एक उत्पादन, एक जिला योजना-प्रसंस्करण उद्योग लगाने पर सरकार से मिलेगी आर्थिक मदद

योजना को शुरू करने का उद्देश्य 

कृषि उत्पादों की मदद, उनकी प्रोसेसिंग के साथ नुकसान को कम करना, उचित परख और स्टोरेज के साथ मार्केटिंग हेतु कोशिश करना है।

उपलब्ध सब्सिडी

प्रसंस्करण इकाईयों को पात्र परियोजना लागत का करीब 50 प्रतिशत अधिकतम 40 लाख रूपये प्रति इकाई अनुदान, 40 लाख रूपये की अधिकतम सीमा से अधिक देय है। उनमें निर्धारित अनुदान दर 25 प्रतिशत पर अनुदान देय होगा।

इन जिलों में दिया जाएगा अनुदान

प्रतापगढ़, चितौडगढ़, कोटा, बारां, बाड़़मेर, जालौर, झालावाड़, भीलवाड़ा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर एवं जोधपुर आदि।

कृषि यंत्रों की निःशुल्क सुविधा कब तक प्रदान की जायेगी?

राज्य के किसानों को 30 जून तक निःशुल्क कृषि यंत्रों की सुविधा प्रदान की जायेगी।

इन कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण लगाने पर दिया जायेगा अनुदान

लहसुन, आनर, संतरा, सरसों, जीरा एवं ईसबगोल कृषि उत्पाद प्रसंस्करण उद्योग लगाने पर मिलेगा अनुदान। 

अनुदान हेतु पात्र

कृषिक उत्पादक संगठन, सहकारी समितियां, स्वयं सहायकता समूह एवं राज्य का कोई भी कृषक जो योजना के तहत कृषि उत्पाद प्रसंस्करण लगाना चाहता हैं।

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