोगी जानकारी के लिए हमेशा बने रहें ट्रैक्टर गुरु के साथ।
Website - TractorGuru.in
Instagram - https://bit.ly/3wcqzqM
FaceBook - https://bit.ly/3KUyG0y