इस समय देश के खेतों में खरीफ सीजन की फसलों की कटाई का काम करीब-करीब पूरा कर लिया गया है। रबी सीजन फसलों की बुवाई के साथ खरीफ फसलों की बाजार में आवक भी हो रही है। ऐसे में देश की कई राज्य सरकारें किसानों से खरीफ फसलों की एमएसपी पर सरकारी खरीद कर रही है। है। जिनमें पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और तमिलनाडु राज्य में किसानों से एमएसपी पर खरीफ फसलों की सरकारी खरीद जारी है। ऐसे में किसान मंडियों में अपनी फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर बेचने के लिए पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में राजस्थान सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीफ फसलों की खरीद के लिए तैयारी शुरू कर दी है। राज्य सरकार ने खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) एवं पंजीयन के लिए तारीखों का ऐलान भी कर दिया है। राजस्थान सहकारिता मंत्रालय ने प्रदेश में मूंग, उड़द, सोयाबीन और मूंगफली को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदने का फैसला लिया है। सहकारिता मंत्रालय द्वारा घोषित तारीखों के अनुसार राज्य में 879 खरीद केंद्रों पर मूंग, उड़द और सोयाबीन की 1 नवंबर से एमएसपी पर खरीदी की जाएगी है। वहीं 18 नवंबर से मूंगफली की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की जाएगी। किन्तु इसके लिए किसानों को पहले पंजीकरण करना होगा।
सहकारिता मंत्री आंजना ने कहा कि सरकार किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी मिनिमम सपोर्ट प्राइस (एमएसपी) पर मूंग, उड़द, सोयाबनी और मूंगफली की खरीद करेगी। सरकार ने इसके लिए किसान पंजीयन और मंडियों में खरीद के लिए तारीखों का भी ऐलान कर दिया है। लेकिन खास बात यह है कि इसके लिए किसानों को पहले पंजीकरण करना होगा। उन्होंने ने कहा की प्रदेश में राजफैड द्वारा समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द, सोयाबीन और मूंगफली की खरीद के लिए ऑनलाइन पंजीकरण गुरुवार, 27 अक्टूबर से शुरू हो चुका है। किसानों को कोई भी असुविधा नहीं हो इसलिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था ई-मित्र और खरीद केंद्रों पर सुबह 9 बजे से सायं 7 बजे तक की गई है। किसान समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द, सोयाबीन और मूंगफली की खरीद के लिए घर बैठे ही ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। या फिर वे ई-मित्र एवं खरीद केन्द्रों पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं।
राजस्थान सहकारिता मंत्री आंजना ने कहा कि किसान समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द, सोयाबीन और मूंगफली की खरीद के लिए ऑनलाइन पंजीकरण गुरुवार, 27 अक्टूबर से करा सकते हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल बेचने के लिए किसान ई-मित्र केंद्र और खरीद केंद्र पर जाकर अपना पंजीयन करा सकते हैं। पंजीयन के समय किसानों को जनआधार कार्ड नम्बर, खसरा गिरदावरी की प्रति और बैंक पासबुक की प्रति पंजीयन फार्म के साथ अपलोड करनी होगी। जिस किसान की ओर से बिना गिरदावरी के अपना पंजीयन करवाया जाएगा, उसका पंजीयन समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए मान्य नहीं होगा। किसान एक जनआधार कार्ड में अंकित नाम में से जिसके नाम गिरदावरी होगी, उसके नाम से एक पंजीयन करवा सकेंगे। साथ ही किसान इस बात का विशेष ध्यान रखे कि जिस तहसील में कृषि भूमि है, उसी तहसील के कार्यक्षेत्र वाले खरीद केन्द्र पर फसल बेचान हेतु पंजीकरण कराएं।, दूसरी तहसील में पंजीकरण मान्य नहीं होगा। एवं पंजीकरण के अभाव में किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीद संभव नहीं होगी।
