एरोपोनिक तकनीक से हवा में उगेंगे आलू, जानें पूरी जानकारी
एरोपोनिक तकनीक
एरोपोनिक तकनीक खेती की आधुनिक विधि हैं। इस विधि में मिट्टी की जरूरत नहीं पड़ती। इस विधि में सब्जियोंके पौधों को कोहरे और हवा वाले वातावरण में उगाया जाता है।
तकनीक का उपयोग
बड़े-बड़े थर्माकोल और प्लास्टिक के बॉक्स में आलू के माइक्रोप्लांट लटका दिया जाता हैं और प्रत्येक बॉक्स में पौधौ को ग्रोथ के लिए पोषक तत्व और पानी डाला जाता है।
उत्पादन 10 गुना तक बढ जाता हैं
आलू प्रौद्योगिकी केंद्र के विशेषज्ञों का कहना है इस तकनीक में आलू के पौधों के जो भी पोषक तत्व दिए जाते है, वो लटकती हुई जड़ों से दिए जाते हैं। इस विधि खेती करने पर आलू की पैदावार 10 गुना तक बढ़ जाती है।
इस तकनीक में एक पौधा 40 से 60 छोटे आलू देगा, जबकि पूर्व की ग्रीन हाउस वाली तकनीक से एक पौधे से पांच आलू ही निकलते थे। इससे आलू के बीज के उत्पादन की क्षमता 3 से 4 गुणा बढ़ जाएगी।
कौन से पौधे उगा सकते हैं?
इस तकनीक का उपयोग करके पत्तेदार साग, स्ट्रॉबेरी, खीरे, टमाटर और जड़ी-बूटियों के उत्पादन के लिए किया जा रहा है।
प्रोत्साहित किया जा रहा है
एरोपोनिक सिस्टम को किसानों के बीच प्रोत्साहित किया जा सके, इसके लिए किसानों को इस तकनीक के बारे में बताने के लिए ट्रेनिंग प्रोगाम भी आयोजित किए जा रहे हैं।