Rural Business Idea : देश के किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा खेती के साथ-साथ कृषि से संबंधित व्यवसाय को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा कई तरह की योजनाएं लागू कर किसानों को कृषि से जुड़े बिजनेस (Business) जैसे ऑर्गेनिग फॉर्मिंग (Organic Farming), डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming), पोल्ट्री फार्मिंग (Poultry Farming), कृषि उत्पादन और एग्री फूड प्रोसेसिंग बिजनेस इकाई सेटअप के लिए भारी अनुदान दिया जाता है तथा बैंक ऋण के ब्याज पर प्रोत्साहन भी दिया जाता है, जिससे गांव में रहने वाले लोगों की जीविका और पोषण के लिए एक मजबूत रोजगार प्रणाली का सृजन किया जा सके।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार (Ministry of Agriculture and Farmers Welfare Government of India) की तरफ से किसान हितों के लिए चलाई जा रही योजना के तहत कई राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को स्वयं का बिजनेस (Business) शुरू करने का अवसर प्राप्त हुआ है। ऐसे में अगर आप भी गांव से हैं और गांव में रहकर अपना खुद का एक अच्छा करोबारा शुरू करना चाहते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए खास है। क्योंकि इसमें हम टॉप तीन ऐसे बिजनेस सेटअप के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आप कम लागत खर्च पर आसानी से शुरू कर सकते हैं।
खास बात यह है कि इन बिजनेस को शुरू करने के लिए सरकार की कई योजनाओं के अंतर्गत सस्ता बैंक लोन और अनुदान मिलता है। हम जिन टॉप तीन बिजनेस की बात कर रहे हैं वह है खुदरा दुकान, थ्रेशिंग मशीन और आटा चक्की का बिजनेस। युवा इन बिजनेस स्टार्टअप से हर महीने अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं। आइए, इन 3 बिजनेस आइडिया (Business Idea) के बारे में विस्तार से जानें।
खुदरा दुकानदार जीवन के सभी पहलुओं में आवश्यक और सभी व्यवसायों के लिए एक अहम हिस्सा है। किराने की दुकान, सिलाई की दुकान, कोल्ड स्टोरेज की सुविधा, हार्ड माल या टिकाऊ वस्तुओं जैसे ऑटोमोबाइल, कृषि उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर, खेल के सामान, लकड़ी तथा उनके अलग-अलग भाग, कपड़े, रेडिमेड कपड़े की दुकान, जूते, सौंदर्य प्रसाधन, दवाओं, किताबों की दुकान, हस्तशिल्प, संगीत वाद्ययंत्र, उपहार, डिपार्टमेंट स्टोर- विभाग के स्टोर आदि खुदरा व्यापारी की श्रेणी में आते हैं। आप गांव में रहकर इन वस्तुओं के खुदरा व्यापारी बनकर या खुदरा दुकान खोलकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
खास बात यह है कि देश के प्रमुख सरकारी व निजी बैंक रिटेल बिजनेस शुरू करने के लिए बिजनेस लोन (Business Loan) उपलब्ध कराते हैं। इसके लिए आपको प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनानी होती है। साथ ही दुकान का किरायानामा, सामान खरीद के बिल, खुद की दुकान होने की स्थिति में बिजली के बिल सहित अन्य दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। अगर आप बिना दुकान के सड़क पर रेहड़ी-पटरी पर व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना (PM Swanidhi Yojana) के तहत 1 वर्ष की अवधि के साथ 10,000 तक की कार्यशील पूंजी प्राप्त कर सकते हैं। इस ऋण को आसान मासिक किस्तों में चुकाया जाएगा और समय पर या शीघ्र ऋण की चुकौती करने पर, विक्रेता बढ़ी हुई सीमा के साथ 20 हजार और 50 हजार रुपए तक की कार्यशील पूंजी ऋण के लिए पात्र होंगे। आपको बिना किसी गारंटी के यह लोन मिल जाएगा और इसके लिए आपको कोई प्रोसेसिंग फीस भी नहीं देनी होगी।
हर साल रबी, खरीफ व जायद सीजन में फसलों की कटाई के बाद उनके दानों को निकालने का कार्य बहुत बड़े स्तर पर किया जाता है। किसानों द्वारा फसलों से अनाज के दाने और भूसा को अलग-अलग करने के लिए मड़ाई का कार्य थ्रेशर द्वारा किया जा रहा है। ऐसे में आप थ्रेशर मशीन खरीद कर फसलों से भूसा और अनाज को अलग-अलग करने का कार्य शुरू कर सकते हैं। थ्रेशर मशीन से मड़ाई करने पर आप बहुत ही कम समय में अच्छा मुनाफा अपने गांव में ही रहकर कमा सकते हैं और इससे गांव के किसानों को फसलों की मड़ाई के लिए इधर-उधर नहीं भड़कना पड़ेगा। थ्रेशर और अन्य कृषि मशीनों को सस्ते दामों पर किसानों एवं अन्य उद्यमियों को उपलब्ध कराने के लिए कृषि यंत्र सब्सिडी योजना के तहत अलग-अलग राज्य सरकारों द्वारा अलग-अलग अनुदान प्रतिशत भी दिया जाता है। इसके लिए कृषि विभाग द्वारा समय-समय पर लाभार्थियों से आवेदन भी मांगे जाते हैं।
अगर आप गांव में रहते हैं और कम बजट में कोई अच्छा व्यापार शुरू करने की सोच रहे हैं, तो आप आटा चक्की का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। क्योंकि गांव में लोगों को आटा पिसवाने के लिए दूर दराज के इलाकों में भटकना पड़ता है। ऐसे में अगर आप गांव में ही आटा चक्की की दुकान खोलते हैं, तो आपको नियमित आय का एक अच्छा साधन मिलेगा। साथ ही स्थानीय निवासियों को आटा पिसवाने के लिए दूर दराज के इलाकों में भटकना भी नहीं पड़ेगा। बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले गरीब परिवार की महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए केंद्र सरकार फ्री सोलर आटा चक्की योजना के तहत महिलाओं को फ्री सोलर आटा चक्की प्रदान करती है। सरकार की इस योजना में आवेदन कर महिलाएं सौर ऊर्जा से चलने वाली फ्री आटा चक्की प्राप्त कर सकती है और आटा पिसाई का बिजनेस शुरू कर आत्मनिर्भरता से पैसा कमाते हुए अपने उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकती है।
आटा चक्की की सहायता से महिलाएं न केवल अनाज को पीसकर आटा निकाल सकती है, बल्कि इससे बेसन भी पीस सकती है। इसके अलावा मसाला चक्की से हल्दी, मिर्ची आदि मसाले भी पीस सकती है। तेल मशीन का उपयोग तेल निकालने के लिए भी कर सकती है। केंद्र सरकार की घोषणा के मुताबिक, फ्री सोलर आटा चक्की योजना के तहत उन गरीब परिवारों की महिलाओं को लाभ दिया जाता है, जिनकी वार्षिक आय 50 हजार रुपए या इससे कम है। फ्री सोलर आटा चक्की योजना के अंतर्गत प्रत्येक महिला को फ्री सोलर आटा चक्की या मसाला मिल खोलने के लिए सरकार द्वारा 20,000 रुपये की आर्थिक सहायता भी दी जाएगी, जिसमें 10,000 रुपए की राशि अनुदान के तौर और 10,000 रुपए बिना ब्याज वाले ऋण के तौर पर महिलाओं को दिए जाएंगे।
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