सोलर पैनल से लाखों कमाने का सुनहरा मौका, सरकार ने शुरू की योजना

पोस्ट -04 नवम्बर 2022 शेयर पोस्ट

बंजर-अनुपयोगी जमीन पर लगवाएं सौर ऊर्जा संयंत्र

केंद्र सरकार द्वारा संचालित पीएम कुसुम योजना ने देश के किसानों की दिशा ही बदल दी है। वर्तमान समय में केंद्र की इस योजना से किसानों को बिजली संकट जैसी बड़ी समस्या से राहत मिली है। इन दिनों किसान इस योजना का लाभ उठा कर खेती से बंपर कमाई भी कर रहे है। देश के अधिकतर राज्यों में संचालित केंद्र की इस योजना ने सिंचाई का काम आसान बना दिया है साथ ही ग्रिड से जुड़ी बिजली पर निर्भरता भी कम कर दी है। इन दिनों सौर ऊर्जा से किसानों के जीवन में खुशहाली आ रही है। विभिन्न राज्य सरकारें इस योजना के अंतर्गत अपने-अपने स्तर पर किसानों को अतिरिक्त लाभ भी प्रदान कर रही है। अतिरिक्त लाभ की दिशा में अब राजस्थान राज्य भी जुड़ चुका हैं। राज्य सरकार द्वारा पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत राज्य में सौर कृषि आजीविका योजना को लागू किया है। इस योजना के तहत बंजर-अनुपयोगी जमी न पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए जाएंगे। किसान सोलर संयंत्र से बिजली का उत्पादन करके विद्युत विभाग को बेचकर बढि़या आजीविका प्राप्त कर सकते है। बंजर-बेकार जमीनों के मालिक, किसानों, विकासकर्त्ता तथा संबंधित डिस्कॉम या कंपनी को जोड़ा जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार ने एक पोर्टल भी लॉन्च किया है। तो चलिए ट्रैक्टरगुरु के इस लेख के माध्यम से राजस्थान सौर ऊर्जा आजीविका योजना संबंधित सभी जानकारियों के बारे में जानते है। 

मात्र 20 दिनों के भीतर 7,217 किसानों ने किया रजिस्ट्रेशन

मीडिया रिपोर्टस् के अनुसार राजस्थान सरकार द्वारा अपने राज्य में कृषि को सौर ऊर्जा के साथ जोड़ने के लिए सौर ऊर्जा आजीविका योजना बनाई है। इस योजना के तहत सरकार राज्य में किसानों को उनकी बेकार पड़ी जमीन और बंजर खेतों से उन्हें आजीविका कमानें का मौका प्रदान कर रही हैं। बता दें कि राजस्थान राज्य में अधिकतर इलाके रेतीले और बंजर है। यहां  किसानों के पास खेती योग्य जमीन तो है, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण अधिकतर जमीन बंजर है। सरकार ने किसानों की राह आसान करने के लिए राज्य में इस योजना के तहत 17 अक्टूबर 2022 को राज्य के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी द्वारा सौर कृषि योजना पोर्टल भी लॉन्च किया गया है। यह पोर्टल किसानों एवं विकासकर्ताओं को उनकी बंजर एवं बेकार पड़़ी भूमि पर सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना में मदद करेगा। रिपोर्टस् के अनुसार इस पोर्टल को लॉन्च करने के 20 दिनों के भीतर ही इस पोर्टल पर करीब 7,217 किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। किसान अब ​जागरूक हो रहे है और बेकार पड़ी बंजर जमीन से अच्छी आजीविका कमाना चाहते है। 

सौर ऊर्जा संयंत्रों से किसानों को होगा फायदा

दरअसल राजस्थान में ज्यादातर भू-भाग रेतीता है और यहां संसाधनों की काफी कमी है। जिस कारण यहां के किसानों की अधिकतर जमीन बंजर है और उन जमीनों से फसलों का उत्पादन भी नहीं होता हैं। किसानों की इसी समस्या का हल खोजते हुए राज्य सरकार ने इस योजना को शुरू किया। योजना के तहत बंजर और बेकार पड़ी जमीन पर सोलर पैनल के जरिये बिजली निर्माण किया जाएंगा। जिससे किसान को बंजर एवं बेकार पड़ी खाली जमीन से आजीविका प्राप्त हो सके। इस योजना के तहत स्थापित सौर ऊर्जा संयंत्रों से किसानों को कई अतिरिक्त फायदा होगा। जमीन मालिक किसान चाहे तो खुद सौर ऊर्जा प्लांट लगा सकते हैं या फिर निजी कंपनियों को जमीन पट्टे पर दे सकते हैं। इससे ग्रिड़ बिजली पर निर्भरता कम होगी एवं उत्पादित अतिरिक्त बिजली को बेचकर किसानों की अच्छी कमाई होगी। तथा सिंचाई कार्यों को निपटाने के लिए बिजली की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा।  

