जाने कलौंजी की खेती और उन्नत किस्म से जुड़ी पूरी जानकारी

कलौंजी का पौधा कैसा होता हैं? 

कलौंजी रनुनकुलेसी कुल का झाड़ीय पौधा है, इसका पौधा 20-30 सें. मी. लंबा होता है।

वानस्पतिक नाम

कलौंजी का वानस्पतिक नाम “निजेला सेटाइवा” है जो लैटिन शब्द नीजर (यानी काला) से बना है।

कलौंजी का बीज कैसा होता है?

कालौंजी के छोटे-छोटे बीज होते हैं। इनके बीजों का रंग काला होता है। और यह स्वाद में हल्का तीखा होता हैं।

कलौंजी का इस्तेमाल

इसका प्रयोग औषधि, सौन्दर्य प्रसाधन, मसाले तथा खुशबू के लिए पकवानों में किया जाता है। इसका प्रयोग विभिन्न व्यंजनों नान, ब्रेड, केक और आचारों में किया जाता है।

कलौंजी बुवाई किस महीने में की जाती है।

कलौंजी की बुवाई सितम्बर और अक्टूबर महीने में कि जाती है। कलौंजी के पौधे ठंडी- गर्म दोनों जलवायु में पनपते हैं।

कलौंजी का बाजारी भाव

कलौंजी का बाजारी भाव 500 से 600 रुपए प्रति किलों होता है। और यह मंडियों में 20 से 25 हजार प्रति क्विंटल के भाव तक बिकती है।

यहां क्लिक करें