एवोकाडो की खेती : बुवाई से लेकर उत्पादन एवं कीमत की जानकारी
Posted - Oct 11, 2024
एवोकाडो एक विदेशी फल है जो मैक्सिको और मध्य अमेरिका से आया है और भारत में लोकप्रिय हो रहा है। यह दिखने में नाशपति जैसा होता है।
एवोकाडो के फलों में ओमेगा-3, फैटी एसिड, एवोकैडो फाइबर, विटामिन ए, बी, सी, ई और पोटेशियम युक्त पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो तनाव से लड़ने में मदद करते हैं।
भारत में एवोकाडो की खेती की जा सकती है। फिलहाल दक्षिण भारत में इसकी खेती व्यापारिक रूप से हो रही है। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में इसकी खेती की जा रही है।
इसके पौधों को उष्णकटिबंधीय जलवायु की आवश्यकता होती है। खेती के लिए दोमट और बलुई दोमट मृदा सही मानी जाती है। एवोकाडो का फल पौध रोपाई के 5 से 6 साल के बाद तुड़ाई के लिए तैयार होता है।
भारत में एवोकाडो की उन्नत किस्मों में फुएर्टे, पिंकर्टन, हैस, पर्पल, पोलक, ग्रीन, पेराडेनिया पर्पल और हाइब्रिड ट्रैप आदि हैं।
भारत के बाजारों में एवोकाडो की कीमत 350 रुपए से लेकर 500 रुपए प्रतिकिलो है।