ट्रैक्टर सर्विस : घर पर ही करे अपने ट्रैक्टर की सर्विस, जाने कैसे

लम्बे समय तक ट्रैक्टर की कार्य क्षमता बनाए रखने के लिए इसकी सर्विसिंग सही समय पर करवाएं। समय पर सर्विसिंग होने पर ट्रैक्टर के इंजन की उम्र बढ़ती है। कुशल ईंधन की खपत पर ट्रैक्टर प्रभावी परफॉर्मेंस देता है।
200-250 घंटों की सर्विस के बाद ट्रैक्टर के इंजन ऑयल को जरूर बदलें। समय–समय पर डीजल पंप, क्लच, फिल्टर और ब्रेक के फी प्ले की जांच अनुभवी मैकेनिक से करवाएं।
उपयोग के बाद या उपयोग से पहले ट्रैक्टर के क्लच शॉफ्ट, बेयरिंग, ब्रेक कंट्रोल पैडल, सामने के पहिये का हब, टाई रॉड रेडियस क्रॉस और लिफ्टिंग जैक सहित सभी छोटे–बड़े कल पुर्जों की जांच करें और ग्रीसिंग करें।
ट्रैक्टर में सही ग्रेड और ब्रांड का ऑयल, वास्तविक और प्रमाणित स्पेयर पार्ट्स का उपयोग करें। लंबे समय तक कुशल और लागत प्रभावी मशीन बनाने के लिए साफ-सफाई के दौरान रेडिएटर में पानी और कूलेंट के स्तर की जांच करें।
टायर में हवा प्रेशर की जांच करें। ट्रैक्टर की कार्य क्षमता और सुरक्षित ऑपरेटिंग के लिए टायर में सही हवा प्रेशर महत्वपूर्ण हैं। गियर लीवर और हाइड्रॉलिक लीवर की नियमित जांच कर सर्विसिंग करें। 7 से 10 दिनों में ट्रैक्टर की नियमित सर्विस करवाएं।
ट्रैक्टर टांसमिशन में स्मूथ गियर शिफ्टिंग के लिए समय से ऑयल की जांच करें और बदलें। स्टीयरिंग, ट्रांसमिशन और हाइड्रोलिक्स सब ऑयल आधारित पुर्जें है। इनमें ऑयल प्रेशर और लीकेज का ध्यान रखें।
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