Deep Plowing Agricultural Machines : गेहूं की कटाई के बाद किसानों के खेत चार महीने के लिए परती पड़े रहते हैं। इसके बाद किसान खरीफ मौसम में धान सहित अन्य खरीफ फसलों की बुवाई करेंगे। ऐसे में किसान इन चार महीने की अवधि के दौरान अपने खाली पड़े खेतों में ये काम कर आगामी फसल सीजन यानी खरीफ मौसम की फसलों से बेहतर उत्पादन हासिल कर सकते हैं। इसमें मृदा की जांच से लेकर खेतों की गहरी जुताई तक का कार्य शामिल है।
अक्सर देखा गया है कि अधिकांश किसान रबी फसलों की कटाई के बाद अगले फसल सीजन तक अपने खेत को खाली छोड़ देते हैं। हालांकि किसानों को खेत को ऐसे ही खाली छोड़ने की गलती नहीं करनी चाहिए। क्योंकि बिना खेत की गहरी जुताई के खाली छोड़ने से खेतों की मिट्टी ठोस और बंजर होती है। ऐसे में किसानों को खेत खाली छोड़ने पहले इसकी गहरी जुताई कर देनी चाहिए। गर्मी के दिनों में खेतों की गहरी जुताई करके खाली छोड़ देने से मिट्टी में मौजूद कीटों और लार्वा जो फसल को नुकसान पहुंचाते हैं, वे भी नष्ट हो जाते हैं। इसका लाभ अगली फसल की पैदावार पर दिखाई देता है तथा मिट्टी ऊपर-नीचे होने से पुराने फसल अवशेष और खरपतवार मिट्टी में दब जाते हैं, जो धीरे-धीरे सड़कर खाद में तब्दील हो जाते हैं, जिससे खरीफ फसलों की पैदावार बढ़ती है। किसान खेतों की गहरी जुताई के लिए इन टॉप 4 कृषि मशीनों का उपयोग कर सकते हैं। इसके बारे में जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से दी जा रही है।
रबी फसलों की कटाई के बाद अगर किसान भाई अपने खेतों को खाली छोड़ना चाहते हैं, तो वे फसल की कटाई के बाद खाली खेत की गहरी जुताई करके छोड़ सकते हैं। इसके लिए किसान भाई मिट्टी पलटने वाले हल, कल्टीवेटर, डिस्क हैरो, एमबी प्लॉउ, प्लॉउ, सब सॉइलर हल और डक फुट कल्टीवेटर और पशु चालित उन्नत बक्खर कृषि मशीनरी या यंत्रों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन यांत्रिक उपकरणों से गर्मी के दिनों में 15 सेमी. तक गहरी खुदाई/ जुताई कर सकते हैं। ये सभी यंत्र खेत की 15 से 20 सेमी. तक की गहराई तक जुताई करते है, जिससे खेत से मिट्टी के बड़े- बड़े ढेले के रूप में ऊपर-नीचे पलटते हैं। गर्मी के दिनों में तापमान बढ़ने से मिट्टी में पनप रहे रोग कीट, लार्वा और कीड़े-मकोड़े नष्ट हो जाते हैं। वहीं, जुताई से जो ढेले बनते हैं वे धीरे-धीरे हवा और बारिश से टूटते रहते हैं, जिससे मिट्टी में वायु संचार और जल सोखने की क्षमता में वृद्धि होती है।
हल (Plow) खेती-किसानी का एक महत्वपूर्ण कृषि यंत्र है, जिसका इस्तेमाल खेतों की प्राथमिक जुताई के लिए किया जाता है। कृषि में प्रयुक्त यांत्रिक उपकरणों ( कृषि मशीनरी/औजारों) में हल सबसे प्राचीन है, जो खेती के लिए किसी न किसी रूप में प्रचलित पाया गया है। हल की मदद से जमीन की उपरी और कठोर सतह की खुदाई/जुताई द्वारा पलटाव करके मिट्टी को कृषि योग्य बनाया जाता है। पलटाव द्वारा मिट्टी में मौजूद नये पोषक तत्व भूमि की सतह पर ऊपर आ जाते हैं और खरपतवार एवं पुरानी फसलों के डंठल/अवशेष आदि मिट्टी में दब जाते हैं, जो धीरे-धीरे खाद में बदल जाते हैं। जुताई करने से जमीन में हवा का प्रवेश भी हो जाता है जिससे भूमि द्वारा पानी सोखने की शक्ति बढ़ जाती है।
हैवी ड्यूटी सब सॉइलर हल एक उप-मिट्टी गहरी जुताई ट्रैक्टर माउंटेड कृषि उपकरण है, जिसकी मदद से कठोर भूमि की मिट़्टी को ढीला करके लिए तैयार किया गया है। इसकी मदद से मिट्टी की गहरी जुताई करने, भूमि की परतों को तोड़ने और बेहतर जल निकासी, जड़ विकास और खनिज परासरण की अनुमति देने वाली उप-मिट्टी को जोतने के लिए किया जाता है। इसे भारी शुल्क वाले अनुप्रयोगों के लिए सुरक्षित रूप से उपयोग किया जा सकता है। जहां अधिकांश कृषि उपकरण सतह की मिट्टी को 15 से 20 सेमी की गहराई तक मिट्टी पलटते हैं। वहीं एक सब सॉइलर हल मिट्टी को उससे दोगुनी गहराई तक ढीला करने के लिए तैयार किया गया है। यह कार्बनिक पदार्थ की गहरी परतों तक पहुंचकर मिट्टी के टर्नओवर को बढ़ाता है। इसके फावड़े के लिए उच्च गुणवत्ता वाले पहनने-प्रतिरोधी स्टील का उपयोग किया जाता है, जो इसे सबसे कठिन परिस्थितियों में लंबा जीवन देता है। भारी नुकीली छेनी सतह के नीचे की मिट्टी को अच्छी तरह से तोड़ देती है, जिससे जल धारण क्षमता बढ़ जाती है। सबसॉइलर हल भूमि को 60 सेमी की गहराई तक गहरी जुताई प्रदान करता है।
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