सहकारिता मंत्री आंजना का कहना है कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपज बेचने में किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो इसके लिए सरकार ने राज्य में 879 खरीद केंद्र बनाए है। इन खरीद केंद्रों पर किसान जाकर अपना पंजीयन करा सकते हैं। पंजीयन के लिए किसानों को जनआधार कार्ड नम्बर, खसरा गिरदावरी की प्रति, बैंक पासबुक की प्रति, पंजीकृत मोबाइल नम्बर (जन आधार कार्ड से लिंक) जैसे दस्तावेज साथ लेकर जाना जरुरी होगा। मंत्री आंजना का कहना है कि ई-मित्र केन्द्र भी समर्थन मूल्य पर उपज बेचने हेतु किसानों का पंजीयन पूर्ण सावधानी से करें और तहसील से बाहर पंजीयन नहीं करें। उन्होंने कहा कि किसान एक जनआधार कार्ड में अंकित नाम में से जिसके नाम गिरदावरी होगी, उसके नाम से एक पंजीयन करवा सकेगा।
राजस्थान के सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना ने बताया गया की राज्य सरकार प्रदेश में राजफैड द्वारा 1 नवंबर से समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द, सोयाबीन और मूंगफली की खरीद की जाएगी। जिसमें सरकार द्वारा एफ.ए.क्यू श्रेणी के लिए घोषित मूंग का समर्थन मूल्य 7 हजार 755 रूपये, उडद का 6 हजार 600, मूंगफली का 5 हजार 850 और सोयाबीन का 4 हजार 300 रूपये प्रति क्विंटल है, जिस पर खरीद केंद्रों पर खरीद की जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष 19 खरीद केन्द्र अधिक खोले गये है। केन्द्र सरकार को मूंग की 3 लाख मीट्रिक टन, उडद 96 हजार, सोयाबीन 3.54 लाख तथा मूंगफली 3.07 लाख टन की खरीद के लक्ष्य भेजे गये हैं। केन्द्र से अनुमति मिलते ही जल्द ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू कर दी जाएगी।
सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार किसानों को फसल की बिक्री के संबंधित किसी प्रकार की परेशानी ना हो और आगामी खरीद प्रक्रिया में कोइ बाधा ना आये उसके लिए राजस्थान सरकार ने राज्य में 879 खरीद केंद्रों को निर्धारित किया है। जिसमें से 419 केन्द्र क्रय-विक्रय सहकारी समितियों पर और 460 ग्राम सेवा सहकारी समितियों पर बनाए गए है। जिसमें मूंग के लिए 363 उड़द के लिए 166 मूंगफली के 267 और सोयबीन के लिए 83 खरीद केन्द्र खोले गए हैं। इन खरीद केंद्रों पर एमएसपी पर मूंग, उड़द, मूंगफली और सोयाबीन की खरीद की जाएगी। पर्याप्त जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कुल चार फसलों की खरीद का लक्ष्य रखा है।
जानकारी के अनुसार किसान पंजीयन कराते समय यह सुनिश्चित कर ले, कि पंजीकृत मोबाईल नम्बर से जनआधार कार्ड लिंक हो, जिससे समय पर तुलाई की तारीख की सूचना मिल सके। पंजीयन के समय जन आधार कार्ड नंबर, खसरा गिरदावरी की प्रति पंजीयन फॉर्म के साथ अपलोड करते हुए सावधानी का ध्यान रखें। किसान प्रचलित बैंक खाता संख्या सही दे जिससे ऑनलाइन भुगतान के समय किसी प्रकार की परेशानी न आए। राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद के लिये रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 27 अक्टूबर से शुरू हो गई है। एवं समस्याओं के समाधान के लिए हेल्प लाइन नम्बर 1800-180-6001 भी शुरू कर दिया गया है। एमएसपी रजिस्ट्रेशन से लेकर उपज बेचने एवं उपज के भुगतान में कोई भी समस्या के समाधान के लिए इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर शंका समाधान कर सकते हैं।
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