ICAR-CIAE : अब खेती में किसानों को अलग-अलग कृषि यंत्रों एवं मशीनों की जरूरत नहीं पड़ेगी। आईसीएआर-केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (सीआईएई), भोपाल द्वारा विकसित एक खास मल्टी-फंक्शनल मशीन से अब एक ही बार में प्लास्टिक मल्च बिछाना, ड्रिप सिंचाई लाइन लगाना और बीज बोना जैसे तीन काम एक साथ संभव हो गया है। दरअसल, भोपाल स्थित आईसीएआर -सीआईएई संस्थान द्वारा “ट्रैक्टर चालित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर मशीन” विकसित की गई। आधुनिक मल्चिंग-कम-प्लांटर मशीन से ऊंची क्यारियों का निर्माण, ड्रिप सिंचाई लेटरल और प्लास्टिक मल्च बिछाना एवं मल्च के नीचे बीज बोने का कार्य सरलता से होगा। इस आधुनिक मशीन से खेती में न केवल समय और श्रम की बचत होगी, बल्कि लागत भी घटेगी और उत्पादन भी बेहतर होगा। यह तकनीक किसानों के लिए खेती को आसान और किफायती बना रही है।
हाल ही में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आईसीएआर-केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (सीआईएई), भोपाल का दौरा किया गया और संस्थान द्वारा विकसित विभिन्न कृषि यंत्रों का अवलोकन किया। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा, आईसीएआर-सीआईएई ने किसानों के हित में अद्भुत नवाचार किया है। किसान इस तकनीक नवाचार का उपयोग करें, इससे खेती आसान होगी, खेती में समय और श्रम लागत की बचत होगी, साथ ही उत्पादन की लागत भी घटेगी।
केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (CIAE) द्वारा विकसित 'ट्रैक्टर चालित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर मशीन' एक मल्टीपर्पज कृषि यंत्र है। इस एक ही मशीन से ऊंंची क्यारियां बनाई जा सकती हैं, ड्रिप सिंचाई लाइन (लेटरल) और प्लास्टिक मल्च बिछाई जा सकती है, साथ ही प्लास्टिक मल्च के नीचे बीज की बुवाई भी की जा सकती हैं। आमतौर पर फसलों की बुआई के लिए तैयार खेती में ऊंची क्यारियों का निर्माण करने, ड्रिप लेटरल और प्लास्टिक मल्च बिछाना तथा बीज बोने का कार्य मैन्युअल रूप से करना कठिन होता है। इन कार्यों में अधिक मेहनत के साथ अधिक समय भी लगता है। इसमें किसानों को लगभग 29 मानव-दिन प्रति हेक्टेयर की आवश्यकता होती है। इन सभी कार्यों को एक साथ करने के लिए CIAE द्वारा ट्रैक्टर चालित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर मशीन को विकसित किया गया है।
खेती को आसान, तेज और किफायती बनाने के लिए अब किसानों को एक तकनीकी समाधान मिल गया है। भोपाल स्थित आईसीएआर-सीआईएई द्वारा विकसित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर कृषि यंत्र खेती में तकनीकी क्रांति ला रही है। यह मशीन ट्रैक्टर की हाइड्रोलिक प्रणाली का उपयोग करती है, जिससे इसमें लगा 385 न्यूटन मीटर की क्षमता वाला हाइड्रोलिक मोटर और चेन-स्प्रोकेट ट्रांसमिशन सिस्टम के माध्यम से एक्सेंट्रिक स्लाइडर क्रैंक मैकेनिज्म को संचालित किया जाता है। इससे मशीन मल्चिंग, ड्रिप सिंचाई लेटरल बिछाने और बीज बुवाई जैसे कार्य एक साथ करती है । वहीं बीज मापने की इकाई को ट्रैक्टर के पीटीओ से चलने वाले एस्पिरेटर ब्लोअर द्वारा वैक्यूम आधारित प्रणाली से तैयार किया गया है, जिससे प्लास्टिक मल्च में बीज की बुवाई सटीक ढंग से संभव होती है। यह मशीन विशेष रूप से उन किसानों के लिए वरदान है, जो प्लास्टिक मल्चिंग, ड्रिप सिंचाई और बीज बुवाई को एकीकृत तरीके से अपनाना चाहते हैं।
प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर यंत्र में लगाया गया एक्सेंट्रिक स्लाइडर क्रैंक मैकेनिज्म तकनीकी रूप से बेहद प्रभावशाली है। यह उन्नत सिस्टम ड्राइविंग डिस्क की घूमने वाली गति को कनेक्टिंग रॉड के माध्यम स्लाइडर क्रैंक में बदलता है, जिससे पंच-प्लांटिंग मैकेनिज्म की “D” प्रोफाइल मिट्टी में सटीक रूप से छेद बनाती है। न्यूमैटिक बीज मापने वाली प्लेट और एक्सेंट्रिक स्लाइडर क्रैंक मैकेनिज्म को इस तरह से समन्वित किया गया है कि बीज मापने वाली प्लेट से उठाया गया बीज एक बंद “प्लांटिंग जॉ” में सुरक्षित रहता है। यह जॉ स्लाइडर क्रैंक की मदद से जब प्लास्टिक मल्च की सतह में छेद करती है, तब बीज को सही समय पर मिट्टी में गिरा देता है। यह तकनीक विशेष रूप से उन किसानों के लिए उपयोगी है, जो मल्चिंग के साथ-साथ बीज की सटीक बुवाई चाहते हैं।
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