करी पत्ता की खेती पर किसान होंगे मालामाल

करी पत्ता की खेती से पैदावार और लाभ

एक एकड़ भूमि में करी पत्ता की खेती से लगभग 2 से 3 टन पत्तियों की पैदावार प्राप्त हो जाती है। इन पत्तियों को ठीक से सूखाकर बाजार में बेचने पर 1 लाख तक की कमाई आसानी से हो जाती है।

करी पत्ता की खेती पर सब्सिडी

किसानों को औषधीय खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मध्य प्रदेश, राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों में सरकार 30 से लेकर 75 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्रदान कर रही है।

करी पत्ता में पाए जाने वाले औषधीय गुण

मीठी नीम की पत्तियों में एंटी-डायबिटीक, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल, एंटी-इन्फ्लेमेटरी, हिपैटोप्रोटेक्टिव, एंटी-हाइपरकोलेस्ट्रौलेमिक आदि औषधीय गुण पाये जाते हैं।

करी पत्ता की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी और तापमान

इसकी खेती के लिए न्यूनतम 10 से 15 डिग्री और अधिकतम 35 से 40 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है। उपजाऊ, चिकनी काली मिट्टी वाली भूमि जिसका पीएच मान 6 से 7 के बीच हो इसकी खेती के उपयुक्त है।

करी पत्ता के बीजों की बुवाई का सही समय

करी पत्ता के बीजों की बिजाई करने का उपयुक्त समय मार्च से अप्रैल के प्रथम महीने को माना गया है।

करी पत्ता के पौधों की सिंचाई

खेत में नमी बनाये रखने के लिए बुवाई के 3 से 4 दिन बाद करी पत्ता की सिंचाई कर लेनी चाहिए। इसके बाद 7 से 15 दिन में एक बार सिंचाई कर लेनी चाहिए।
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