Free Seed Distribution : देश के कई राज्यों में मानसून की बारिश का दौर शुरू हो चुका है। इसके साथ ही किसान धान सहित अन्य फसलों की खेती की तैयारी में जुट गए हैं। ऐसे में राज्य कृषि विभाग द्वारा किसानों को संकर प्रजाति के बीज नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे वे खेती करने के लिए बिना कोई परेशानी के उन्नत बीज प्राप्त कर बुवाई कर सकें। इस बीच उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने लखनऊ के कृषि निदेशालय में प्रदेश के सभी उपनिदेशक एवं सभी मंडलों के संयुक्त कृषि निदेशकगण के साथ कृषि विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में, कृषि मंत्री ने निर्देश दिया कि प्रदेश में सभी बीजों की उपलब्धता किसानों की मांग के अनुसार सुनिश्चित कराई जाए। मक्का के बीज विशेष रूप से संकर किस्म का वितरण किसानों के बीच कराया जाए। इस खरीफ वर्ष के लिए 4 लाख 45 हजार 700 निःशुल्क बीज मिनी किट किसानों को दिया जा रहा है, जिसका वितरण उचित तरीके से कराया जाए।
दलहन, तिलहन एवं श्री अन्न फसलों के बीजों को किसान को लक्ष्य के अनुसार तत्काल जनपदों मे उपलब्ध कराया जाए। समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को प्रशिक्षण के अनुरूप खेती के लिए प्रेरित करें।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने समीक्षा बैठक में कहा कि बीजों की गुणवत्ता सुनिश्चित कराई जाए, सभी उप निदेशक द्वारा किसानों के हित मे चलाई जा रही सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता के लिए किसानों के बीच व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कराया जाए। इस खरीफ वर्ष 2024 में धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, कोदो, सांवा, मंडुवा (रागी), मूंग अरहर, तिल, सोयाबीन, मूंगफली के बीज 93,700 क्विंटल की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है। इसका वितरण किसानों के बीच POS मशीन द्वारा सब्सिडी एट सोर्स की व्यवस्था के अनुसार अच्छी तरह से कराई जाए। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने 2027 तक उत्तर प्रदेश में निशुल्क बीज वितरण योजना के संचालन प्रस्ताव को मंजूर किया हुआ है, जिसके तहत कृषि विभाग द्वारा प्रदेश सभी जिलों में वित्तीय वर्ष 2026-27 तक दलहन और तिलहन फसलों के मिनी बीज किट किसानों के बीच नि:शुल्क वितरण किया जाएगा।
इससे पहले प्रदेश के कृषि मंत्री ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित राज्य स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी-2024 का उद्घाटन किया। इस मौके पर किसानों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि आज प्रदेश में सभी फसलों की उत्पादकता में वृद्धि हुई है। प्रदेश में बाजरे की उत्पादकता 20.82 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से बढ़कर 27.7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, धान की उत्पादकता 40.51 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से बढ़कर 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हो गई है। ज्वार, उड़द, तिलहन, मूंगफली, सूरजमुखी और मोटे अनाज के उत्पादन तथा उत्पादकता में भी तेजी से सुधार हुआ है।
कृषि मंत्री ने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की सेटेलाइट आधारित प्रणाली से किसानों को मौसम की सटीक जानकारी प्रदान की जा रही है। सोलर पंप के माध्यम से प्रदेश में सिंचाई को सस्ता बनाया जा रहा है। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने कृषि में विविधीकरण को अपनाए जाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि कृषि क्षेत्र की सभी योजनाओं का लाभ किसानों को देने के लिए हर स्तर पर पारदर्शिता अपनाई जा रही है। इस मौके पर उन्होंने किसानों से प्राप्त विभिन्न सुझावों को भी अपने वक्तव्य में शामिल किया। अपर मुख्य सचिव ने कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी और किसानों को पात्रता के अनुसार उन सभी योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। कृषि विज्ञान केंद्रों की ओर से विभिन्न बीजों के उत्पादन, किसानों के प्रशिक्षण, किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में बताया गया। साथ ही उत्पादन व उत्पादकता में वृद्धि के लिए किए जा रहे अभिनव प्रयोगों की भी जानकारी दी।
Website - TractorGuru.in
Instagram - https://bit.ly/3wcqzqM
FaceBook - https://bit.ly/3KUyG0y
Dairy Business : युवाओं को कामधेनु योजना के तहत 25-33% तक सब्सिडी
किसानों को शून्य फीसदी ब्याज दर पर मिलेगा 3 लाख रुपए तक फसल ऋण
SMAM Scheme 2025: ट्रैक्टर, ड्रोन, फसल प्रबंधन यंत्रों पर 50% सब्सिडी
नाबार्ड का नया कृषि बीमा प्लान: फसल, पशुपालन व मत्स्य पालन में वित्तीय सुरक्षा
महिंद्रा OJA सीरीज के 7 मॉडल: जानें फीचर्स, कीमत और पावर प्रदर्शन
Mahindra Expands Farm Machinery Range with Groundnut Thresher for 4 States
रबी सीजन के लिए किसानों को सस्ती दरों पर मिलेगी DAP और NPK खाद
Electric Tractor Market Will Reach $426.67 Million by 2033 at 10.34% CAGR