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मल्चिंग-कम-प्लांटर मशीन : अब एक ही मशीन से मल्चिंग, ड्रिप सिंचाई और बीज बुआई

मल्चिंग-कम-प्लांटर मशीन : अब एक ही मशीन से मल्चिंग, ड्रिप सिंचाई और बीज बुआई
पोस्ट -24 जून 2025 शेयर पोस्ट

तीन काम एक साथ : प्लास्टिक मल्च प्लांटर मशीन से घटेगी खेती लागत, बढ़ेगा मुनाफा

ICAR-CIAE : अब खेती में किसानों को अलग-अलग कृषि यंत्रों एवं मशीनों की जरूरत नहीं पड़ेगी। आईसीएआर-केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (सीआईएई), भोपाल द्वारा विकसित एक खास मल्टी-फंक्शनल मशीन से अब एक ही बार में प्लास्टिक मल्च बिछाना, ड्रिप सिंचाई लाइन लगाना और बीज बोना जैसे तीन काम एक साथ संभव हो  गया है। दरअसल, भोपाल स्थित आईसीएआर -सीआईएई संस्थान द्वारा “ट्रैक्टर चालित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर मशीन” विकसित की गई। आधुनिक मल्चिंग-कम-प्लांटर मशीन से ऊंची क्यारियों का निर्माण, ड्रिप सिंचाई लेटरल और प्लास्टिक मल्च बिछाना एवं मल्च के नीचे बीज बोने का कार्य सरलता से होगा। इस आधुनिक मशीन से खेती में न केवल समय और श्रम की बचत होगी, बल्कि लागत भी घटेगी और  उत्पादन भी बेहतर होगा। यह तकनीक किसानों के लिए खेती को आसान और किफायती बना रही है।  

किसानों के हित के लिए अद्भुत नवाचार (Amazing innovation for the benefit of farmers)

हाल ही में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आईसीएआर-केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (सीआईएई), भोपाल का दौरा किया गया और संस्थान द्वारा विकसित विभिन्न कृषि यंत्रों का अवलोकन किया। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा, आईसीएआर-सीआईएई ने किसानों के हित में अद्भुत नवाचार किया है। किसान इस तकनीक नवाचार का उपयोग करें, इससे खेती आसान होगी, खेती में समय और श्रम लागत की बचत होगी, साथ ही उत्पादन की लागत भी घटेगी।

समय और मेहनत दोनों की बचत करती है यह मशीन (This machine saves both time and effort)

केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (CIAE) द्वारा विकसित 'ट्रैक्टर चालित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर मशीन' एक मल्टीपर्पज कृषि यंत्र है। इस एक ही मशीन से ऊंंची क्यारियां बनाई जा सकती हैं, ड्रिप सिंचाई लाइन (लेटरल) और प्लास्टिक मल्च बिछाई जा सकती है, साथ ही प्लास्टिक मल्च के नीचे बीज की बुवाई भी की जा सकती हैं। आमतौर पर फसलों की बुआई के लिए तैयार खेती में ऊंची क्यारियों का निर्माण करने, ड्रिप लेटरल और प्लास्टिक मल्च बिछाना तथा बीज बोने का कार्य मैन्युअल रूप से करना कठिन होता है। इन कार्यों में अधिक मेहनत के साथ अधिक समय भी लगता है। इसमें किसानों को लगभग 29 मानव-दिन प्रति हेक्टेयर की आवश्यकता होती है। इन सभी कार्यों को एक साथ करने के लिए CIAE द्वारा ट्रैक्टर चालित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर मशीन को विकसित किया गया है।

किसानों के लिए वरदान है मल्च लेयर-कम-प्लांटर मशीन (Mulch layer-cum-planter machine is a boon for farmers)

