Compost Spreader Machine : खेतों की मिट्टी को ढीला करके भूमि को बीजों की बुवाई के लिए तैयार करने हेतु कल्टीवेटर और रोटावेटर जैसे जुताई यंत्रों का इस्तेमाल किया जाता है। इन यंत्रों से भूमि की मिट्टी को डिटॉक्स किया जाता है, जिससे भूमि में वायु संचार और जल सोखने की क्षमता में वृद्धि कर उम्मीद के मुताबिक फसल पैदावार ली जा सकें। वहीं, भूमि में कार्बनिक पदार्थ का टर्नओवर बढ़ाने के लिए खेतों की पहली जुताई के दौरान मिट्टी में कंपोस्ट/पुरानी गोबर की खाद को मिलाया जाता है। हालांकि, खेतों में गोबर वाली खाद फैलाते समय किसानों को सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता है। चुनौती यह है कि खाद को खेत में एक समान रूप से कैसे फैलाया जाएं। किसान जब भी ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर गोबर की खाद खेत में डालते हैं, तो इस काम में काफी मजदूरी लागत देनी पड़ती है और फिर भी खाद समान रूप से खेत में नहीं फैलता है। किसान अपनी इसी समस्या का समाधान “कम्पोस्ट स्प्रेडर मशीन” के माध्यम से कर सकते हैं। हम इसी कंपोस्ट स्प्रेडर मशीन के बारे में विस्तार से जानकारी नीचे दे रहे हैं। साथ ही मशीन पर सरकार की ओर से मिलने वाली सब्सिडी के बारे में भी जानकारी देंगे।
कम्पोस्ट स्प्रेडर मशीन (Compost Spreader Machine) खेत में कंपोस्ट खाद फैलाने वाला एक कृषि इम्प्लीमेंट है, जिसे ट्रैक्टर से अटैचमेंट कर चलाया जाता है। यह मशीन खेत में समान अनुपात में खाद फैलाती है। इससे खाद की बर्बादी भी नहीं होती और किसान की मजदूरी लागत और मेहनत की बचत भी होती है। ये कम्पोस्ट स्प्रेडर मशीन कई प्रकार की होती हैं, जिनमें एक पंखा वाले कम्पोस्ट स्प्रेडर मशीन होती है। यह सीधे-सीधे गोबर या कंपोस्ट खाद के ढेर को अपने बड़े पंखों से फैलाती है। दूसरी तरह की कंपोस्ट स्प्रेडर मशीन भी होती है, जिसमें खुद एक छोटा टैंकर होता है। इस टैंक में गोबर की पुरानी खाद भरकर इसे ट्रैक्टर के पीछे जोड़कर संचालित किया जाता है, जिससे ये मशीन खेत में खाद फैलाती हुई जाती है।
वहीं, तीसरे तरह की ट्रॉली वाली कम्पोस्ट स्प्रेडर मशीन होती है। यह मशीन बड़े स्तर पर खाद फैलाने के काम आती है। इस मशीन को कमर्शियल फार्मिंग करने वाले किसानों और किसान समूहों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह की कम्पोस्ट स्प्रेडर मशीन एक बड़ी ट्रॉली के पीछे लगी होती है, जो डायरेक्ट ट्रॉली में भरे खाद को अपने पंखों से खेत में फैलाती हुई चलती है। लेकिन इनमें टैंक वाली कम्पोस्ट स्प्रेडर मशीन (Compost Spreader Machine) ही किसानों के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय है।
खाद फैलाने वाली इस कम्पोस्ट स्प्रेडर मशीन के इस्तेमाल से केवल गोबर खाद ही नहीं, बल्कि रासायनिक फर्टिलाइज जैसे यूरिया, डीएपी का भी छिड़काव खेतों में किया जा सकता है। इस मशीन की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार है :
कंपोस्ट स्प्रेडर मशीन (manure spreader machine) छोटे एवं सीमांत भूमि जोत वाले किसानों के लिए बेहद कारगर साबित हो रही है। इससे खेतों में गोबर की कंपोस्ट खाद फैलाने वाले जैसे छोटे कामों के लिए किसानों को मजदूरी पर लागत नहीं खर्च करनी पड़ती हैं। कई राज्य सरकारें इस मशीन की उपयोगिता एवं फायदे को देखते हुए कृषि यंत्र सब्सिडी/ कृषि यांत्रिकरण (Agricultural Equipment Subsidy / Agricultural Mechanization) जैसे अन्य योजनाओं के तहत कम्पोस्ट स्प्रेडर मशीन पर 60 प्रतिशत तक की सब्सिडी लाभ प्रदान करती बाजार में कई कंपनियों की कम्पोस्ट स्प्रेडर मशीनें मिलती हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 45 हजार रुपए से 50 हजार रुपए तक होती है। किसानों को कम्पोस्ट स्प्रेडर मशीन की खरीद पर सरकार की ओर से 60 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। सब्सिडी योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के किसानों को 60 प्रतिशत या अधिकतम 63 हजार रुपए की सब्सिडी मिलती है है, जबकि सामान्य किसानों को 50 प्रतिशत या अधिकतम 50 हजार रुपए की सब्सिडी दी जाती है। किसानों को यह सब्सिडी 40 एचपी से ऊपर की कम्पोस्ट स्प्रेडर मशीन की खरीद पर मिलेगी।
छोटे और आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को कंपोस्ट स्प्रेडर मशीन पर सरकार 60 प्रतिशत तक की सब्सिडी दे रही है। हालांकि इसके लिए लाभार्थी को अपने राज्य के कृषि विभाग की योजना के तहत आवेदन करना होता है, जिसके बाद ही सब्सिडी लाभ दिया जाता है। अगर आप भी सब्सिडी पर इस मशीन को लेना चाहते है, तो कृषि विभाग की मदद से योजना में आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए आपके पास कुछ दस्तावेज जैसे किसान का आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, आधार लिंक मोबाइल नंबर, बैंक खाते की डिटेल्स, बैंक पासबुक की कॉपी, कृषि यंत्र की खरीद का कंप्यूटराइज बिल, स्व प्रमाणित पत्र और ट्रैक्टर चालित यंत्रों के लिए आरसी का होना अनिवार्य होता है।
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