एचडी 3385 : गेहूं की बुवाई से लेकर उत्पादन की पूरी जानकारी
Posted - Sep 20, 2024
गेहूं की यह नई किस्म विपरित मौसम में भी अधिक पैदावार देने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधी भी है।
अगर सही समय पर गेहूं की इस किस्म बुवाई की जाती है तो अनुकूल परिस्थितियों में प्रति हेक्टेयर 80-100 क्विंटल तक की पैदावार मिल सकती है। औसत उत्पादन 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।
गेहूं की यह किस्म उत्तर पश्चिमी और उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्र के खेतों के लिए उपयुक्त है।
इस किस्म की बुवाई का उचित समय अक्टूबर के आखिरी और नवंबर का पहला सप्ताह है। पंजाब हरियाणा, हरियाणा, यूपी और दिल्ली एन. सी. आर. में किसान इस समय इसकी बुवाई कर सकते हैं।
गेहूं की यह किस्म मौसम परिवर्तन रोधी होने के साथ-साथ रतुआ रोधी भी है। इसमें करनाल बंट नामक रोग नहीं लगता है। टिलरिंग की समस्या नहीं आती है। साथ ही येलो, ब्राउन और ब्लैक रस्ट की समस्या भी दूर रहती है।
गेहूं की इस बेहतरीन किस्म HD 3385 को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान करनाल के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है।