खेती को आसान, तेज और किफायती बनाने के लिए अब किसानों को एक तकनीकी समाधान मिल गया है। भोपाल स्थित आईसीएआर-सीआईएई द्वारा विकसित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर कृषि यंत्र खेती में तकनीकी क्रांति ला रही है। यह मशीन ट्रैक्टर की हाइड्रोलिक प्रणाली का उपयोग करती है, जिससे इसमें लगा 385 न्यूटन मीटर की क्षमता वाला हाइड्रोलिक मोटर और चेन-स्प्रोकेट ट्रांसमिशन सिस्टम के माध्यम से एक्सेंट्रिक स्लाइडर क्रैंक मैकेनिज्म को संचालित किया जाता है। इससे मशीन मल्चिंग, ड्रिप सिंचाई लेटरल बिछाने और बीज बुवाई जैसे कार्य एक साथ करती है । वहीं बीज मापने की इकाई को ट्रैक्टर के पीटीओ से चलने वाले एस्पिरेटर ब्लोअर द्वारा वैक्यूम आधारित प्रणाली से तैयार किया गया है, जिससे प्लास्टिक मल्च में बीज की बुवाई सटीक ढंग से संभव होती है। यह मशीन विशेष रूप से उन किसानों के लिए वरदान है, जो प्लास्टिक मल्चिंग, ड्रिप सिंचाई और बीज बुवाई को एकीकृत तरीके से अपनाना चाहते हैं।

जानिए कैसे काम करता है यह उन्नत मैकेनिज्म (Know how this advanced mechanism works)

प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर यंत्र  में लगाया गया एक्सेंट्रिक स्लाइडर क्रैंक मैकेनिज्म तकनीकी रूप से बेहद प्रभावशाली है। यह उन्नत सिस्टम ड्राइविंग डिस्क की घूमने वाली गति को कनेक्टिंग रॉड के माध्यम स्लाइडर क्रैंक में बदलता है, जिससे पंच-प्लांटिंग मैकेनिज्म की “D” प्रोफाइल मिट्टी में सटीक रूप से छेद बनाती है। न्यूमैटिक बीज मापने वाली प्लेट और एक्सेंट्रिक स्लाइडर क्रैंक मैकेनिज्म को इस तरह से समन्वित किया गया है कि बीज मापने वाली प्लेट से उठाया गया बीज एक बंद “प्लांटिंग जॉ” में सुरक्षित रहता है। यह जॉ स्लाइडर क्रैंक की मदद से जब प्लास्टिक मल्च की सतह में छेद करती है, तब बीज को सही समय पर मिट्टी में गिरा देता है। यह तकनीक विशेष रूप से उन किसानों के लिए उपयोगी है, जो मल्चिंग के साथ-साथ बीज की सटीक बुवाई चाहते हैं।

मुख्य विशेषताएं : बुवाई, मल्चिंग और ड्रिप सिंचाई एक ही मशीन से (Salient Features : Sowing, mulching and drip irrigation from a single machine)

  • प्रभावी कार्यक्षमता : यह मशीन 0.2 हेक्टेयर प्रति घंटा की दर से कार्य करती है और इसकी कार्य कुशलता 74 प्रतिशत है। यह 1 मीटर कार्य चौड़ाई और 1.7 किमी प्रति घंटे की गति पर आधारित है।
  • लागत और लाभ :  यंत्र की कुल कीमत लगभग 3 लाख  रुपए है, जबकि संचालन लागत 1500 रुपए प्रति घंटा आती है। इसका पे-बैक पीरियड 1.9 वर्ष (444 घंटे) और ब्रेक-ईवन पॉइंट सिर्फ 70 घंटे प्रति वर्ष है।  
  • बुवाई में लचीलापन : इस मशीन से फसलों की कतार से कतार की दूरी 0.5 से 0.9 मीटर और पौधे से पौधे की दूरी 0.2 से 0.6 मीटर रखकर बुवाई की जा सकती है। 
  • श्रम और लागत की बचत :  इस यंत्र की सहायता से पारंपरिक ड्रिप लेटरल-कम-मल्चिंग यंत्रों की तुलना में प्रति हेक्टेयर 26 मानव-दिन (89%) और 6600 रुपए (43%) की लागत की बचत करती है।
  • किन फसलों के लिए उपयुक्त : यह कृषि यंत्र विशेष रूप से खरबूजा, ककड़ी, स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न, मटर, भिंडी, फलियाँ जैसी उच्च मूल्य वाली सब्जी और फल फसलों की खेती के लिए उपयुक्त है। ट्रैक्टर चालित यह आधुनिक मशीन छोटे और मध्यम किसानों के लिए स्मार्ट खेती को ज्यादा कुशल, सटीक और लाभकारी बनाता है।

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