काली मिर्च की खेती - जानें, आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर काली मिर्च की खेती का तरीका

काली मिर्च का उत्पादन

भारत से प्रतिवर्ष 20 करोड़ रूपए की कालीमिर्च का निर्यात विदेशों को किया जाता हैं। भारत में मुख्य रूप से केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों में काली मिर्च की खेती जमकर की जाती हैं।

गुण एवं उपयोग

काली मिर्च एक ऐसा मसाला है, काली मिर्च में विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन के, विटामिन सी और विटामिन बी6, थायमीन, नियासिन, सोडियम, पोटैशियम जैसे गुण पाए जाते हैं।

जलवायु एवं भूमि

लाल लैटेराइट मिट्टी और लाल मिट्टी जिनका पी.एच. मान 5-6 बीच है। गरम और आर्द्र जलवायु इसकी खेती के लिए उत्तम है। न्यूनतम 10.0 डि़ग्री सेल्सियस तथा उच्चतम 40.0 डि़ग्री सेल्सियस तापमान को सहन कर सकती है।

काली मिर्च की उन्नत प्रजातियाँ

भारत में काली मिर्च के 75 से अधिक प्रजातियों की खेती की जा रही है। जिनमें दक्षिण केरल की कोट्टनाडन, मध्य केरल की नरायकोडी, केरल की कारीमुंडा सबसे बढि़या किस्में हैं।

काली मिर्च की रोपाई का सही समय

वैज्ञानिक पद्धति के हिसाब से आप सितंबर माह के बीच में लगाएं तो काफी अच्छा होगा। काली मिर्च को कलम विधि से काटकर भी लगा सकते हैं या रोपित कर सकते हैं।

पौधा तैयार करना

इसके पौधे तैयार करने के लिए कई विधि उपयोग में ली जाती हैं। साधारण विधि (स्कोरेफिकेशन), परम्परागत विधि, संशोधन प्रवर्धन विधि, ट्रेंच विधि, सर्पेन्टाइन विधि, मृदा रहित पोंटिग मिश्रण आदि।

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