काले आलू की खेती : बुवाई से लेकर उत्पादन एवं कीमत की जानकारी
Posted - Sep 07, 2024
काले आलू की खेती मुख्य तौर पर दक्षिण अमेरिका की खेती है। काला आलू भारत में तेजी से पॉपुलर हो रहा है। किसान अमेरिका से काले आलू के बीज मंगवा कर इसकी खेती कर रहे हैं।
मधुमेह (डायबिटीज) के मरीजों के लिए काला आलू फायदेमंद है। काले आलू में फ्लोरिक एसिड और ऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो लीवर, फेफड़ा, कैंसर और हृदय रोग के लिए फायदेमंद है। खून की कमी में यह रामबाण है।
काले आलू में शर्करा कम पाया जाता है। इसमें शर्करा की मात्रा 77 जीआई है, लेकिन लाल आलू में शर्करा की मात्रा जीआई 83 है,सफेद आलू में यह मात्रा 93 है।
काला आलू 200 से 300 रुपए प्रति किलोग्राम की कीमत के हिसाब से बाजारों में बिकता है। कभी-कभी इसके भाव 500 रुपए प्रति किलो तक पहुंच जाते हैं।
सफेद और लाल आलू की खेती की तरह काले आलू की खेती में किसान पारंगत हो चुके है। बिहार के कई जिलों के किसानों के अलावा यूपी, झारखंड और असम तक के किसान काले आलू की आधे एकड़ में ही करीब 500 किलोग्राम तक पैदावार ले रहे हैं।
काले आलू की खेती सफेद और लाल आलू की खेती की तरह ही होती है। काले आलू के बीज 150 से 200 रुपए किलो के हिसाब से मार्केट से मिल जाते हैं। एक एकड़ में काले आलू की खेती में करीब 50 हजार रुपये का खर्च आता है।