मुर्गी पालन व्यवसाय : कम लागत में ज्यादा कमाई, जानें पूरी जानकारी 

मुर्गी पालन व्यवसाय

लोग खेती-बाड़ी के अलावा साइड इनकम के लिए मुर्गीपालन का बिजनेस कर अच्छी खासी साइड इनकम भी कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में मुर्गी पालन एक प्रमुख व्यवसाय के रूप में उभरा है। किसानों की आमदनी बढ़ाने में यह व्यवसाय काफी कारगर है।

मुर्गी पालन व्यवसाय का उद्देश्य

मुर्गी पालन का व्यवसाय अधिकतर अंडे एवं मांस उत्पादन के लिए किया जाता है क्योंकि मुर्गी के अंडे तथा मांस में मानव पोषण के लिए सबसे आवश्यक तत्व, प्रोटीन बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है।

मुर्गी पालन में इन बातों का रखना होगा ध्यान

मुर्गी पालन के लिए सबसे पहले स्थायी जगह की जरूरत होती है। जहां पोल्ट्री फार्म खोला जाए वह जगह पर्याप्त स्पेस वाली हो। मुर्गी फार्म के आसपास साफ-सफाई रहनी चाहिए ताकि मुर्गियों में कोई बीमारी नहीं फैलै।

अच्छी नस्ल का करें चुनाव

मुर्गी पालन व्यवसाय में अच्छी नस्ल की मुर्गियां पालें। मांस के लिए प्लायमाउथ रॉक मुर्गी का चुनाव करें। यह नस्ल 1.5 से 2 महीनों में 2 से 2.5 केजी वजन तक हो जाती है।

मुर्गियों के भोजन का रखे ध्यान

मुर्गी फॉर्म खोल रखा तो अपनी मुर्गिंयों को बीमारियों से बचाने के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार दें। इसके लिए बाजार से र्प्री स्टार्टर, स्टार्टर और फिनिशर ले आएं। ये दाना मुर्गियों के लिए एकदम सही रहता है।

ऑनलाइन आवेदन के लिए बेवसाइट पर जाएं

यदि आप राजस्थान के निवासी हैं तो मुर्गी पालन के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस योजना में ऑनलाइन आवेदन के लिए इसकी आधिकारिक बेवसाइट जाना होगा

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