बेकार पड़े संसाधनों एवं भूमि से अच्छी कमाई करना चाहते है किसान

रिपोर्टस् के अनुसार सौर ऊर्जा आजीविका योजना किसानों के लिए आय का सृजन करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। राजस्थान सरकार ने किसानों को उनकी अनुपयोगी और बंजर एवं खाली पड़ी जमीन पर सोलर पैनल स्थापित करने के लिए इस योजना को मंजूरी दी थी। इसके लिए अब किसान भी ​जागरूक हैं। और बेकार पड़े संसाधनों एवं बंजर भूमि आजीविका कमाने के लिए सरकार की इस योजना से जुड़ रहे है। सौर कृषि आजीविका योजना अब किसानों को बीच खूब लोकप्रिय हो रही है। इस योजना में सबसे अच्छा रिस्पॉन्स जयपुर और अलवर जिले से आया है। अलवर और जयपुर जिले से कुल 10 किसानों के आवेदन हुए हैं। जिनमें 3 अलवर ओर 7 जयुपर जिले से है। इन किसानों ने अपना आवेदन करवाके जमीन के कागजात के साथ टोकन फीस भी सब्मिट कर दी है।

सौर कृषि योजना पोर्टल पर करें रजिस्ट्रेशन

योजना का लाभ किसानों को देने के लिए इस योजना के तहत सौर कृषि योजना पोर्टल भी लांच किया है। इस पोर्टल से अब खेती योग्य बंजर-बेकार जमीनों के मालिक, किसानों, विकासकर्त्ता तथा संबंधित डिस्कॉम या कंपनी को जोड़ा जा रहा है। इस पोर्टल पर योजना संबंधी हर प्रकार की जानकारी किसानों के लिए उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा सौर संयंत्र स्थापित करने के लिए रजिस्ट्रेशन भी करा सकते है। इस पोर्टल से सौर उर्जा का प्लांट लगाने वाली कम्पनियां पंजीकृत किसानों से सीधे संपर्क कर उनकी जमीन लीज पर ले सकेंगी। 

पंजीकृत किसानों की भूमि का सत्यापन शुरू करेगी सरकार

सौर कृषि आजीविका योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना के तहत किसान अब अपनी बेकार पड़ी बंजर भूमि से आजीविका कमा पाएंगे। इस योजना के तहत राज्य में अभी करीब 7,217 किसानों ने इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया है। रिपोर्टस् के अनुसार सौर कृषि आजीविका योजना के इस ऑफिशियल पोर्टल पर करीब 34,621 लोगों ने विजिट किया है। वहीं सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने वाले 753 विकासकर्ता भी अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके है। रिपोर्ट्स की मानें तो सबसे पहले किसानों की भूमि का सत्यापन होगा, जिसके बाद ही डिस्कॉम कंपनियां सौर ऊर्जा प्लांट लगाने की प्रोसेस शुरू करेंगी। किसानों-विकासकर्ताओं की शंका समाधान और योजना से जुड़ी अन्य जानकारियों के लिए डिस्कॉम स्तर पर एक हेल्प डेस्क स्थापित करने का भी प्लान है। जिन किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाके जमीन के कागजात के साथ टोकन फीस भी सब्मिट कर दी है। ऐसे किसानों एवं विकासकर्ताओं के लिए आगे की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएंगी।

ट्रैक्टरगुरु आपको अपडेट रखने के लिए हर माह सोनालिका ट्रैक्टर व वीएसटी ट्रैक्टर कंपनियों सहित अन्य ट्रैक्टर कंपनियों की मासिक सेल्स रिपोर्ट प्रकाशित करता है। ट्रैक्टर्स सेल्स रिपोर्ट में ट्रैक्टर की थोक व खुदरा बिक्री की राज्यवार, जिलेवार, एचपी के अनुसार जानकारी दी जाती है। साथ ही ट्रैक्टरगुरु आपको सेल्स रिपोर्ट की मासिक सदस्यता भी प्रदान करता है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।

Website - TractorGuru.in
Instagram - https://bit.ly/3wcqzqM
FaceBook - https://bit.ly/3KUyG0y

`

Quick Links

Popular Tractor Brands

Most Searched Tractors