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नई योजना लॉन्च : मखाना किसानों को मिलेगा 72,750 रुपए प्रति हेक्टेयर तक अनुदान

नई योजना लॉन्च : मखाना किसानों को मिलेगा 72,750 रुपए प्रति हेक्टेयर तक अनुदान
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मखाना किसानों को क्षेत्र विस्तार, उन्नत बीज उत्पादन और टूल्स किट पर 75% तक की सब्सिडी

बिहार के मिथिला क्षेत्र में उगाया जाने वाला मखाना अब विदेशों तक भेजा जा रहा है। सरकार इसकी खेती को बढ़ावा देने के लिए हर साल नई योजनाएं लागू करती है और किसानों को खेती पर अच्छी-खासी सब्सिडी भी प्रदान करती है। इसी क्रम में बिहार सरकार ने राज्य में नई मखाना अवयव योजना शुरू की है। इस योजना के तहत किसानों को 75% तक सब्सिडी दी जा रही है। योजना का उद्देश्य मखाना किसानों को लाभ पहुंचाना है। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो यह जानना जरूरी है कि इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें।

बिहार कृषि ऐप या उद्वान निदेशालय की वेबसाइट पर करें आवेदन (Apply on Bihar Agriculture App or Horticulture Directorate website)

इस योजना को बिहार सरकार ने एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत विशेष हस्तक्षेप के रूप में शुरू किया है। इस योजना में वर्ष 2025-26 और 2026-27 के लिए किसानों को क्षेत्र विस्तार, उन्नत बीज उत्पादन और खेती के लिए जरूरी उपकरण किट जैसे विभिन्न मदों पर 75% तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। किसान 10 अक्टूबर तक बिहार कृषि ऐप या उद्यान निदेशालय की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 

किन जिलों के लिए लागू हुई है यह योजना (For which districts is this scheme implemented?)

मखाना अवयव योजना विशेष रूप से राज्य के मखाना उत्पादन में अग्रणी जिलों में लागू की गई है। इनमें कटिहार, पूर्णिया, दरभंगा, मधुबनी, किशनगंज, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, समस्तीपुर, भागलपुर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और मुजफ्फरपुर शामिल है। इन 16 जिलों के किसान इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। 

किसानों को मिलने वाले अनुदान राशि (Grants to farmers)

योजना के तहत मखाना क्षेत्र विस्तार के लिए इकाई लागत ₹97,000 प्रति हेक्टेयर तय की गई है, जिस पर किसानों को ₹72,750 का अनुदान मिलेगा। यह अनुदान राशि 2 वित्तीय वर्षों (2025-26 और 2026-27) में 50-50 प्रतिशत की किस्तों में दी जाएगी। मखाना टूल्स किट और मखाना बीज वितरण के लिए भी किसानों को 75 प्रतिशत का भारी अनुदान दिया जा रहा है। मखाना टूल्स किट और बीज वितरण के लिए क्रमश: 22,100 रुपए, ₹9,000 निर्धारित की गई है, जिसमें टूल्स किट के लिए ₹16,575 और बीज के लिए ₹6,750 का अनुदान मिलेगा। इस राशि का भुगतान प्रथम वर्ष (2025-26) में ही 100 प्रतिशत कर दिया जाएगा।

मखाना अवयव योजना की अनुदान विवरण तालिका (Subsidy Details Table of Makhana Component Scheme)

क्रमांक अवयव इकाई लागत (₹) अनुदान (%) कुल अनुदान राशि (₹) 2025-26 में देय अनुदान (₹) 2026-27 में देय अनुदान (₹)
1 मखाना का क्षेत्र विस्तार (खेत प्रणाली) 97,000 75.00% 72,750 36,375 (50% प्रथम वर्ष) 36,375 (50% द्वितीय वर्ष)
2 मखाना टूल्स किट वितरण 22,100 75.00% 16,575 16,575 (100% प्रथम वर्ष)
3 मखाना बीज वितरण 9,000 75.00% 6,750 6,750 (100% प्रथम वर्ष)

संबंधित जिला उद्यान पदाधिकारी से करें संपर्क (Contact the concerned district horticulture officer)

इच्छुक किसान योजना का लाभ लेने के मखाना से सम्बंधित योजना (2025-26) के तहत मखाना अवयवों की योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए, किसान अपने संबंधित जिला उद्यान पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। इस योजना से  न केवल मखाना किसानों को आर्थिक संबल मिलेगा, बल्कि यह बिहार में मखाना की खेती को आधुनिक बनाने और इसकी राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पहचान को और मजबूत करने में सहायक होगी। 

योजना से संबंधित मुख्य बातेंः (Key highlights of the scheme)

योजना अन्तर्गत एक किसान को न्यूनतम 0.25 एकड़ (0.1 हे०) तथा अधिकतम 5 एकड़ (2 हेक्टेयर) तक लाभ दिया जाएगा। योजना अन्तर्गत प्रथम वर्ष हेतु स्वीकृत राशि 36,375.00 रूपये प्रति हेक्टेयर में से बीज की राशि संबंधित आपूर्तिकर्ता को बीज प्राप्त करने के उपरान्त एवं शेष राशि कृषक को पौध रोपण उपरान्त दी जायेगी। मखाना बीज उत्पादन घटक अन्तर्गत मखाना के क्षेत्र में कार्य कर रहे संस्थान राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केन्द्र, दरभंगा, भोला पासवान शास्त्री, कृषि महाविद्यालय, पूर्णियाँ एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, जाले दरभंगा के द्वारा मखाना के उन्नत प्रभेद स्वर्ण वैदेही एवं सबौर मखाना-1 के बीज का उत्पादन कराया जायेगा। योजना अन्तर्गत वितरित अनुशंसित प्रभेद का बीज के मूल्य की राशि अधिकतम 225.00 रूपये प्रति किलोग्राम हीं अनुदान के रूप में दी जायेगी। बीज का मूल्य बढ़ने पर अतिरिक्त राशि का वहन् कृषक द्वारा स्वयं कृषक अंश के रूप में किया जायेगा।

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