Subsidy on Paddy Seeds : भरपूर फसल उत्पाद के लिए उन्नतशील बीजों की बुवाई करना जरूरी होता है। किसानों को कम कीमत पर क्वालिटी युक्त उन्नत बीज उपलब्ध करने के उद्देश्य से सरकार अनुदान पर अलग-अलग प्रजाति के प्रमाणित बीज का वितरण करती है। खरीफ मौसम की शुरुआत होते ही उत्तर प्रदेश में हलचल बढ़ गई। धान की बुवाई / रोपाई के लिए किसानों ने अपने खाली खेतों में नर्सरी डालने का कार्य शुरू कर दिया है। ऐसे में प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) ने किसानों के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। प्रदेश में धान की खेती करने वाले उत्पादक किसानों को अनुदान पर बीज देने का फैसला किया गया है। इसके तहत सरकार किसानों को अलग-अलग धान की प्रजाति पर 30 से 50 प्रतिशत की सब्सिडी देगी। साथ ही सरकार की ओर से धान बीज के लिए सब्सिडी (Subsidy) की राशि काटकर किसानों को बाकी कीमत जमा करने की सुविधा भी दी जा रही है। किसानों को पॉश मशीन के माध्यम से ही धान के बीज दिया जाएगा, जिसके लिए उन्हें पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा।
कृषि विभाग, उत्तर प्रदेश के मुताबिक, आईआर 64, सीओ वन, सियास वन, एचयूआर 917 धान वैरायटी पर अलग-अलग छूट देने की व्यवस्था है। इसमें किसानों को अलग-अलग धान की प्रजाति पर 30 से 50 प्रतिशत तक सब्सिडी मिलेगी। कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सरकारी गोदामों पर खरीफ सीजन 2025 के लिए करीब 759 क्विंटल धान का बीज उपलब्ध कराया जाना है। अब तक शासन से 640 क्विंटल धान का बीज मिल गया है। सरकारी बीज गोदामों पर पॉश मशीन से ही धान का बीज बांटा जाएगा, जिसके लिए किसानों को पंजीकरण कराना होगा। बिना पॉश मशीन से बीज नहीं दिया जाएगा।
कृषि विभाग के अनुसार, विभाग द्वारा संचालित सरकारी बीज गोदामों से धान बीज खरीदने पर करीबन 30 से 50 अनुदान मिलेगा। इसमें सियास वन धान प्रजाति पर 50 प्रतिशत, एचयूआर 917 पर 30 फीसदी की छूट दी जा रही है। ऐसे ही आईआर 64, सीओ वन किस्म पर अलग-अलग सब्सिडी दी जा रही है। पहले किसानों को धान बीज खरीदते समय पूरी राशि का भुगतान करना होता था, जिसके बाद 5 महीने से सालभर बाद किसानों के खाते में सब्सिडी की रकम आ पाती थी। सरकार ने यह व्यवस्था बदल दी है। किसानों को ई-पॉश (ePOS) मशीन पर अंगूठा लगाकर धान बीज खरीद के अनुपात पर सब्सिडी घटाकर बिल दे दिया जाएगा। यानी धान बीज के लिए आपको छूट के बाद की कीमत देनी होगी।
योजना के तहत धान बीज लेना पहले से अधिक आसान हो गया है। कृषि विभाग द्वारा संचालित सरकारी बीज गोदामों पर किसानों को पॉश मशीन के माध्यम से ही धान का बीज दिया जा रहा है। किसान अपने खेती की खतौनी एवं आधार कार्ड लेकर ब्लॉक ऑफिस पर जाकर बीज ले सकते हैं। इसके तहत 4 बीघे जमीन की खतौनी पर 30 किलोग्राम बीज मिलेगा। हालांकि, बीज लेने के लिए किसानों को पंजीकरण अनिवार्य नहीं है, उन्हें सिर्फ खतौनी व आधार की जरूरत पड़ेगी, बस ePOS मशीन पर अंगूठा लगाकर सब्सिडी वाला बीज ले सकते हैं। जनपद के 9 ब्लॉक ऑफिस में यह सुविधा उपलब्ध है, जबकि सदर ब्लॉक में महुंराही स्थित किसान कल्याण केंद्र पर किसानों को बीज दिया जाएगा। जनपद में 2 लाख 17 पंजीकृत किसान हैं, सभी पंजीकृत किसान अनुदान पर मिलने वाले अलग-अलग प्रजाति के धान बीज का फायदा उठा सकते हैं।
Website - TractorGuru.in
Instagram - https://bit.ly/3wcqzqM
FaceBook - https://bit.ly/3KUyG0y