किनोवा (कुट अनाज) की उन्नत खेती किसानों को करेगी मालामाल

किनोवा का वानस्पतिक नाम

मूल स्थान दक्षिण अमेरिका है जिसका वानस्पतिक नाम चिनोपोडियम किन्वा है।

भारत में किनोवा की खेती का क्षेत्र

मुख्य रूप से आन्ध्र प्रदेश, दक्षिण राजस्थान के भीलवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़ आदि जिलों में खेती होती हैं।

उपयुक्त जलवायु और भूमि

सर्दियों की फसल है, खेती के लिए 18 से 22 डिग्री तापमान उपयुक्त माना गया है। उचित जल निकास वाली सभी प्रकार की मिट्टी जिसका पीएच मान सामान्य हो।

उन्नत किस्में

सफेद किनोवा, काला किनोवा, लाल किनोवा आदि किनोवा की उन्नत किस्में है।

बीजो की बुवाई का समय

बीजो की बुवाई उपयुक्त समय नवम्बर से मार्च, लेकिन कई जगहों पर इसकी खेती जून से जुलाई के महीनों में भी की जा सकती हैं।

खाद और उर्वरक की मात्रा

3 से 4 टन गोबर की खाद, इसके अलावा 30 किलो डी.ए.पी प्रति एकड़ खेत में दें।

कटाई, पैदावार और मंडी भाव

बुवाई के बाद 100 से 150 दिनों में कटाई, औसत पैदावार 18 से 20 क्विंटल प्रति एकड़, हैदराबाद के सपुर-बजारों में 1500 रूपये प्रति किलों भाव।
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