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ड्रोन से फसलों पर छिड़काव के लिए सरकार देगी 50% अनुदान

ड्रोन से फसलों पर छिड़काव के लिए सरकार देगी 50% अनुदान
पोस्ट -02 फ़रवरी 2025 शेयर पोस्ट

Drones : ड्रोन से फसलों में खाद और दवाओं के छिड़काव पर सरकार दे रही 50 प्रतिशत अनुदान

Subsidy News : कृषि में एडवांस टेक्नोलॉजी को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि खेती की लागत में कमी कर किसानों की आमदनी बढ़ाई जा सके। वर्तमान में कई राज्य सरकारें खेती में ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है। किसान ड्रोन के उपयोग से कम लागत और कम समय में अपनी फसलों पर खाद-उर्वरक व कीटनाशक दवाओं का छिड़काव आसानी से कर सकते हैं। इस कड़ी में बिहार सरकार राज्य में ड्रोन की खरीद एवं इसके उपयोग से दवाओं के छिड़कावा करने पर किसानों को अनुदान दे रही है । इसके पीछे सरकार का उद्देश्य अधिक से अधिक किसानों को इसके उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना है।

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बिहार सरकार द्वारा ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए किसानों को निर्धारित छिड़काव लागत का 50 प्रतिशत या अधिकतम 240 रुपए का अनुदान दे रही है। कृषि विभाग की तरफ से 101 अनुमंडलों में एक-एक कृषि ड्रोन खरीदने पर 60 प्रतिशत या अधिकतम 3.65 लाख रुपए का प्रावधान भी किया गया है। अभी लगभग 10 हजार किसानों ने ड्रोन के उपयोग पर अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है।

इतने किसानों ने किया ऑनलाइन आवेदन (So many farmers applied online)

कृषि में तकनीक का उपयोग करने पर किसानों पर बिहार की नीतीश सरकार मेहरबान है। बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2024-25 के शेष 2 महीने में योजना को धरातल पर उतरने के लिए कृषि विभाग की तरफ से लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं। वहीं, खेतों में ड्रोन के उपयोग से  रबी फसलों में खाद एवं कीटनाशक (Fertilizers and pesticides) का छिड़काव करने वाले किसानों से आवेदन लेने की प्रक्रिया भी जारी है। कृषि मंत्री के अनुसार, अभी लगभग 10 हजार किसानों ने खेती में ड्रोन (Drone) के उपयोग से दवाओं के छिड़काव पर अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। प्राप्त आवेदन के सत्यापन के निर्देश दिए गए हैं। सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात डीबीटी (DBT) से लाभार्थियों को अनुदान का भुगतान कर दिया जाएगा। कृषि विभाग के अधिकारियों को अधिक से अधिक कृषकों को ड्रोन के उपयोग (Uses of drones) के प्रति प्रेरित करने के निर्देश दिए गए हैं।

तेजी से लोकप्रिय हो रही ड्रोन तकनीक (Drone technology is becoming increasingly popular)

कृषि मंत्री पांडेय ने कहा कि किसानों के बीच ड्रोन तकनीक तेजी से लोकप्रिय हो रही है। कृषि में ड्रोन का उपयोग किसानों के उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि करने के लिए किया जा रहा है, जिससे राज्य की कृषि में तेजी से प्रगति हो रही है। कीटनाशकों के अनुप्रयोग में ड्रोन तकनीक का उपयोग करने की असीम संभावनाएं हैं। ड्रोन से फसलों पर सटीक मात्रा में पौधा संरक्षण रसायनों एवं उर्वरकों का छिड़काव लाभकारी है। केंद्र सरकार द्वारा नमो ड्रोन दीदी योजना अंतर्गत जीविका के महिला समूहों को 201 ड्रोन वितरण की योजना है। केंद्र सरकार ने महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए नमो ड्रोन दीदी योजना के लिए 1261 करोड़ रुपये को मंजूरी दी है।

किसान ड्रोन से दवाओं के छिड़काव हेतु कर सकते हैं आवेदन (Farmers can apply for spraying medicines through drones)

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत चालू वर्ष में सभी 101 अनुमंडलों में एक-एक कृषि ड्रोन के क्रय पर सरकार द्वारा 60 प्रतिशत अथवा अधिकतम 3.65 लाख रुपए तक अनुदान दिया जाएगा। वहीं, किसानों को ड्रोन तकनीक (Drone Technology) के इस्तेमाल से रबी फसलों पर खाद एवं कीटनाशक दवाओं के निर्धारित छिड़काव शुल्क का 50 फीसदी या अधिकतम 240 रुपए प्रति एकड़ अनुदान कृषि विभाग द्वारा दिया जा रहा है, जिसके लिए राज्य के इच्छुक किसान ऑनलाइन डीबीटी पोर्टल dbtagriculture.bihar.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। अभी तक रबी फसलों की खेती के लिए करीब दस हजार किसानों ने अनुदान के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है, जिसका सत्यापन किया जा रहा है। किसान ड्रोन के उपयोग से छिड़कावा योजना का लाभ लेने के लिए डीबीटी पोर्टल (dbt portal) पर आवेदन कर सकते हैं। ड्रोन के उपयोग से फसलों पर दवाओं, खाद और तालाब में मछली के चारे का छिड़काव कम लागत एवं समय में किया जा सकता है। इससे किसान की आय में वृद्धि होती है और कृषि में लागत भी कम होती है।

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